पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मूरत लोधी हत्याकांड के हत्यारे अखलेश राय से बदला लेने पुत्र भाजपा नेता जिला पंचायत सदस्य मोहित लोधी ने चलाई थी गोली, सभी आरोपियों का हुआ खुलासा , 4 गिरफ्तार , दो फरार



सईद नादाँ, बेगमगंज

             सागर जिले के राहतगढ़ में 2013 में जिला पंचायत उपाध्यक्ष मूरत सिंह लोधी सनसनीखेज हत्याकांड में आजीवन कारावास के आरोपित ग्राम सांवली ( गैरतगंज ) निवासी पूर्व सरपंच अखिलेश राय के सजा होने के 6 महीने बाद जेल से जमानत पर आने के बाद दो माह पूर्व रविवार 22 जून 25 को अज्ञात हमलावर द्वारा गोलियां चलाकर प्राण घातक हमलाकर जान से मारने का प्रयास किया था लेकिन वो बाल -बाल बच गए थे। तब पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्जकर के उनकी तलाश शुरू कर दी थी। जिसमें आज पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।


 घटना में शामिल 6 आरोपियों को चिन्हित करके चार को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है जबकि षड्यंत्र का सूत्रधार एवं अखलेश राय पर गोली चलाने वाला मुख्य आरोपी पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मृतक सिंह लोधी का पुत्र जोकि वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य है ओर मोहित सिंह लोधी एवं उसके चाचा का लड़का अमित सिंह लोधी फरार हैं।


एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि दो माह पूर्व 22 जून रविवार 2025 को ग्राम करहोला जोड़ के पास मरखेड़ा टप्पा रोड पर मूरत सिंह हत्याकांड के आरोपी पूर्व सरपंच ग्राम सांवली निवासी अखिलेश राय पर कुछ कार सवार अज्ञात आरोपी द्वारा फायर करके जानलेवा हमला करके फायर किए गए थे लेकिन अखलेश राय बाल -बाल बच गया था और सभी आरोपी फरार हो गए थे।

 घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। जिसे पुलिस ने चुनौती मानकर गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक पंकज पांडे के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश खरपुशे के निर्देशन एवं एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में गठित विशेष अनुसंधान टीम थाना प्रभारी राजीव उइके सब इंस्पेक्टर संदीप पवार , राजकुमार चौधरी , सुल्तानगंज थाना प्रभारी श्याम राज सिंह , गढ़ी चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र विश्वकर्मा , सायबर सेल रायसेन के सदस्यों में सुरेंद्र धाकड़ , मुन्ना मेश्राम शुभम चढ़ार , आरक्षक जितेंद्र सिंह रावत , दीपक विश्वकर्मा , भानु सिंह राजपूत , मोहम्मद शम्स , राहुल मिश्रा , अंकित खटीक , पंकज अवस्थी इत्यादि ने तभी से सायबर आधुनिक तकनीकी साक्ष्यों एवं पुलिस के परम्परागत अनुसंधान के आधार पर थानाप्रभारी राजीव उइके एवं टीम के सदस्यों की मेहनत रंग लाई उन्होंने घटना का खुलाशा करते हुए अखलेश राय को गोली मारकर हत्या करने के प्रयास के 6 आरोपियों को चिन्हित करके 4 आरोपी इंद्रजीत सिंह ठाकुर पिता राजेश ठाकुर 25 वर्ष निवासी मदनी वर्तमान निवास नई दिल्ली , गोविंद सिंह लोधी पिता मिट्ठूलाल लोधी 26 निवासी श्यामनगर बेगमगंज , हुकुम सिंह लोधी पिता रूप सिंह लोधी 23 ग्राम सुनेहरा एवं धनराज सिंह उर्फ धन्नो दीवार आदिवासी पिता रामलाल उर्फ रामू दीवार 27 निवासी ग्राम सांवली ( गैरतगंज ) को हिरासत में लेकर पुलिस रिमांड लिया है। जबकि घटना का षड्यंत्रकारी एवं गोली चलाने वाला जिला पंचायत सदस्य मुख्य आरोपी मोहित सिंह लोधी पिता स्व. मूरतसिंह लोधी 26 वर्ष निवासी बेगमगंज एवं उसके चाचा का लड़का अमित लोधी 25 वर्ष निवासी ग्राम पचीपुरा बेगमगंज फरार होने में सफल हो गए। जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार दिल्ली में छुपाकर रखी है। अपराध में प्रयुक्त मोबाइल सिम भी बरामद कर ली है।

एसडीओपी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ है कि वर्ष 2013 में अखिलेश राय ने सागर जिले के राहतगढ़ में मोहित लोधी के पिता मूरत सिंह लोधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी । उस मामले में अखिलेश राय को आजीवन कारावास की सजा हुई थी । इसी वर्ष फरवरी 2025 में अखिलेश राय उक्त हत्याकांड में जमानत पर छूट कर आया था। उसके बाद मोहित लोधी ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने की योजना बनाई। मोहित लोधी ने योजना के तहत और आरोपियों को भी अपने षड्यंत्र में शामिल किया । इसमें भिंड जिले से भी किराए के शूटर बुलवाए गए थे।

 योजना के तहत अपराध में गोपनीयता बनाए रखने के लिए आपस में संपर्क करने के लिए फर्जी नामों से मोबाइल की सिम लेकर पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया गया लेकिन पुलिस अनुसंधान में उक्त घटना के असली आरोपियों तक पहुंचने में सफलता हो गई ।

फोटो - बेगमगंज पुलिस की गिरफ्त में गोलीकांड के चारों आरोपी ।

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