आशीष यादव, धार
जिले में युवा अवस्था से पहले युवक-युवतियां नशे के आदि होते जा रहे है। १५ वर्ष की आयु से ही युवक शराब और तंबाकू का सेवन करने लगते है। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पॉपूलेशन साइंस मुंबई द्वारा गत वर्ष जारी किया गया नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे रिपोर्ट में धार जिले में युवाओं में बढ़ती नशे की लत को लेकर भी आंकड़े साझा किए गए थे। इसके अनुसार जिले में २५.७ प्रतिशत युवक ऐसे है, जो १५ वर्ष की उम्र के बाद शराब का सेवन करने लगे है, जबकि ४४.१ प्रतिशत युवक इस उम्र से ही तंबाकू के आदि हो रहे है। इसके अलावा भी कुछ आंकड़े ऐसे है, जिनमें युवतियां भी तंबाकू और शराब की तरफ बढ़ रही है, जो चिंताजनक है। शराब का सेवन करने में ३.९ प्रतिशत हिस्सेदारी युवतियों की भी है, जबकि तंबाकू के मामले में युवतियों का आंकड़ा ७.४ प्रतिशत बताया गया था। इन चौंकाने वाले आंकड़ों के बाद धार जिले को उन १०० जिलों में शामिल किया गया है, जहां नशा मुक्ति अभियान २.० के तहत हुआ है। अभियान के तहत नई पौध को नशे से बचाने के लिए अब ग्राउंड लेवल पर काम करने की कार्ययोजना बनाई गई है। ताकि युवाओं को नशे से दूर किया जा सके।
यह है योजना
दरअसल सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय नईदिल्ली द्वारा नशीली दवा की मांग में कमी के लिए राष्ट्रीय कार्य योजनांतर्गत नशामुक्त भारत अभियान २०२०-२१ के क्रियान्वयन के तहत देश के २७२ जिलों को शामिल कर चिह्नित किया है। इनमें नशामुक्त भारत अभियान २.० के दूसरे चरण में १०० जिलों को जोड़ा जा रहा है, जिसमें मप्र के धार जिले को भी चिह्नित किया गया है। सामाजिक न्याय विभाग की तरफ से नशामुक्त भारत अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना है।
आज से होगी शुरूआत
इस अभियान की विधिवत शुरूआत २ अक्टूबर गांधी जयंती पर होगी। इसके साथ ही वर्षभर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाना प्रस्तावित की गई है। जिससे लोगों को नशे के प्रति जागरूक कर दूर करने का प्रयास किया जा सके। तंबाकू, शराब और अन्य नशा करने वाले लोगों को चिह्नित कर उनकी काउंसलिंग और प्रशिक्षण के लिए भी सत्र प्रस्तावित किए गए है। अब तक का सबसे बड़ा अभियान शुरू करने की तैयारी है।
खास-खास
-८१५३ वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला धार जिला।
-२१.८५ लाख है जिले की आबादी।
-१२ लाख आबादी है एसटी वर्ग की।
-७६३ पंचायतें है जिले में।
-१५२९ गांव व ११ नगरीय निकाय है जिले में।
अभियान की शुरूआत
सामाजिक न्याय एवं निशक्त कल्याण विभाग के उपसंचालक रायसिंह नरवरिया ने बताया कि अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियां प्रस्तावित है। इसकी शुरूआत २ अक्टूबर गांधी जयंती से की जा रही है। इसमें युवाओं को नशे की लत से दूर रखने के लिए विभिन्न सत्रों में प्रशिक्षण, जागरूकता व काउंसलिंग की जाना प्रस्तावित है।
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