अक्षय तृतीया पर्व 22 अप्रैल 2023,वैशाख मास शुक्ल पक्ष शनिवार को~ भगवान श्री परशुराम का है जन्मोत्सव

 


*☀️अक्षय तृतीया पर्व*☀️~ *पं कपिल शर्मा (काशी)*

*🌞22 अप्रैल 2023,वैशाख मास शुक्ल पक्ष तृतीया, शनिवार*

*🚩भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव*🚩


*जिसका कभी क्षय ना हो, वह अक्षय होता है। इसलिये अक्षय तृतीया के दिन किया हुआ पूजन, पाठ, जप, हवन, दान और पितृ तर्पण अक्षय फल प्रदान करने वाला होता है।* 

*इस वर्ष बृहस्पति (गुरु) अस्त होने को अक्षय तृतीया पर विवाह मुहुर्त नही है। किन्तु दान,जाप, पुजन, हवन, और पितृ तर्पण निःसंकोच भाव से किया जा सकता है।*

*इस वर्ष अक्षय तृतीया पर कई शुभ योग बन रहे है*- *1.त्रिपुष्कर योग*

*2.रवियोग*

*3.अमृतसिद्धि योग*

*4.सर्वार्थ सिद्धी योग*

*5.आयुष्मान योग*


*शुभ पूजन मुहूर्त-सुबह 7:38 मिनट से सुबह 9:14 मिनट तक*

*दोपहर 12:05 मिनट से शाम 5:13 मिनट तक*


*पुराणों के अनुसार अक्षय तृतीया युगादि तिथियों में मान्य है।*

*🪷त्रेता युग का प्रारम्भ अक्षय तृतीया से ही हुआ था।* 

*🪷भगवान नारायण ने इसी तिथी पर माँ रेणुका के गर्भ में श्री परशुराम जी के रूप में जन्म लिया था।*

*पं. कपिल शर्मा (काशी)*


*वैशाखस्य सिते पक्षे तृतीयायां पुनर्वसौ ।*

*निशाया: प्रथमे यामे रामाख्यः समये हरिः ।।*

*स्वोच्चगैः षड्ग्रहैर्याक्ते मिथुने राहुसंस्थिते ।*

*रेणुकायास्तु यो गर्भादवतीर्णे विभुः स्वयंम् ॥ -(निर्णय सिंधु)*


*➡️भगवान विष्णु ने नर-नारायण का अवतरण भी इसी तिथी को ग्रहण किया था ।*

 *➡️ब्रम्हा जी के पुत्र अक्षय कुमार का आविर्भाव भी इसी दिन हुआ था।*

*➡️श्री कृष्ण जी के कहने पर धौम्य ऋषि के निर्देशानुसार पांडवो ने सूर्य साधना सम्पन्न की और सूर्य देव द्वारा उन्हें अक्षय तृतीया के दिन अक्षय पात्र प्रदान किया गया था ।*

*🔯अक्षय तृतीया के दिन सुबह सूर्योदय से पूर्व स्नान करे। भगवान विष्णु, लक्ष्मी जी, सालीग्राम भगवान ,देवी तुलसी का पुजन करे।*

*विष्णु सहस्त्रनाम, रामरक्षा स्तोत्र, कनकधारा स्तोत्र, नारायण कवच,लक्ष्मी नारायण हृदय स्तोत्र का पाठ स्वयं करें या अपने क्षेत्र के विद्वान ब्राम्हणो द्वारा पाठ करवाए व हवन करवाए। व ब्राह्मणो को चांदी व तांबे के कलश मे अक्षत (चावल) भरकर दान करे । सत्तू, शरबत, शक्कर, ऋतुफल व जल से भरे कलश का दान करे ।*

*अपने पुर्वजो के निमित्त तर्पण करें।*


*☀️इस वर्ष अक्षय तृतीया पर्व शनिवार को या रहा है। अतःअश्वत्थ वृक्ष (पीपल) का ब्राम्हणो द्वारा विधीवत पुजन करवाए, जल सिंचन करे एवं पुजन के बाद अश्वत्थ वृक्ष (पीपल) के समीप ही ब्राह्मण को दान करने से ग्रह बाधा शान्त होगी व ग्रह बाधा से मुक्ती मिलेगी।* 


*(पं कपिल शर्मा (काशी)*

*'गोशाला मे गायो को हरा चारा खिलाए।*


*साथ ही साथ सायकाल अपने घरों के आंगन मे रंगोली बनाए। व अपने घरो के बाहर 5 ,7 या 11 दीपकों 🪔को प्रज्वलीत कर भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव मनाए ।*


*पुराणों के अनुसार इस दिन दान की जाने वाली वस्तुए हमे स्वर्ग में या अगले जन्म मे पुनः प्राप्त होती हैं। व हमे सुख प्रदान करती है। अक्षय तृतीया पर पवित्र नदियों में स्नान करके भगवान लक्ष्मी नारायण का ब्राम्हणो द्वारा पुजन करवाकर,ब्राह्मणों को वस्त्र, चाँदी के सिक्के दान करने का भी विशेष महत्व है।*


*आप सभी को भगवान परशुराम जी प्रकटोत्सव एवं अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामना, मंगलकामना एवं बधाई ।*


*भगवान लक्ष्मीनारायण आपको धन धान्य से सदैव सम्पन्न करे।*

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*🚩आपका सनातनी भाई*🚩

*पं कपिल शर्मा (काशी)*

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