आशीष यादव, धार
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को धार जिले के धरमपुरी विधानसभा से कांग्रेस विधायक पांचलाल मेड़ा के साथ भाजपा विधायक और पुलिस द्वारा की गई मारपीट के विरोध में खूब हंगामा हुआ। विधायक मेड़ा पीसीसी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्स के दौरान आरोप लगाया कि कारम डैम में दो प्रभावित होगी आवाज उठाने के लिए मैं विधानसभा में जा रहा था इस दौरान मुझे रोकने के लिए भाजपा के विधायक और पुलिस ने मेरे साथ मारपीट की। इस घटना में विधायक के कपड़े भी फट गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद साथी कांग्रेस विधायक कौन हैं विधानसभा सत्र के दौरान घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। इससे सत्र को बीच में ही रोकना पड़ा।
कांग्रेस विधायक मेड़ा ने कहा की मैं कल जब विधानसभा में अध्यक्ष के पास जा रहा था, तब गेट पर पुलिसवालों ने मुझसे मारा-कूटी की। मैंने अध्यक्ष को बताया कि मेरे साथ ऐसी घटना हुई है तो भाजपा विधायक उमाकांत जी ने मेरे साथ धक्का-मुक्की कर दी। उन्होंने मेरा गला दबाकर मारने की कोशिश की। मैंने कहा, मैं अपने क्षेत्र में पुनर्वास की बात को क्यों नहीं उठाऊं। मेरे क्षेत्र में सरकार ने पुनर्वास की कोई व्यवस्था नहीं की। किसान जंगलों में रहने को मजबूर हैं। ये 600 परिवार कहां जाएं। सीएम शिवराज आज तक वहां नहीं गए। मैंने आवाज उठाई तो साजिश के तहत मुझ पर हमला किया गया। मुझे विधानसभा अध्यक्ष और गृहमंत्री को बताने का अधिकार नहीं है क्या? मुझ पर जानलेवा हमला हुआ है। मुझे सुरक्षा नहीं चाहिए, जो सुरक्षा दी है वह भी ले ली जाए। मैं किसान भाइयों के लिए मरने को तैयार हूं।’
दर्द बताते हुए छलके आंसू
घटना बताते हुए विधायक मेड़ा रोने लगे। कारम डैम मैं प्रभावित हुए परिवारों को अब तक मुआवजे के तौर पर रकम नहीं मिली है। विधायक भी उन्हीं लोगों की पीड़ा बताते हुए रोने लगे। तब विधायक व पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने उनके आंसू पौछे।
इधर संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जैसा कांग्रेस का गाना होगा, वैसा हमारा बजाना होगा। विपक्ष सदन चलने नहीं देना चाहता, इसका कारण विपक्ष का एक्सपोज होना है। उनके पास कोई वक्ता भी नहीं है, इसलिए सिर्फ हंगामा कर सदन के संचालन में अवरोध उत्पन्न करते हैं।
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