करोड़ों रुपए अस्पताल पर खर्च फिर भी पर्याप्त सुविधाओं का अभाव, सुविधाएं नहीं मिलने से बाहर जा रहे मरीज

 



सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जनरेटर या इनवर्टर की सुविधा नहीं, बिजली गुल हो जाने पर हो रही परेशानी

अस्पताल का जनरेटर बड़ा लावारिस हालत में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी, पर्याप्त स्टाफ का अभाव

अशोक जैन उमरबन

केंद्र एवं राज्य सरकार ग्रामीण अंचलों में निवासरत ग्रामीणों के लिए स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर अस्पताल का निर्माण कराती है जिससे गांव में रहने वाले गरीब लोगों को इसका लाभ मिले इसको लेकर राज्य सरकार द्वारा 4.50 करोड़ रुपए खर्च कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण किया गया। इस अस्पताल का लोकार्पण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 6 मार्च 2023 को ग्राम बालीपुर से डिजिटल लोकार्पण किया गया लेकिन लोकार्पण के लगभग 4 माह का समय बीतने के बाद भी आज तक इस अस्पताल में न तो पर्याप्त स्टाफ की सुविधा है एवं ना ही इलाज करने के लिए संसाधन उपलब्ध है जिसके कारण क्षेत्र के गरीब लोगों को इस अस्पताल का लाभ नहीं मिल रहा है जिससे इलाज कराने के लिए मनावर धामनोद बड़वानी धार आदि जगहों पर जा रहे हैं। 

       जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का लोकार्पण 6 मार्च 2023 को ग्राम बालीपुर धाम में नशा मुक्ति कार्यक्रम के तहत उमरबन में नवनिर्मित अस्पताल भवन का वर्चुअल लोकार्पण किया गया था। इस अस्पताल भवन निर्माण में 4 करोड़ 47 लाख 93 हजार रुपए खर्च कर ग्रामीणों के उपचार के लिए खोला गया था जिससे क्षेत्र के गरीब लोगों को इसका लाभ मिले लेकिन पर्याप्त स्टाफ एवं पर्याप्त मात्रा में संसाधन नहीं होने के कारण इस अस्पताल भवन का लाभ नहीं मिल रहा। वर्तमान में मात्र 2 डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं जबकि मेडिसीन विशेषज्ञ शिशु रोग विशेषज्ञ महिला चिकित्सक सहित अन्य डॉक्टरों की कमी होने से मरीज लोग इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है। 

--> संसाधनों की कमी :- के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों के उपचार के लिए एक्सरे मशीन ऑपरेशन के लिए संसाधन सहित आंख कान के लिए उपकरण की व्यवस्था नहीं है। साथ ही पर्याप्त मात्रा में संसाधन उपलब्ध नहीं होने से मरीजों को लाभ नहीं मिल रहा है। 



--> इमरजेंसी लाइट की व्यवस्था नहीं :- करोड़ों रुपए अस्पताल भवन पर खर्च किए गए लेकिन अस्पताल में ना तो इनवर्टर की सुविधा है एवं नाही जनरेटर की जिसके कारण रात्रि के समय डिलीवरी के वक्त लाइट चली जाती है तो काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अस्पताल का पुराना जनरेटर लावारिस हालत में पुराने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन के बाहर पड़ा है जो अनुपयोगी साबित हो रहा है। 

--> महिला चिकित्सक का पद रिक्त :- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिला चिकित्सक नहीं होने से क्षेत्र की महिलाएं इलाज कराने के लिए धामनोद बड़वानी मनावर धार आदि जगहों पर जाना पड़ रहा है जिससे आर्थिक नुकसान के साथ समय भी खर्च हो रहा है। यदि महिला चिकित्सक की नियुक्ति हो जाती है तो निश्चित ही महिलाओं को लाभ मिलेगा। इसी तरह पर्याप्त मात्रा में सफाई कर्मी नहीं होने से काफी परेशानी हो रही है। साथ ही चौकीदार का पद भी रिक्त चल रहा है। क्षेत्र के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर धार से इस अस्पताल भवन में पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की गई।


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