चंद्रशेखर आज़ाद नगर की 27 करोड़ की पेयजल योजना 2017 से 2022 आज तक जनता पानी से अछूती

 यशवंत जैन 


 कम्पनी पी सी स्नेहल प्रा लीअहमदाबाद द्वारा क्या जा रहा कार्य 

कम्पनी के ठेकेदार भरत पटेल और क़्वालिटी कंट्रोलर टाटा कन्स्टेसी के मनोज राउत की मिली भगत से करोड़ो का घोटाला


घटिया सड़क निर्माण, सभी वार्डो में वार्डो में बिछाई पाईप लाइनों में रेडयूशर डाल कर बड़े पाइप की जगह छोटे पाइप जॉइंट कर किया भ्र्ष्टाचार


चंद्रशेखर आज़ाद नगर (यशवंत जैन):- चंद्रशेखर आज़ाद नगर में नलजल योजना का प्रोजेक्ट सन 2017 से शुरू होकर 2022 तक कार्य अधूरा पड़ा है विगत पांच वर्ष में कम्पनी व ठेकेरदार ने सात बार अभी तक कार्य मे रुकावट का कारण बता कर जमकर भ्र्ष्टाचार किया गया है । मध्यप्रदेश में इसी कम्पनी के अलावा अन्य कम्पनी के कार्य पूर्ण होकर जनता को पानी मिलना शुरू हो गया परन्तु चंद्रशेखर आजादनगर की जनता आज भी नलजल योजना के फिल्टर पानी से अछुती है।

कम्पनी के एम्प्लोयी एवं ठेकेदार भरत पटेल ने इन पांच वर्षों में नलजल योजना की लाइन बिछाने से लेकर फिल्टर एवं पानी की टँकी में उपयोग की जाने वाली सामग्री में करोड़ो का भ्र्ष्टाचार किया है यही नही नगर में पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़क के किनारे आरसीसी सड़क को खोद कर पाइपलाइन एक से डेढ़ फुट पर डाली गई और सड़क रिपेयर का घटिया काम टाटा कन्सल्टेंसी के क़्वालिटी कंट्रोलर मनोज राउत ने वार्ड 14 बस स्टैंड से वार्ड 05 कन्याशाला के सामने ओर नगर की अन्य सड़क को घटिया आरसीसी के माल से बनाया है जो जगह जगह गड्ढे से भरी पड़ी है और क़्वालिटी कंट्रोलर मनोज राउत उस दौरान साइट पर उपस्तिथ नही रहकर मजदुरो से काम करवाता रहा जब मीडिया ने मनोज राउत से सवाल किया कि आपके द्वारा सड़क रिपेयर में घटिया माल उपयोग किया गया है तो इस पर कुछ भी जवाब नही दे पाया और सफाई देने लगा कि काम क़्वालिटी से किया गया है जबकि मोके पर बनी सड़क इस घटिया निर्माण का खुला उदाहरण दे रही है बस स्टैंड पर बनी सड़क पर घटिया निर्माण से बनी सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे साफ दिखाई दे रहे है । पीसी स्नेहल कम्पनी के ठेकेदार भरत पटेल भी इस पूरे मामले में जिम्मेदार है इनदोनो की मनमानी से चंद्रशेखर आजादनगर की पेयजल योजना में इनके द्वारा करोड़ो का भ्र्ष्टाचार आज आज़ाद नगर में 5 पांच वर्ष बीतने के बाद भी जनता की पानी नही मिल पाया है ओर कागजो पर हाइड्रो टेस्ट कर लाखो रुपये के बिल भी निकाल चुके है योजना का कार्य आज भी अधूरा होकर चन्द्रशेखर आज़ाद नगर के कुछ वार्डो में पाइपलाइन ही नही डाली गई है तो कुछ वार्डो में पानी ही नही पहुच रहा है जिम्मेदार ठेकेदार कम्पनी का एम्प्लोयी भरत पटेल और टाटा कन्सल्टेंसी का FE मनोज राउत ये दोनों की मिली भगत ओर भ्र्ष्टाचार के चलते योजना का लाभ जनता को नही मिल पा रहा है विगत दिनों राजएक्सप्रेस समाचार पत्र में एवं अन्य समाचार पत्रों में इस खबर को प्रमुखता से छपने के बाद भी प्रशासन और जिम्मेदार कम्पनी इस भ्र्ष्टाचार को लेकर मोन बनी है ?

  योजना को नियमानुसार पांच वर्ष में कार्य को समाप्त कर जनता को पेयजल उपलब्ध करवाना था परंतु

 राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना में जनता को पांच वर्ष बीतने के बाद भी पानी नही मिल रहा।जबकि

राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम 2022, राष्ट्रीय पेयजल मिशन आरंभ किया गया, भारत में निवास करने वाले सभी ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को साफ पानी की मात्रा सुनिश्चित करने के लिए पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने वर्ष 2013 में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना की शुरुआत की गई. इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए इस कार्यक्रम को शुरू किया गया था. इस योजना में निर्धारित किए गए की वर्ष 2017 तक देश की ग्रामीण आबादी के 50 % हिस्से तक पाइप से पेयजल उपलब्ध करवाए जाएं. तथा वर्ष 2022 तक 90 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली जनसंख्या को पाइप लाइन द्वारा पानी उपलब्ध करवाना है.।


इस योजना के तहत स्वच्छ पेयजल सभी घरों तक पहुँचाने के लिये केन्द्र सरकार और राज्य सरकारें दोनों मिलकर काम कर रही है. इस परियोजना पर होने वाले खर्च को केन्द्र सरकार व राज्य सरकारों को मिलकर वहन करना होगा. इस कार्यक्रम के अनुसार जलापूर्ति योजना पर नजर रखने और इसे सही तरीके से संचालित करने के लिये स्थायी समिति के रूप में ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत व सेनिटेशन कमेटी का निर्माण करने की योजना है. इस प्रोग्राम में स्वयंसेवी संगठनों को भी जोड़ा गया है. इस योजना के दिशा-निर्देश के अनुसार नेशनल फ्रेमवर्क पॉलिसी के आधार पर हर राज्य को अपने स्तर पर नीति बनानी होगी. इसमे कहा गया है कि चालू योजना को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारों को हर वर्ष प्लान तैयार करना होगा.प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी भृष्टाचार करने वाली कम्पनियो के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात कहने के बाद भी 

 योजना - 2 D पेय जल mpudc इंदौर 

कंपनी- पीसी स्नेहल कम्पनी अहमदाबाद गुजरात के भ्र्ष्टाचार के इन तरह पॉइंट जो चन्द्रशेखर आज़ाद नगर में 27 करोड़ की पेयजल योजना में किये गए घटिया कार्य की कहानी बयां कर रहे है।





1. चंद्रशेखर आज़ाद नगर पेयजल योजना के अंतर्गतन्यू टंकी का प्लास्टर वर्क एक्सपायरी सीमेंट से किया गया हे जो की भारत पटेल जी कॉन्ट्रैक्टर के बोलने पे किया गया हे 

प्लेस - फौजी होटल के पीछे


2. दाहोद रोड नाले के पास से लगाकर आजाद गेट तक 160 mm का पाइप डालना था वो 140 mm और 110 mm का डाला गया ।

प्लेस - मैन ब्रिज के पास से आजाद गेट।


3.पाइप लाइन लीकेज होने ci का d joint ki जगह पर pvc का d joint नही लगा सकते ही पर बहुत जगह pvc का d joint लगवाया गया ।

प्लेस - खाबू वाली गली के एंट्रेंस पर , एवं अन्य जगह पर 


4.मालपुर वडवाडिया तालाब से जो raw water की पाइप लाइन wtp उदयगढ़ रोड पर जो टंकी हे वहा तक आई हुई है वो भी किसानों के खेतो में बिना एग्रीमेंट और बिना मुआवजा दिए जबर्दस्ती डाल दी गई ।

प्लेस - वडवाड़िया तलाब से wtp उदयगढ़ रोड ।


5. चंद्रशेखर आज़ाद नगर से राणापुर रोड के साइड में जो पाइप लाइन डाली गई है उसकी depth कम हे जबकि ड्राइंग में दी गई depth बहुत ज्यादा है

प्लेस - राणापुर रोड से करेटी रोड


6.कई जगह पर हाइड्रोटेस्ट perfom नही किया गया हे और उसका बिल govt से ले लिया गया 

प्लेस - आजाद कुटिया रोड ,राम मंदिर रोड ,मंडी रोड, बिलझर वार्ड no 1,2 , नगर पालिका के पीछे वाली गली , नलवाया फलिया ।


7. रोड रेस्टोरेशन का घटिया वर्क हुआ ही 

प्लेस- बस स्टैंड से कन्याशाला तक, कुम्हार गली सोनी मोहल्ला गली।


8. कम्पनी का एम्प्लाईभरत पटेल लेबर की मजदूरी टाइम पर नही देता है 6 महीने से 9 महीने भी लगा देता है और उनसे मजदूरी से अधिक काम करवा लिया जाता है 

पीड़ित- प्रकाश सिंह राजपूत उर्फ मोंटू , गोविंद ,अनिल, जिग्नेश ।


9. पेयजल योजना में पीसी स्नेहल कम्पनी को जहा 5 स्टाफ रखना चाइए वहा इन्होंने 1 स्टाफ को ही रखा हे और उससे ये 5 स्टाफ का वर्क करवा रहे है। 



10.लोकल एजेंसी जिसका मशीनरी कंपनी में यूज होता है उसका भी पेमेंट काफी समय से रोक कर रखे हैं


11.कम्पनी एम्प्लॉई भरत पटेल पीसी स्नेहल कम्पनी से लेबर का कमीशन बहुत लेता है । ओर लेबरों को कम मजदूरी देता है


12. चंद्रशेखर आज़ाद नगर दाहोद रोडफौजी होटल के पीछे 2 महीने से चैंबर के लिए की गई घुदाई को आज दिन तक भरा नहीं गया हे वहा पर आगनवाड़ी केंद्र हे और रोज कोई न कोई बच्चा उस गड्ढे में गिर जा रहा है जिसके कारण कोई भी बड़ी दुर्घटना वहा हो सकती है 


13.वडवाड़िया तलाब से उदयगढ़ रोड टंकी फिल्टर प्लांट तक जो raw water की लाइन डाली गई है वो भी प्राइवेट लैंड में बिना परमिशन जमीन मालिक के डाली गई ही जिसका उनको कोई भी हर्जाना अब तक नहीं दिया गया हे। 

  

इन सभी कारणों का जिमेदार भरत पटेल ही है क्युकी वही चन्द्रशेखर आज़ाद नगर( भाबरा) साइट का इंचार्ज है।

इनके साथ टाटा कंस्टेंसी का FE मनोज राऊत भी इसमें शामिल है।

पेयजल योजना पांच वर्ष बीतने के बाद भी चन्द्रशेखर आज़ाद नगर में अधिकांश वार्डो में तो आज तक पाइपलाइन ही नही डल पाई तो पानी तो घरो तक पहुचना बहुत ही मुश्किल साबित होगा। चन्द्रशेखर आज़ाद नगर की जनता का कहना है कि पीसीस्नेहल कम्पनी अहमदाबाद के द्वारा नगर में खोदी गई सड़को में भी घटिया मटेरियल उपयोग कर सड़को का निर्माण किया गया जो नगर में सड़कों पर बड़े बड़े गड्डो में साफ साफ दिखाई दे रहा है जनता ने प्रशासन से मांग की है की उक्त सड़को एवं पाइपलाइन जो डाली गई है कम्पनी ड्राइंग अनुसार नही डाली गई है इसकी सूक्षमता से जांच कर ठेकेदार भरत पटेल एवं टाटा कन्सल्टेंसी के FE मनोज राउत के खिलाफ सख्त के कार्यवाही कर पीसी स्नेहल कम्पनी को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग की है।

फ़ोटो 01 पीसी स्नेहल कम्पनी के एम्प्लॉई ओर टाटा कन्सल्टेंसी के FE की मिलीभगत से घटिया सड़क निर्माण।

फ़ोटो 02 उदयगढ़ रोड माउण्ट व्यू स्कूल के पास 180 की पाईप को 140 की पाईप से जोड़ा गया ।

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