मांडू में फिर खिला कमल, 15 में से भाजपा के 10 पाषर्द जीते, वार्ड-10 से मालती जयराम गावर व वार्ड-2 से कृष्णा यादव की जीत

 आशीष यादव, धार 

दो वार्डों में चिटृटी से हुआ फैसला, एक भाजपा तो एक कांग्रेस के पक्ष में गया

जिले की मांडू नगर परिषद में भी कमल खिल गया है। यहां भी भाजपा ने कांग्रेस का सफाया करते हुए पूर्ण बहुमत से दोबार परिषद बनाई है। मांडू में कुल 15 में से 11 पाषर्द विजय रहे है। जबकि कांग्रेस को सिर्फ चार पार्षदों से ही संतोष करना पडा है। मांडू में नगर परिषद अध्यक्ष की दावेदार मालती जयराम गावर ने वार्ड-10 से जीत दर्ज कर ली है। जबकि नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष व एक बार फिर उपाध्यक्ष की दौड में सबसे आगे चल रहे कृष्णा यादव भी वार्ड-2 से जीत गए। भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव यादव की टीम में महामंत्री जयराम गावर ने मांडू चुनाव के लिए फ्री हैंड किया गया था। गावर के लिए सबसे बडी चुनौती काम की तलाष में पलायन कर गए वोटरों को मतदान के लिए दोबारा मांडू लाने की थी। इसलिए गावर ने बसों के जरीए ढाई हजार से अधिक वोटरों को वापस घर लाने के लिए मुहिम चलाई। इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है।

मांडू में कांग्रेस पांच साल का सूखा खत्म करने में फैल रही है। कांग्रेस के मात्र चार पार्षद ही जीत दर्ज कर पाए है। कांग्रेस ने चुनाव शुरू होने के बाद तक कइ बदलाव किए। इसमें पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष महेष ठाकुर का ऐनवक्त पर टिकट तक काट दिया। इस कारण जिला कांग्रेस प्रभारी पर कई आरोप भी लगे। इन ताबडतोड बदलावों के कारण कांग्रेस को हार झेलना पडी।

ये पार्षद जीते

वार्ड-1 से भाजपा के राजेष ठाकुर और कांग्रेस से बबलु कतीजा को बराबर वोट मिले। इस कारण चिट्टी उछालकर निर्णय करना पडा। चिट्टी उछालने के बाद ठाकुर को विजेता घोषित कर दिया गया।

वार्ड-2: कृष्णा यादव – भाजपा

वार्ड-3: मानसिंह नीनामा – भाजपा

वार्ड-4: ज्योति सुनील तिवारी – भाजपा

वार्ड-5: भूरीबाई नंदु वसुनिया – भाजपा

वार्ड-6: फूनकी बाई राजाराम – भाजपा

वार्ड-7: संगीता रतन बामनिया – भाजपा

वार्ड-8: तेजुबाई हरेसिंह – कांग्रेस

वार्ड-9: जसमा बाई रामलाल – भाजपा

वार्ड-10: मालती जयराम गावर – भाजपा

वार्ड-11: पप्पू भाबर – कांग्रेस

वार्ड-12: बबीता अंतरसिंह – भाजपा

वार्ड-13: मंगलीबाई – भाजपा

वार्ड-14: सीताराम गावर – कांग्रेस

वार्ड-15 से भाजपा के दिलमन गावर और कांग्रेस के सीताराम को बराबर वोट मिले इसलिए हार-जीत का फैसला नहीं हो पाया। ऐसे में इस वार्ड के लिए भी चिट्टी उछालकर निर्णय किया गया। इसमें कांग्रेस के सीताराम को विजेता घोषित किया गया। 



टिप्पणियाँ