आशीष यादव, धार
पहले से हत्या के मामले में जेल में बंद बाला बागवान पूर्व भापजा पार्षद ने भाईयों के साथ मिलकर किसानो से धोखाधड़ी की है। आरोपियों ने पहले किसानो को महंगे दामों पर फसल बेचकर लाखों रुपए कमाने का झांसा दिया तथा उनसे उपज लेकर महाराष्ट्र जाकर बेच दिया। इसके बाद उपज सहित मुनाफे की रकम देने से पलट गया, खेती किसानी में सालों का विश्वास करके धंधा कर रहे किसानों से आरोपियों ने करीब 18 लाख रुपए धोखाधड़ी की है। हालांकि जब भी किसान रुपये मांगने आरोपी की दुकान या घर जाते थे, आरोपी बाद में देने का कहकर बात को टाल देता था। किसान पिछले डेढ़ साल से अपने भुगतान के लिए परेशान हो रहे है। ऐसे में किसान अब नौगांव थाने पहुँचे, जहा पर पुलिस ने आवेदन के आधार पर प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने जिन लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है, उसमें से भाजपा नेता पहले ही हत्या के मामले में धार जेल में बंद है। ऐसे में अब पुलिस भाजपा नेता बाला बागवान को जेल पहुँचकर अपने प्रकरण में गिरफ्तारी लेकर शेष दो आरोपियों की तलाश शुरू करेगी।
जानकारी के अनुसार भाजपा नेता का परिवार किसानो से थोक में उपज खरीदने का कामकाज करता है, धार, इंदौर के बाद उपज समीप के प्रदेशों में भी ऊँची रकम मिलने पर बेचने का काम शुरू किया। दाम धार से अधीक मिलने के कारण कई किसान भाजपा नेता के सपंर्क में आए थे। आरोपी किसानो को लालच देकर उनकी उपज लेते थे, इसके एवज में उपज की रसीद व उसपर मिलने वाली रकम भी अंकित कर देते थे। ताकि किसान को भरोसा रहे। आवेदन में गोपाल ठाकुर ने बताया कि करीब 6 किसानो से आरोपियों ने लहसन, प्याज और मटर वर्ष 2020 में बेचने के लिए दिए थे, जिसके बाद से कुल रकम 18 लाख 86 हजार 760 रुपए नही दिए थे। पुलिस ने इस मामले में रसीद मोहम्मद, बाला बागवान व इरफान के खीलाफ प्रकरण दर्ज किया है। वही नौगांव टीआई आंनद तिवारी ने बताया कि किसानो की उपज लेकर भुगतान नहीं किया था, जिसके चलते वैधानिक कार्यवाही की गई है।
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