आलू , लहसुन आयात करने पर प्रतिबंध लगाने तथा प्याज निर्यात प्रतिबंध मुक्त करने हेतु किसान संगठन का प्रधानमंत्री के नाम पत्र

 प्रति

माननीय प्रधानमंत्री 

भारत सरकार नई दिल्ली


विषय---आलू , लहसुन आयात करने पर प्रतिबंध लगाने तथा प्याज निर्यात प्रतिबंध मुक्त करने हेतु।


माननीय महोदय 

उपरोक्त विषय में निवेदन है कि विश्वसनीय सूत्रों से हमें ज्ञात हुआ है की केंद्र सरकार ने 31 जनवरी तक भूटान से 10,00000(दस लाख मेट्रिक टन) आलू आयात करने का निर्णय लिया है। तथा सुना है कि लहसुन आयात करने का भी निर्णय लिया गया है।यदि यह बात सत्य है, तो महोदय इस वर्ष बड़ी संख्या में किसान कर्ज के गर्त में धस जाएंगे, इंदौर जिले में हजारों हेक्टेयर जमीन में किसानों ने 40-42 रुपए प्रति किलो की दर से बीज खरीद कर लगाया था। उन्हें उम्मीद थी कि इस वर्ष देश में आलू की कमी के चलते, अच्छे भाव मिलेंगे तथा उनका सारा कर्ज उतर जाएगा। अभी मध्यप्रदेश में आलू की हार्वेस्टिंग शुरू भी नहीं हुई थी कि भाव एकदम धराशाई हो गए हैं। वर्तमान समय में यहां आलू के एवरेज भाव12 से 15 रू प्रति किलो के भाव रह गए हैं। यदि स्थिति को नहीं संभाला गया और इसी गति से हारवेस्टिंग होती रही तो, भाव और नीचे चले जाएंगे, अभी इंदौर मालवा क्षेत्र में बड़ी मात्रा में आलू निकलना शेष है, यदि भूटान से आलू तथा तथा अन्य किसी देश से लहसुनआयात करने की बात सही है, तो निश्चित रूप से यह देश केकिसानों के लिए घोर आत्मघाती निर्णय साबित होगा।



अतः माननीय महोदय आलू व लहसुन आयात करने का निर्णय सरकार वापस लें , इसके स्थान पर आलू व लहसुन निर्यात हेतु मार्ग प्रशस्त करने की कृपा करें।

इसके अतिरिक्त प्याज के निर्यात पर सरकार ने अचानक प्रतिबंध लगा दिया है, परिणाम स्वरूप प्याज के भाव भी बुरी तरह गिर चुके हैं। गत माह भाव को देखकर लाखों हेक्टीयर जमीन में किसानों ने प्याज की फसल बड़ी आशा व उम्मीद से लगाई थी। किंतु सरकार के इस निर्णय से किसानों को घोर निराशा हुई है।


माननीय महोदय , करबद्ध एवं सादर निवेदन है कि आलू व लहसुन के आयात पर प्रतिबंध लगाया जाए तथा प्याज निर्यात पर लगा प्रतिबंध पूर्णरुप से हटाने का कष्ट करें।


निवेदक


समस्त किसान आलू उत्पादक संघ इंदौर मध्य प्रदेश

अध्यक्ष आलू उत्पादक संघ इंदौर              

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