परमार कालीन बावड़ी का कराया गया जीर्णोद्धार, फिर से बावड़ी लौटी अपने पुराने वैभव में

 देपालपुर में मंगलेश्वर मंदिर में परमार काल में निर्मित तथा अहिल्या माता द्वारा जीर्णोधार करवाए गए सूरज कुंड की जन सहयोग से सफाई करवाई गई, लगभग 30 साल बाद पुराने वैभव में लौटा कुंड

इसमें अंदर गोमुख था जिससे लगातार जल निकलता है पुराने समय में इसी जल से मंगलेश्वर महादेव का अभिषेक भी होता था। गोल गेरे में अंदर से निकला गो मुख तथा सफाई के पूर्व ये स्थिति थी।




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