सागवान लकड़ी अवैध परिवहन मामले में तीन दिन प्रकरण दर्ज, संदिग्ध टीपी कि जांच में ओवरलोड लकड़ी परिवहन का हुआ खुलासा

आशीष यादव, धार

वन विभाग सरदारपुर ने तीन दिन बाद सागवान की लकड़ी के अवैध परिवहन मामले में वन विभाग ने कार्यवाही की प्राप्त जानकारी के मुताबिक वन विभाग को गत 4 जून शनिवार को नेशनल हाईवे स्थित फूलगांवडी बाईपास के समीप ट्रक में अवैध सागवान लकड़ी परिवहन की सूचना मिली थी। वन विभाग की टीम ने शनिवार शाम लगभग 4:30 बजे के दरमियान उक्त नेशनल हाईवे से गुजर रहे ट्रक वाहन क्रमांक एमपी 34 एच 6505 को रोका व तफ्तीश की गई। वाहन चालक राजाराम बंसीलाल साहू निवासी सागर द्वारा मध्य प्रदेश - गुजरात सीमा पर स्थित पिटोल बॉर्डर से जारी टीपी अधिकारियों को दिखाई । टीपी में दर्ज क्षमता से अधिक माल लोड होने की आशंका के चलते वाहन को सरदारपुर वन विभाग परिसर लाया गया एवं टीपी से सागवान लकड़ी का मिलान किया गया तो उक्त माल ओवरलोड पाया गया। वन विभाग के जागरूक अधिकारी द्वारा उक्त सागवान लकड़ी हेतु गुजरात के वेदपुर से जारी ओरिजिनल टीपी तलब की गई उक्त टीपी के मुताबिक उक्त सागवान की लकड़ी सागर में संचालित फार्म कल्पना टिंबर पर ले जाई जा रही थी । गुजरात से जारी टीपी में सागवान लकड़ी 186 नाग एवं जलाऊ लकड़ी 30 क्विंटल (लगभग 112 नग) दर्शाई गई थी । वन विभाग द्वारा जप्त की गई लकड़ियों में लगभग 433 नग सागवान की लकड़ी के लट्ठे बल्ली जलाउ लकड़ी पाई गई जिसके अनुमानित लागत लगभग 3 लाख बताई जा रही है। उक्त जानकारी देते हुए वन विभाग के अनु विभागीय अधिकारी संतोष कुमार पाराशर ने बताया कि उक्त मामले में वन उपज व्यापार विनियमन अधिनियम (1969) के नियम 5, 15,16 मध्य प्रदेश वन उपज अभिवहन नियम (2000) के नियम 3,22 तथा भारतीय वन अधिनियम (1927) के नियम 41, 91,52 के तहत वाहन चालक राजाराम पिता बंसीलाल साहू निवासी सागर एवं अन्य 3 आरोपियों वाहन हेल्पर वाहन मालिक एवं क्रेता के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है।वन विभाग द्वारा की गई उक्त कार्रवाई में वन क्षेत्राधिकारी महेश कुमार अहिरवार एवं टीम का सराहनीय योगदान रहा।


बॉर्डर पार कर होता है अवैध परिवहन का खेल- 

विगत कई वर्षों से इंदौर - अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिटोल स्थित सीमा बॉर्डर क्रॉस कर लकड़ी माफिया वाहन में ओवरलोडिंग माल भरकर प्रशासन को खुली चुनौती देते आए हैं। कई मामलों में चेकिंग के दौरान टीपी दिखाकर वन विभाग के आला अधिकारी को गुमराह करने का खेल लकड़ी माफिया बेखौफ होकर खेल रहे हैं। सरदारपुर वन परिक्षेत्र में पूर्व में रेंजर के पद पर पदस्थ रह चुके संतोष पाराशर के अनुविभागीय अधिकारी वन विभाग पद पर सरदारपुर वन परिक्षेत्र में पदस्थ होते ही वन विभाग द्वारा संदिग्ध टीपीयों की निष्पक्ष गहन जांच कर सागवान की लकड़ी ओवरलोड परिवहन का प्रकरण दर्ज किया जाना प्रशंसनीय होकर जन चर्चा का विषय बन रहा है। पूर्व मे रेंजर के पद पर सेवाएं दे चुके पाराशर के कार्यकाल के दौरान अवैध परिवहन माफिया खौफजदा थे। 



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