धार /- देश में कई जगह वृद्धाश्रम है। कुछ शुल्क वाले तो कुछ निःशुल्क भी। आइए आज हम मध्यप्रदेश के धार जिले के एक निःशुल्क वृद्धाश्रम के एक नवाचार से आपको अवगत करवाते है। यहां के वृद्धजनों ने ऊर्जा बचत, साक्षरता, नशा मुक्त परिसर, संचालन सहभागिता, प्राकृतिक खेती, फल, सब्जी व औषधी उद्यान के साथ गौशाला संचालन सहयोग भी करते है। इनके साथ ही नवाचारी कार्य भीं निरंतरता से करते है। आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम पूजन हवन तो करना चाहते है पर कंडे, विविधवत हवन सामग्री जुटाना कठिन कार्य है।
श्रद्धालय वृद्धाश्रम के वृद्धजनों ने भोज शोध संस्थान के निदेशक डॉ दीपेंद्र शर्मा की पहल पर इस समस्या का आसान उपाय खोजा है वे शुद्ध गाय के गोबर से बना रहे है हवन कंडे। कार्य प्रभारी वृद्ध भागवंता बाई ने बताया कि इन कंडों में गायत्री परिवार की हवन सामग्री मिली हुई है। ये मशीन रहित हाथ से बनाये हुए है। इनमें वृद्धजनों की श्रद्धा भी जुड़ी है। वृद्धाश्रम प्रबंधन की ओर से विद्या गुंजाल ने बताया कि चार इंच आकार के इन कंडों की उपलब्धता वृद्धाश्रम सहयोगी के साथ अब आम जनता के लिए भी होगी। हमारा उद्देश्य व्यवसाय नहीं है हम वृद्धाश्रम के वृद्धजनों के इस सेवा सरोकार को व्यापकता प्रदान करना चाहते है। इन हवन कंडों का उपयोग बड़ा आसान है। बस तोड़ो जलाओ और हवन का लाभ उठाओ।
श्रद्धालय वृद्धाश्रम धार ने तैयार किए है विशेष *हवन कंडे* जो बने है शुद्ध गाय गोबर से, बनाये है वृद्धजनों ने। आप इनका उपयोग करके इन्हें प्रोत्साहित कर सकते है। कंडों के लिए संपर्क श्रद्धालय वृद्धाश्रम धार मो 9589536524

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