सईद नादां, रायसेन
जिला मुख्यालय से 80 किमी दूर बेगमगंज में गत दिवस शुक्रवार को एक झोलाछाप फर्जी डॉक्टर के इलाज से एक मासूम की मौत होने पर कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए सीएमएचओ को जांच के लिए शुक्रवार की रात में ही बेगमगंज भेजा । पीड़ित के घर पहुंचकर रात 11 बजे सीएमएचओ ,एसडीएम , बीएमओ , तहसीलदार एवं थानाप्रभारी की संयुक्त टीम ने परिजनों के कथन लिए एवं बच्ची को दिए गए चारों सीरप की शीशियां जब्त कर पंचनामा बनाकर शीलबन्द किया।
नगर के खिरिया नारायण दास मोहल्ला माता मंदिर के पास रहने वाले महेश साहू की 36 दिन की बेटी को सर्दी -बुखार होने पर उन्होंने मम्मा डॉक्टर को दिखाकर उसका इलाज कराया था। उक्त डॉक्टर के द्वारा 4 सीरप की शीशी दी गई थी जिन्हें पिलाने के बाद बच्ची की मौत हो गई थी। जिसका समाचार प्रकाशित होने पर प्रशासन द्वारा गंभीरता से संज्ञान लेकर जांच कराई गई।
कलेक्टर के निर्देशानुसार बीती शुक्रवार की रात 11 बजे सीएमएचओ डॉ.एचएन मांडरे , बीएमओ डॉ. नितिन सिंह तोमर , एसडीएम शौरभ मिश्रा , तहसीलदार प्रमोद उइके एवं थानाप्रभारी राजीव उइके की संयुक्त टीम ने मामले की जांच में परिजनों में मृतक बच्ची राधिका के पिता महेश साहू एवं उसकी मां तथा बड़े पिता विष्णु साहू के बयान दर्जकर पंचनामा बनाया और चारों सीरप की शीशियां जब्त करके सीलबंद कर जांच के लिए भेजा गया है।
आज सुबह ड्रग इंस्पेक्टर प्रीत स्वरूप एवं बीएमओ डॉ. नितिन सिंह तोमर की संयुक्त टीम द्वारा इलाज करने वाले रघुवीर मम्मा डॉक्टर के क्लिनिक एवं उनके पुत्र के मेडिकल स्टोर की गहनता से जांच किए जाने पर मेडिकल स्टोर से दो सीरप दवा के सैंपल जब्त किए हैं । पंचनामा उपरांत जांच प्रतिवेदन बनाया गया ।
बीएमओ डॉ. नितिन सिंह तोमर द्वारा प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि 10 अक्टूबर शुक्रवार को सिविल अस्पताल में प्रातः 10.15 बजे एक माह की बच्ची राधिका साहू को इलाज के लिए लाया गया था। तब डियूटी पर मौजूद डॉ. प्रत्युष जैन द्वारा उसको देखने के साथ चिकित्सीय जांच ईसीजी कराने के बाद बच्ची को मृत घोषित कर दिया था।
तब परिजनों द्वारा बताया गया था कि बच्ची को 2 दिन पहले सर्दी- बुखार था तो उन्होंने एक प्राइवेट डॉक्टर से इलाज कराया था लेकिन पूरी तरह आराम नहीं लगने पर अस्पताल लाया था। राधिका के पिता महेश साहू द्वारा बताया गया था कि बच्ची का दो दिन से डॉक्टर मम्मा का इलाज चल रहा था , स्थिति में सुधार था लेकिन अचानक तबीयत खराब होने पर वो लोग अस्पताल लेकर आए थे। परिजनों का कहना है कि इलाज में सभी ने सहयोग किया , हम किसी पर कोई कार्यवाही नहीं चाहते हैं। दी गई दवाइयां जब्त कर सीलबंद करके जिला स्तर पर भेजी गई है।
ड्रग इंस्पेक्टर प्रीत स्वरूप ने बताया कि आज शनिवार को डॉक्टर मम्मा के क्लिनिक का निरीक्षण किया गया। आरएमपी की डिग्री पाई गई जिसके आधार पर छोटे-मोटे उपचार उनके द्वारा किए जाते हैं।इंजेक्शन , वाटल लगाना नहीं पाया गया और प्रतिबंधित दवाई भी नहीं मिली , लेकिन उनके पुत्र के मेडिकल स्टोर से दो सीरप दवाओं के सैंपल जांच के लिए गए हैं । समस्त जांच व स्थिति एवं कार्रवाई से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है। अब वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशानुसार एवं जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
नगर के महावीर मेडिकल स्टोर , रोमिल मेडिकल स्टोर, साधना मेडिकल स्टोर एवं ओम कृष्णा मेडिकल स्टोर की भी जांच की गई। कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
छापामारी के चलते कार्रवाई के डर से सभी झोलाछाप फर्जी डॉक्टर एवं फर्जी मेडिकल स्टोर संचालक अपनी - अपनी दुकानें बंद करके गायब हो गए।
फोटो - 1 - शुक्रवार की रात 11 बजे मृत बच्ची राधिका के परिजनों के बयान दर्ज करते हुए सीएमएचओ , एसडीएम , बीएमओ , तहसीलदार एवं थानाप्रभारी।
2 - झोलाछाप डॉक्टर के क्लिनिक की जांच करते हुए ड्रग इंस्पेक्टर प्रीत स्वरूप एवं बीएमओ डॉ. नितिन तोमर ।
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