रसूखदार अवैध कारोबारी पड रहे प्रशासन पर भारी, जनपद उपाध्यक्ष पर प्रकरण दर्ज करना शर्मा को पड़ा भारी

आशीष यादव, धार

प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के दौरान भाजपा को सत्ता सिहासन पर आसीन करने में अहम भूमिका निभाने वाले भाजपा नेता का न केवल राजनीतिक कद बढ़ा अपितु सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र के इंदौर अहमदाबाद नेशनल हाईवे पर संचालित ढाबे अवैध गतिविधियों का गढ़ बने विगत दिनों धुलेट मे अवैध रूप से संचालित बायोडीजल गोडाउन में हुए धमाके ने न केवल प्रशासन की आंखें खोली वही सफेदपोश नेताओं को भी बेनकाब किया है वे नेता जो रसूख के बल पर स्वयं की भूमि में अवैध बायोडीजल गोडाउन संचालित कर रहे थे उन पर कानूनी शिकंजा कसने के बाद ना केवल आरोपी बनाया गया अपितु प्रशासन द्वारा अवैध अतिक्रमण भी नेस्तनाबूद दिया गया जिसने रसूखदार नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी मामला प्रतिष्ठा पर होने के चलते पहली गाज तहसीलदार आदर्श शर्मा पर गिराई गई व तहसीलदार का तबादला जिला मुख्यालय धार करा दिया गया हालांकि उक्त कार्रवाई में राजगढ़ थाना प्रभारी रतनलाल मीणा तथा बीट प्रभारी राजू मकवाना पर भी पुलिस कप्तान द्वारा निलंबन की गाज गिरा दी गई जो भी हो मामले में महज थाना प्रभारी बीट प्रभारी व तहसीलदार को निशाना बनाना जनचर्चा व जांच का विषय बना हुआ है जबकि उक्त मामले में खाद्य विभाग तथा स्थानीय ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों की भूमिका पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं दो बम धमाकों के बाद मामूली धाराओं में प्रकरण बनाना व सफेदपोश नेताओं के वरदहस्त आरोपियों की घटना के 4 दिन बाद भी गिरफ्तारी नहीं होना जन आकर्षण का केंद्र बनी हुई है

नेताओ का रसूख बरकरार - प्रशासनिक अमले की शासन के प्रति जिम्मेदारी तय की गई है जिसके तहत प्रशासनिक अधिकारियों को अपने कार्य क्षेत्र में संचालित अवैध कारोबारियों पर नकेल कसना व जान माल की हिफाजत करना जिम्मेदारों का अहम कर्तव्य होने के बावजूद हुकुम के रसूख के आगे प्रशासनिक अमला न्योछावर दिखाई देता है जिसका पूरा लुफ्त अवैध कारोबारी उठा कर जनता की जान - माल के साथ खिलवाड़ करने में मशगूल है विगत दिनों अवैध अतिक्रमण का हवाला देकर राजगढ़ के एक व्यापारी का कॉम्पलेक्स राजस्व आमले द्वारा ढहा दिया गया था जिसमें पीड़ित पक्ष द्वारा एसडीएम पर लाखों रुपए की रिश्वत मांगने के गंभीर आरोप लगाए गए थे जो मीडिया की सुर्खियां बने थे किंतु हुकुम के वरदहस्त के चलते एसडीएम की कुर्सी बच गई जो भाजपा शासन प्रशासन की जीरो टॉलरेंस नीति पर सवालिया निशान लगा रही है मामले में यदि कांप्लेक्स मालिक द्वारा एसडीएम पर रिश्वत के गंभीर आरोप लगाए गए थे तो संबंधित पर एसडीम द्वारा मानहानि का दावा लगाया जाना चाहिए था किंतु लगभग 2 माह बीतने के बाद भी मामले में राजस्व अमले के जिम्मेदार अधिकारी की चुप्पी कुशंका को जन्म दे रही है अधिकांश समय पर जल संसाधन विभाग के एसडीओ का जल संसाधन विभाग से नदारद रहकर जनपद एसडीएम एसडीओपी कार्यालय में नजर आना जन चर्चा का केंद्र बना रहता है नेताजी के हस्त व संरक्षण के चलते कई ग्राम पंचायतों के निर्माण कार्यों में जनपद नेता जी द्वारा विभागों से ठेकेदारी पर निर्माण कार्य हासिल कर न केवल घटिया निर्माण किए गए अपितु शासकीय राशि का दुरुपयोग कर शासन को आर्थिक क्षति भी करित की गई

प्रताप का ताप पड़ा ठंडा - विगत 15 वर्षों की राजनीति के दौरान भाजपा सरकार के कार्यकाल में ड्रग ट्रायल व्यापम घोटाले जैसे अहम जन हितेषी मुद्दे उठाने वाले साफ-सुथरी छवि के ईमानदार नेता क्षेत्रीय विधायक प्रताप ग्रेवाल का ताप सत्ता परिवर्तन के बाद ठंडा पड़ते दिखाई दे रहा है क्षेत्र में पनप रहे निरंकुश अवैध कारोबारियों पर नकेल कस पाने में असक्षम रहे शासन प्रशासन के विरुद्ध विधानसभा पटल पर मुद्दा उठाए जाने कि नितांत आवश्यकता है किंतु हुकुम के रसूख व राजनीतिक मजबूरियों के चलते क्षेत्रीय विधायक की चुप्पी आने वाले समय में किसी बड़ी जन हानि का कारण बन सकती है हालांकि विधायक ग्रेवाल समय-समय पर धरना आंदोलन ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश सरकार की घेराबंदी कर आमजन मैं अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे हैं किंतु अवैध कारोबारियों भू माफियाओ सट्टेबाजों के विरुद्ध ग्रेवाल का मौन धारण करना जन चर्चा का केंद्र बना हुआ है 




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