जिला पंचायत की राह नही आसान मुकाबला होगा कड़ा हर उम्मीदवार कर रहा जीत जा दावा, दोनों पार्टीओ ने अधिकृत उम्मीदवारों की सूची जारी कुछ वार्डो के नाम बाकी

आशीष यादव, धार

इस बार के जिला पंचायत चुनाव में अभी उस तरह की गहमा गहमी का माहौर बहले ही नजर नहीं आ रहा है। इसके पीछे की मुख्य वजह यह है कि अभी फार्म उठने के बाद मैदान में कौन होगा यह देखना बड़ी बात है वही कही जिला पंचायत के वार्ड ऐसे हैं जहां राजनीतिक घरानों के चेहरे मैदान में हैं या फिर बड़े नाम जो भले सांसद का चुनाव लड़े दिनेश गिरवार मैदान में है व कही विधानसभा का चुनाव लड़ लिए है कुछ ने दावेदारी करी थी वे यहां दांव आजमा रहे हैं। वार्डों 14 में जिपं सदस्य का चुनाव अभी से 'हॉट सीट' बन गया है और मुकाबला रोचक होने से सभी की नजरें इधर हो गई हैं। वही इधर लम्बे समय बाद होने वाले जिला पंचायत चुनाव के लिए दोनों ही पार्टियों ने कमर कस ली है । हर नेता चुनावी रंग में रंगे हुए है , हर कोई अपने अपने समर्थकों को पार्टी से अधिकृत करवाने में लगा है । वहीं कई जगह गुटबाजी के चलते स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए है , ऐसे में अभी किसी भी प्रकार के परिणाम तक पहुंचना जल्दबाजी होगी । दोनों ही पार्टिया अधिक से अधिक जिला पंचायत सदस्यों को जीतकर जिला पंचायत कब्जे में लेने का प्रयास कर रही है , क्योकि जिला पंचायत से ही चुनावी सीजन शुरू हो रहा है , जिला पंचायत चुनाव के बाद नगरीय निकाय , मंडी चुनाव , विधानसभा और लोकसभा की राह तय होगी । जिला पंचायत अनारक्षित होने से चुनाव हुआ दिलचस्प इस बार जिला पंचायत अनारक्षित होने से हर किसी की नजर जिला पंचायत अध्यक्ष पर टिकी है , हर कोई जिला पंचायत सदस्य का उम्मीदवार अध्यक्ष बनने का सपना देख रहा है । अभी फार्म जमा करने के बाद अपने आप को पार्टी समर्थित बनने के लिए अपने अपने आकाओं की शरण में जा रहे है । भाजपा में विक्रम वर्मा , राज्यवर्धनसिंह दत्तीगांव , राजीव यादव , सांसद दरबार जैसे नेताओं के पास कार्यकर्ताओं की भीड़ देखी जा रही है , वही कांग्रेस में बालमुकुंद सिंह गौतम , कुलदीप बुंदेला जैसे नेताओं के पास प्रत्याशी कांग्रेस समर्थित बनने के लिए प्रयासरत है । क्योकि पार्टी समर्थित बनने के बाद अध्यक्ष बनने की राह आसान हो जाएगी । दोनों पार्टियों के अलग अलग मुद्दे जिला पंचायत वैसे तो पूर्ण रूप से स्वतंत्र चुनाव होते है , लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के चुनाव होने से ग्रामीण जनता को कैसे पार्टियों से जोड़ा जाए इसका ध्यान दोनों ही पार्टी रख रही है । मुद्दों पर नजर डाली जाए तो कांग्रेस महंगाई , बिजली बिल , पेट्रोल डीजल मूल्यवृद्धि , बेरोजगारी , किसानों की उपज के उचित मूल्य सहित अनेक मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी , वही भाजपा सरकार की योजनाओं को जनकल्याणकारी बताकर , 70 वर्षों के कांग्रेस नीतियों को जनविरोधी बताकर चुनाव लड़ रही है , दोनों ही किसी भी तरह जनता को रिझाकर चुनावों में जीत हासिल करना चाहती है । निर्दलीय बदलेंगे समीकरण जिला पंचायत चुनाव में कई प्रत्याशी चुनाव मैदान में है , ऐसे में कई प्रत्याशियों को पार्टी समर्थित उम्मीदवार बनाया गया है , लेकिन कुछ बचे उम्मीदवार जो निर्दलीय ( पार्टी समर्थित नही ) होकर चुनाव जीतकर आएंगे वे जिला पंचायत के समीकरण को गडबडाएंगे दोनों ही पार्टियां उनके ईद गिर्द घूमती नजर आएंगी ।


तिरला की दोनों सीट पर खींचतान

तिरला में इस बार सदस्य की दो सीट है। वार्ड-11 के लिए विजेंद्र देवदा तिरला व दिनेश डावर अकोदा ने फार्म डाले। रायशुमारी के बाद विजेंद्र का नाम फाइनल था पर ऐनवक्त पर रुक गया। दूसरी तरफ वार्ड-12 सीट पर पूर्व जिला महामंत्री रमेश जूनापानी की बहू सुनीता राकेश अमलियार ने फार्म डालकर टिकट मांगा है। जबकि पूर्व जिपं अध्यक्ष मालती पटेल ने भी फार्म डाला है। पटेल की दावेदारी का विरोध ज्यादा है। वहीं जहां एक और राष्ट्रीय अध्यक्ष परिवारवाद बंद करने की बात करते हैं वही ऐसा ही नजारा जिले के तिरला क्षेत्र में देखने को मिल रहा है वही सूत्रों के अनुसार पटेल परिवार में पहले ससुर लक्ष्मण पटेल, फिर बहू मालती पटेल को मौका मिल चुका है। तीसरी बार फिर दावेदारी है।जबकि जूनापानी को हर बार समझाइश देकर बैठना पड़ा है। इस कारण इस बार खींचतान ज्यादा है। मालती पटेल जिला पंचायत अध्यक्ष 7 साल के कार्यकाल में कोई बड़ा काम या कोई बड़ी उपलब्धि नही है जो भाजपा जनता के बीच जाकर वोट मांग सके



10 जून फार्म उठाने की आखरी तारीख़:

दोनों पार्टियों के कही अभ्यर्थियों द्वारा जिला पचायत सदस्य के फार्म डाले गए है उसको उठाने की आखिरी तारीख 10 जून है वहीं कही वार्ड ऐसे भी वार्ड है जहाँ से थोक बन्द उठाए जाएंगे वहीं कुछ प्रत्याशी मैदान में रहेंगे बीजेपी व कांग्रेस ने अपने अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी की दोनों पार्टियों ने अपने कार्यकर्ताओं को मनवार कर के 10 जून को फॉर्म उठाने का कहा है वही इसी दौर में बागी भाजपा बागी कांग्रेस के कई कार्यकर्ता भी मैदान में जो दोनों पार्टियों का गणित बिगाड़ सकते हैं बदनावर सरदारपुर मनावर धार व जिले के अन्य क्षेत्रों में अलग-अलग जगह से बागी कार्यकर्ता भी मैदान में है।



कांग्रेस से इन नामो की सहमति::

वार्ड नंबर 1 से अशोक डावर 

वार्ड नंबर 2 से शिखा सोनगरा 

वार्ड नंबर 4 से दिलीप पाटीदार 

वार्ड नंबर 5 से गुरुचरण मसार 

वार्ड नंबर 6 से गायत्री पुरोहित 

वार्ड नंबर 7 से रामकन्या वसुनिया 

वार्ड नंबर 8 से संगीता नर्वे 

वार्ड नंबर 9 से शंकर चौहान 

वार्ड नंबर 10 से निर्मला मोहन सिंह 

वार्ड नंबर 11 से अजीतपाल चौहान 

वार्ड नंबर 12 से केकडीबाई भाबर 

वार्ड नंबर 13 से सीमा भूरिया 

वार्ड नंबर 14 से मनोज सिंह गौतम 

वार्ड नंबर 15 से सागुबाई मुझाल्दा 

वार्ड नंबर 16 से मुकाम सिंह अलावा 

वार्ड नंबर 21 कमला धार्वे 

वार्ड नंबर 22 से नरेंद्र निनामा 

वार्ड नंबर 23 से राजेंद्र पाटीदार 

वार्ड नंबर 24 से नरेंद्र पटेल 

वार्ड नंबर 25 से चतर सिंह 

वार्ड नंबर 26 से जुवान सिंह 

वार्ड नंबर 27 ममता पाटीदार 

वार्ड नंबर 28 से प्रेम सिंह गिरवाल


भाजपा अधिकृत उम्मीदवार :

वार्ड क्रमांक 1 दिनेश गिरवाल,

वार्ड नंबर 2 आनंदीबाई शंकर मालवीय,

वार्ड नंबर 3 श्रीमती टीना कुलदीप सिंह पिपलीपाड़ा ,

वार्ड नंबर 4 विक्रम पटेल(पाटीदार) ,

वार्ड नंबर 5 वर्ग जगदीश भाभर,

वार्ड नंबर 6 रेखा देवेन्द्र पाटीदार दसई, 

वार्ड नंबर 7 मधु सुनील गामड़,

वार्ड नंबर 8 श्रीमती राजू बाई पप्पू गामड़ पिपरनी,

वार्ड नंबर 10 श्रीमती संगीत हेमसिंह पटेल,

वार्ड नंबर 13 श्रीमती अर्चना जालम सिंह बघेल,

वार्ड नंबर 15 श्रीमती दामड़ीबाई कालुमोरी,

वार्ड नंबर 16 सुन्दर सिंह चौहान,

वार्ड नंबर 17 श्रीमती सुनीता महेश सौलंकी,

वार्ड नंबर 18 श्रीमती मेंहदाबाई दरियाव सिंह,

वार्ड नंबर 19 श्रीमती भारती कैलाश कन्नौज, 

वार्ड नंबर 20 चंचल पाटीदार,

वार्ड नंबर 21 श्रीमती गौरा लालसिंह बघेल,

वार्ड नंबर 22 सरदार सिंह मेड़ा , 

वार्ड नंबर 23 शक्ति कैलाश चौहान ,

वार्ड नंबर 24 गणेश जर्मन,

वार्ड नंबर 25 गजेन्द्र भवेल,

वार्ड नंबर 26 शिवराम गौपाल कन्नौज, 

वार्ड नंबर 27 श्रीमती शशी शैलेंद्र जायसवाल,

वार्ड नंबर 28 अक्षय ओसारी को उम्मीदवार बनाया गया है। 



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