आखरी दिन नेताओ का रहा जमावड़ा 157 अभ्यार्थियों ने कराए अपने फॉर्म जमा, सुबह से शाम तक लगी रही कलेक्ट्रेट में नेताओ की भीड़

आशीष यादव, धार

पंचायत चुनाव के नामांकन प्रक्रिया सोमवार को खत्म हो गई। अंतिम दिन बड़ी संख्या में नेताओं का जमावड़ा कलेक्टोरेट में रहा। इस दौरान करीब 157 से अधिक नामांकन फार्म जमा हुए है। हालांकि फार्म की जांच के बाद ऑनलाइन करने की प्रक्रिया जारी होने के कारण आधिकारिक आंकड़ा रात तक भी जारी नहीं किया गया था। इसके तहत शनिवार तक ६५ फार्म जमा हो चुके थे। जबकि सोमवार देर शाम तक 157 फार्म जमा होने की जानकारी थी। फार्म ऑनलाइन की प्रक्रिया जारी होने के कारण आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। 

इस बार पंचायत चुनाव में सबकी निगाहें नालछा वार्ड-14 पर रहने वाली है। अनारक्षित सीट होने के कारण इस पर अंतिम दिन तक 21फार्म जमा हो चुके थे। जिले की सभी २8 सीट में से 14 नंबर सीट एक मात्र ऐसी सीट है, जहां 21 नामांकन फार्म जमा हुए है। इनमें भाजपा की तरफ से जमा होने वाले फार्म की संख्या सबसे अधिक है। भाजपा समर्थित पूर्व जिपं सदस्य कल्याण पटेल, मंडल अध्यक्ष दिग्ठान बद्री पटेल के अलावा अशोक जाट, पूर्व नपाध्यक्ष शैलेष कामरेड यादव, राकेश मीणा सहित कुछ अन्य फार्म जमा हुए है। जबकि कांग्रेस की तरफ से पूर्व जिपं अध्यक्ष मनोज गौतम का आवेदन जमा हुआ है। इनके अलावा कांग्रेस से जुड़े अरूण दरबार व राजेंद्र बुंदेला का भी फार्म आया है। नाम वापसी 10 जून के बाद होना है, ऐसे में नाम वापसी के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।


22 साल की युवा ने भी डाला फॉर्म

ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में अहम भूमिका रखने वाली गांव की सरकार में अब बुजुर्ग नेताओं के साथ युवा भी चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं, धार जिले में इन दिनों जिला पंचायत सदस्यों के निर्वाचन की प्रक्रिया जारी है। सोमवार को चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों ने अंतिम दिन नाम निर्देशन पञ जमा करने पहुंचे, इन अभ्यर्थियों के बीच में सरदारपुर विधानसभा के ग्राम भोपावर निवासी गायत्री पुरोहित उम्र 22 साल भी पहुंची। इस चुनाव में गायत्री पुरोहित ही अब तक की सबसे कम उम्र की उम्मीदवार हैं, सोमवार को गायत्री अपने परिजनों के साथ धार आई। तथा एडीएम न्यायालय में अपना फार्म जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 6 से जमा किया है। 


इंदौर में की पढाई 

गायत्री पुरोहित ने विशेष रुप से हुई चर्चा में बताया कि उनके पिता राजेंद्र कुमार पुरोहित लंबे समय से कांग्रेस से जुडे हुए हैं तथा पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी के प्रतिनिधि के तौर पर काम किया है। तथा समय-समय पर क्षेत्र में सांसद के माध्यम से कई सौगात दी है। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से पत्रकारिता का कोर्स कर रही है। कोरोना संक्रमण के चलते इंदौर से गांव लौट आई थी, इस दौरान गांव में लोगों को मूलभूत सुविधाओं को लेकर परेशान होते हुए देखा। तथा राजनीति के माध्यम से लोगों के बीच जाकर उनकी परेशानियों के लिए आवाज उठाने की इच्छा परिवार के समक्ष जारी रखी, जिसके बाद चुनाव लड़ने की तैयारी शुरु कर दी।  





अब चुनावी मैदान में 

प्रत्याशी गायत्री के परिवार में माता संतोषी बाई, बहन योगिता व बडा भाई सत्यदेव है। बडी बहन की शादी हो चुकी हैं। वार्ड क्रमांक-6 अमझेरा क्षेत्र इस मर्तबा आरक्षण प्रक्रिया के बाद अनारक्षित महिला के लिए घोषित किया गया, ऐसे में गायञी अब चुनावी मैदान में है। गायत्री बचपन से राजनीति से सीधे जुड़ी हुई है। गायत्री नेशनल स्क्वैश प्लेयर है। साथ ही अपना नाम लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज करवा चुकी है। स्कूली पढ़ाई इंदौर में पूरी करने के बाद फिलहाल गायत्री जर्नलिज्म कर रही है। लोगों की सेवा करने का सबसे बेहतर रास्ता राजनीति होने के कारण गायत्री का शुरू से इसमें रूझान रहा है। गायत्री ने बताया यह उनका पहला स्टेप है। जिसमें पूरे परिवार का समर्थन मिला है। अनारक्षित सीट होने के कारण इस पर भाजपा समर्थक रेखा देवेंद्र पाटीदार और प्रीति विजय दीक्षित ने नामांकन फार्म जमा कराया है। 


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