धार जिले में पूरक पोषण आहार वितरण घोटाला

आशीष यादव, धार 

मंगलवार को धार जिला कांग्रेस द्वारा पत्रकारवार्ता का आयोजन कर गत दिनों जारी हुई कैग की रिपोर्ट के अनुसार जिले में पोषण आहार के तहत वर्ष 2018-19 से 2020-21 तक प्रदेश में जमकर घोटाला हुआ हैं, प्रदेश के आठ जिलों में धार जिला भी शामिल है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस के आरोप पत्र समिति के उपाध्यक्ष पारस सकलेचा ने कैग की रिपोर्ट को आधार बताते हुए अपनी ओर से आंकडे प्रस्तुत किए।पूर्व विधायक ने बताया कि शाला त्यागी बालिकाओं की संख्या में मनमाफिक हेरफेर की गई हैं, जिसमें मई 2018 से जुलाई 2018 में चाइल्ड डिस्ट्रकट प्रोजेक्ट ऑफिसर ने शाला त्यागी बालिका की संख्या 8735 बताई। इसके बाद डायरेक्टर ने 11310 संख्या बाई। इस तरह से शाला त्यागी बालिकाओं की संख्या में मैनीपुलेशन को हटा दिया गया।

वहीं 6 आंगनबाड़ी परियोजना केंद्र के डाटा परीक्षण करने पर पाया कि शाला त्यागी बालिकाओं की संख्या रजिस्टर में मात्र 2 तथा 4135 को एमआईएस में रजिस्टर्ड बताया गया। वहीं 6821 को लाभांवित बताया गया।

आंकडों के बारे में जानकारी देते हुए सकलेचा ने बताया कि पोषण आहार का उत्पादन क्षमता 84 मैट्रिक टन प्रतिदिन के बदले 2018-19 से 2020-21 में 181 दिना में क्षमता से 3880. 197 टन ज्यादा उत्पादन बताया गया। जिसका मूल्य भी लगभग 23 करोड 86 लाख रुपए है। विभाग के डीपीओ एस तथा सीडीपीओ एस ने नियमानुसार विजिट नहीं किया।

इन दोनों अधिकारियों को 2018 से 2021 में 1320 विजिट करना था, उन्होंने टारगेट की मात्रा का 21 प्रतिशत विजिट किया, जिसमें से डीपीओ एस ने एक भी केंद्र पर विजिट नहीं किया गया। इस तरह से पोषण आहार के नाम पर करोड़ों रुपए का घोटाला प्रदेश की सरकार ने किया हैं, यह एक मात्र घोटाला नहीं है। इस तरह के सैकड़ों घोटाले भाजपा की सरकार कर चुकी है।विधायक प्रताप ग्रेवाल के अनुसार तिरला, नालछा, उमरबन, मनावर तथा बदनावर ने बेसलाइन सर्वे ही नहीं किया। वहीं गंधवानी में टेक होम राशन का अप्रैल 2018 से मई 2018 तथा मार्च 2019 से 2021 तक का रिकॉर्ड भी नहीं मिला है। वहीं ग्राम मवाड, काडोलाखुर्द और कोटभीडोदा ने टेक होम राशन की प्राप्ति और वितरण का रिकॉर्ड नहीं मिला है। वार्ता में समिति के उपाध्यक्ष पारस सकलेचा,विधायक प्रताप ग्रेवाल,जिला अध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गौतम,शहर अध्यक्ष टोनी छाबड़ा मौजूद थे। 



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