त्रिशला नन्दन वीर की जयकारो के साथ मनाया भगवान महावीर स्वामी का जन्म उत्सव

यशवंत जैन 

चंद्रशेखर आज़ाद नगर :-पयुर्षण तप और त्याग का पर्व है। इस दौरान आत्मा की अज्ञानता दूर करना यही सच्चा धर्म है। पयुर्षण पर्व के दौरान आठ कर्मों का दहन करना तथा जीवमात्र के प्रति दया रखना यही सभी का परम कर्तव्य है। चंद्रशेखर आज़ाद नगर में श्रीसुविधिनाथ जैन मंदिर उपाश्रय में रविवार को पर्युषण महापर्व के तहत भगवान महावीर का जन्मवाचन समारोह धूमधाम से मनाया गया।

इस अवसर पर अचिंत्य चिंतामणि कल्पसूत्र शास्त्र में उल्लेखित महावीर जन्म के वृत्तांत का वाचन श्रावक योगेश कुमार जैन द्वारा किया गया। इस महापर्व के अंतर्गत कल्पसूत्र में उल्लेखित भगवान महावीर के जन्म-प्रसंग का वाचन सुनाया गया । भगवान के जन्म की घोषणा के बाद सम्पूर्ण जैन समाजजनों ने भगवान को त्रिशलानन्दन वीर की जयबोलो महावीर की जयकारो से अक्षत से बधाया इसके समाजजनों को लाभार्थी परिवार ने केशरिया छापे लगाकर सत्कार किया इसके बाद मन्दिर जी मे भगवान महावीर स्वामी जी की महाआरती लाभार्थी परिवार द्वारा की गई।

 श्रीसंघ द्वारा भगवान महावीर स्वामी के जन्म उत्सव के पूर्व भगवान महावीर स्वामी जी के पालने की बोली का लाभ श्रीमान रतनलाल जी देवचंद जी जैन( पूर्व शिक्षक) द्वारा लिया गया। केशरिया छापे लगाने का लाभ श्रीमान फतेलाल जी मेहता परिवार ने लिया एवं भगवान महावीर स्वामी जी की महाआरती का लाभ जैन श्रीसंघ पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय नगीनलालजी पुत्र यशवंत ,संदीप सालेचा व्होरा परिवार ने लिया गया।

इसके बाद समाजनो ने बाल प्रभु महावीर को पालने में झुलाया तथा पालना जी एवं चौदह स्वप्नाजी जी का जुलूस मन्दिर जी से धूमधाम से निकाला गया जुलूस में एक सी पोशाख में बालिकाएं, महिलाएं अपने सिर पर स्वप्नाजी धारण कर चल रही थी पीछे बाल प्रभु महावीर स्वामी जी का पालना धारण किये लाभार्थी परिवार की तपस्वी बहन अन्तिमबाला चलरही थी महिला मंडल एवं श्रीसंघ के वरिष्ठ जन एव अखिल भारतीय राजेन्द्र जैननवयुवक परिषद, महिला परिषद ,तरुण परिषद के युवा वर्ग जुलूस में सहभागिता कर भगवान महावीर के जयघोष लगाते चल रहे थे जुलूस नगर के प्रमुख मार्गों से निकला जहां बाल प्रभु महावीर स्वामी जी के दर्शन को नगर की जनता लालायित थी और भगवान सभी को दर्शन दे रहे थे। 









जुलूस नगर भृमण के बाद लाभार्थी परिवार के घर पहुचा यहाँ पर लाभार्थी परिवार द्वारा भगवान को बधाया एवं पालना जी एवं स्वप्नाजी को घर पर स्थान देकर रात्रि में चौबीसी के साथ रात्रि में प्रभु की महाआरती की जाएगी। इस अवसर पर लाभार्थी परिवार की ओर से श्रीसंघ को प्रभावना वितरित की गई इसके पश्चात महाप्रसादी श्रीसंघ द्वारा वितरित की गई भगवान महावीर स्वामी के जन्म पर आजीवन स्वामीवत्सल्य के लाभार्थी परिवार केशरीमलजी चोरडिया परिवार द्वारा लिया गया। 


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