संचय जौहरी, मनावर
आज मनावर विधानसभा में जयस प्रदेश अध्यक्ष (कार्यकारी) लाल सिंह बर्मन जी के नेतृत्व में विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रणतलाव कुक्षी-मनावर के बीच में आदिवासी परंपरा के अनुसार बाहरी बाधाओं को भगाने के लिए काकड़ पूजा एवं बड़वा का कार्यक्रम रखा गया था जिसमें बडवे के द्वारा भूत-डाकन भगाने के मंत्र के द्वारा बाहरी बाधाओं को रोकने की प्रक्रिया की गई. यह परंपरा आदिवासियों में एक महत्वपूर्ण परंपरा है जिसमे आदिवासी लोग अपने जादू-टोना एवं टोटकों पर विश्वास करते हैं.
हमारे संवाददाता ने बर्मनजी से चर्चा की और पुछा कि काकड़ पूजा की आवश्यकता क्यों पड़ी तो बर्मनजी ने बताया कि विगत 20 वर्षों से मनावर विधानसभा में बाहरी विधायक हैं. यह तो 1857 के समय अंग्रेजों की नीतियों जैसा है कि बाहरी लोग मनावर विधानसभा की जनता को आपस में लड़वाकर उनका स्वार्थ सिद्ध कर लेते हैं। "भूत भगावो- डाकन भगाओ" कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है । प्रत्येक दिशा में काकड़ पूजा की जावेगी कि मनावर का विकास बाहरी नेताओं के कारण रुक सा गया हैं। जो आता वह मनावर की जनता को ठगता हैं। जनता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही हैं।
मनावर में आज तक बड़ी योजना लागू नहीं हुई, जिला बनाने की मुहिम कई वर्षों से चल रही है पर यहां के बाहरी नेता सिर्फ लेटर पैड एवं पेपरबाजी कर रहे हैं. व्यवस्थित मांग नहीं कर रहे हैं सिर्फ जनता को मूर्ख बना रहे हैं . आने वाले 2023 ने विधानसभा चुनाव में मनावर विधानसभा की स्थानीय उम्मीदवार की मांग उठ रही है. मनावर विधानसभा में जयस के 25000 हजार युवा कार्यकर्ता हैं जो फिर से बदलाव के लिए तैयार हैं.
आने वाले समय में जयस के युवा 2018 के चुनाव से भी ज्यादा ताकतवर होकर फिर से तैयारी में जुट गए हैं. मनावर में फिर से इतिहास रचाएंगे एवं स्थानीय उम्मीदवार के लिए यहां की जनता भी तन मन धन से तैयार हैं. बीजेपी और कांग्रेस की नींद उड़ी हुई है. दोनों पार्टी जानती है जयस के समर्थन में बिना सरकार बनाना संभव नहीं. दोनों पार्टियां जयस का समर्थन चाहती है पर जयस स्वतंत्र है. इस बार मनावर विधानसभा में कुछ नया होगा.
इस अवसर पर कैलाश राणा, शरद कनेल, राजेश निगवाल, मोहन बड़वा, कालू सोलंकी, शिवा मूवेल, सुखदेव सोलंकी, सुनील वास्केल, खड़क सिंह बर्मन, भवानी मंडलोई, चंपालाल एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहें।
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