वेटरनरी कॉलेज महू में 3 दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन (AASCON-2020) का आयोजन, 400 पशु वैज्ञानिकों ने लिया हिस्सा
देशी नस्ल के पशु धन एवं गौ संवर्धन करने एवं उन पर अनुसंधानकर्ताओं द्वारा अपनी राय रखने हेतु वेटरनरी कॉलेज महू में वेटरनरी एवं एसोसिएशन ऑफ एनिमल साइंटिस्ट द्वारा तीन दिवसीय AASCON-2020 सम्मेलन का शुभारंभ किया गया ....
पशुपालन महाविद्यालय महू एवं एसोसिएशन ऑफ एनिमल साइंटिस्ट द्वारा पहली राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि कामधेनु आयोग के चेयरमैन डॉ वल्लभभाई कथिरिया ने किया, जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गौ संवर्धन हेतु कामधेनु आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. ....
हम आपको बता दें अधिवेशन के पहले दिन देश एवं प्रदेश की देशी नस्ल की गायों का संवर्धन किस तरीके से किया जाए और उनसे अधिक दूध उत्पादन कैसे करें और पशुओं को तकनीकी आधार पर उचित पोषण किस तरीके से दिया जाए जिससे देशी नस्ल की गायों में सुधार हो सके जिससे गौ पालन को एक इंडस्ट्रियल रूप में परिवर्तित किया जा सके इसको लेकर देशभर के करीब 400 पशु वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया जिसमें सभी ने अपनी राय रखी और इस बात पर मंथन किया कि देशी नस्ल की भैंसों एवं दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य पर किस तरीके से काम किया जाए जिससे वह स्वस्थ रहकर अधिक दूध उत्पादन कर सकें इस परिपेक्ष में जिन वैज्ञानिकों ने राष्ट्रीय अनुसंधान किए हैं ऐसे वैज्ञानिक इस कार्यक्रम में दूध उत्पादन को किस तरीके से बढ़ाया जाए इस पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे..
कार्यक्रम का उद्देश्य 50 उत्कृष्ट पशु चिकित्सकों को पूर्ण रूप से जानकारी देना है जो कि तीन दिवसीय आयोजन में वैज्ञानिकों की बात सुनेंगे वह सब जाकर पशु पालक को एवं किसानों को यह जानकारी देंगे ताकि शासन की योजनाओं का उपयोग एवं अनुदान राशि का उपयोग गोवंश की रक्षा के लिए किस तरीके से किया जाए यह बात उन तक पहुंचाई जा सके..
इस अधिवेशन में पशु पालक एवं किसानों के लिए बैंकों एवं पशु फार्मेसी द्वारा स्टॉल भी लगाई गई जिसमें पशु उत्पादन बढ़ाने के लिए उचित दवाइयां एवं प्रोडक्ट रखे गए
वेटरनरी कॉलेज महू में 3 दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन (AASCON-2020) का आयोजन
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