एक्ट्रेस सारिका दीक्षित ने किया नेशनल सिल्क एक्सपो का उद्घाटन

 


भारतीय महिलाओं के लिए श्रृंगार है सिल्क साड़ियां~ सारिका दीक्षित

इंदौर । प्राचीन काल से ही भारत में सिल्क की साड़ियों का प्रचलन रहा है। तीज त्यौहार व विवाह समारोह में सिल्क साड़ियां पहनना शुभ माना जाता है । जिस तरह से महिलाओं के लिए आभूषण आवश्यक है उसी तरह सिल्क साड़ियां भी महिलाओं के लिये श्रृंगार ही है।

यह कहना है नेशनल सेल्स एक्सपो की ब्रांड एंबेसडर और एक्ट्रेस सारिका दीक्षित का। वे अभय प्रशाल में 22 से 27 नवंबर तक आयोजित होने वाली नेशनल सिल्क एक्सपो के उद्घाटन के अवसर पर बोल रही थी। उन्होंने यहां के प्रत्येक स्टॉल पर जाकर साड़ियां अच्छी और उनकी उनकी जमकर प्रशंसा की। सारिका दीक्षित ने कहा कि अब तो भारतीय संस्कृति का डंका विदेश में भी बज रहा है । भारतीय परिधान को अब विदेशी महिलाएं भी अपना रही हैं। वैवाहिक स्पेशल साडियो में हल्दी के लिए पीले, मेहंदी के लिए हरे तथा महिला संगीत के लिए विभिन्न प्रकार की वैरायटी आपको यहां मिल सकती है। यह सभी साडिया बुनकरो ने कडी मेहनत कर अपने हाथों से बनाई है।

इस एग्जीबिशन में अपने प्रोफेशन और पसंद के अनुसार साडिय़ां खरीद सकते हैं, क्योंकि यहां त्यौहार के लिए चटख रंगों और हैवी वर्क से लेकर, ऑफिस के लिए पेस्टल शेड्स और डेलिकेट वर्क वाली यूनीक साडिय़ां उपलब्ध हैं। आयोजक जयेश कुमार गुप्ता ने बताया यहां 20 से अधिक राज्यों के 80 से अधिक स्टॉल पर पैठणी, कढ़वा बूटी, तनछेई सिल्क, प्योर जरी वर्क कांजीवरम, मूंगा सिल्क साडिय़ां मौजूद हैं। साथ ड्रेस मटेरियल्स से लेकर प्योर फेब्रिक्स के ही कॉर्सेट्स, रिवर्सेबल कुर्तियां, ट्रेंडी और डेलीकेट दुपट्टे के साथ ज्वेलरी भी मौजूद है।

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