अतिथि कार्यकर्ताओं का दिल जीतते हुए केरल

श्रम आयुक्त श्री प्रणव ज्योतिनाथ IAS, ने कहा कि अतिथि श्रमिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार का नियोग कृतार्थ है।श्रम आयुक्त ने अतिथि श्रमिकों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की जांच के लिए एर्नाकुलम के 103 शिविरो का दौरा किया। कमिश्नर ने  एर्नाकुलम के गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल, पेरुम्बावूर का दौरा किया। उस शिविर मे 180 से अधिक अतिथि श्रमिकों रह्ते है | शिविर मे  देश के विभिन्न भागो जैसे की असम, ओडिशा, बंगाल से आऐ हुऐ श्रमिकों उपस्थित थे और वे तालाबंदी से पहले विभिन्न कार्यों जेसे की प्लाईवुड, निर्माण, कृषि,  सिलाई मशीन ऑपरेटर और अन्य घरेलू कार्यों करते थे | अपनी वापसी पर, आयुक्त ने श्रमिकों को सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी और उन्हे यह भी  समझाया की यदि उन्हें किसी भी समस्यो का सामना करना पड़ता है, तो वे जांच के लिए जिला श्रम कार्यालय के हेल्पडेस्क या राज्य के कॉल सेंटर से संपर्क करने के लिए स्वतंत्र हैं।


 प्रवासी श्रमिकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ लेबर कमिश्नर को  नाज़ प्लाइवुड फैक्ट्री, पेरुम्बावूर मे स्वागत किया । श्रमिकों ने बताया कि वे सामुदायिक रसोई से आने वाले खाद्य आपूर्ति और प्रावधानों से अत्यधिक संतुष्ट हैं। कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि "वे केरल मे सुरक्षित हैं और केरल स्वर्ग के बराबर है" , इस प्रकार भगवान के अपने देश यानि की “Gods own country” क उद्धरण को आज एक वास्तविकता बना दिया है| "भले ही हम अपने  घर में पैसे भेज नहीं सकते, लेकिन हम यहा के सेवाओं से खुश और आभारी हैं “- अतिथि कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधि बुलिश नाइक ने कहा।  लॉकडाउन के कारण परिवहन सुविधाएं अनुपलब्ध हैं, इसलिए आयुक्त ने सरकार द्वारा उठाए गए सुरक्षा उपायों के तहत श्रमिकों को शिविर में रहने के लिए प्रेरित किया।


आयुक्त ने अतिथि श्रमिकों के साथ क्रिकेट खेला जिससे उन्हें एक घरेलू माहौल मिला।  लगभग 6000 श्रमिकों रहने वाले कीटेक्स, पेरुम्बावूर के शिविर के सफ़र के बाद कमिश्नर ने मुवत्तुपुझा के अन्य शिविरों का दौरा किया।  श्रमिकों की पसंदीदा भोजन की जरूरतें बांग्लादेशी कोलनी में पूरी की जा रही हैं, जिसमें लगभग 6 शिविर् हैं। श्री के श्रीलाल, अतिरिक्त श्रम आयुक्त, श्री डी सुरेश कुमार, क्षेत्रीय संयुक्त श्रम आयुक्त, श्री मोहम्मद सियाद, उप श्रम आयुक्त, श्री वी.बी. बीजू और श्री पी रघुनाथ, जो जिला श्रम अधिकारीयो हैं और श्री टी.के. नाज़र, सहायक श्रम अधिकारी भी पेरुम्बावूर और मुवत्तुपुझा के शिविरो के दौरा किया |



आयुक्त ने कहा कि अब तक आए शिविरों से कोई शिकायत नहीं मिली है। श्रमिकों के सामाजिक और मानसिक भलाई को सुनिश्चित करने के लिए विशेष टीमों की भर्ती की गई है। श्रमिकों की मनोवैज्ञानिक चिंताओं से निपटने के लिए काउंसलर भी मौजूद हैं। जिला श्रम आयुक्त की अध्यक्षता वाली एक टीम सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए शिविरों में नियमित हैं। पूरे राज्य में इस प्रक्रिया का पालन किया गया है और मानसिक शांति सुनिश्चित करने के लिए और् कार्यकर्तायो के मनोरंजन के लिए व्यवस्था की गई है। आज लेबर कमिश्नर और अन्य सदस्य त्रिशूर के शिविरों का दौरा करेंगे|



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