मामला नौगांव थाने का..... डीएनए जांच से पुष्टि पिता ने ही किया था दुष्कर्म, आरोपी पिता को गिरफ्तार करके भेजा जेल, विक्षिप्त बेटी से करता रहा दुष्कर्म, गर्भवति होने के बाद बेटी ने दिया था बच्चे को जन्म, पुलिस ने जांच के दौरान सौतेले पिता को संदिग्ध मानकर लिया था सैम्पल, डीएनए बेटी के बच्चे से हुआ मैच

आशीष यादव, धार

विक्षिप्त युवती से बलात्कार और उसे गर्भवति बनाने के मामले में पिता ही आरोपी निकला है। पिता के आरोपी होने की पुष्टि डीएनए सैम्पल की जांच रिपोर्ट से हुई है। नौगांव पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। घटना दो वर्ष पुरानी सन् 2020 की है। जिसमें डीएनए की सैम्पल रिपोर्ट 28 मार्च 2022 को आई है। सैम्पल रिपोर्ट आने के बाद से आरोपित पिता की तलाश की जा रही थी। दरअसल सैम्पल देने के बाद से पिता गुजरात भाग गया था। इधर पुलिस को मंगलवार को पिता के छत्री चौराहे पर होने की सूचना मिली। उसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में नौगांव थाने के उपनिरीक्षक फुलकुंवर सिसौदिया, सहायक उपनिरीक्षक भूरेसिंह देवड़ा, प्रधान आरक्षक प्रवीण ठाकुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

यह था मामला

प्राप्त जानकारी के अनुसार नौगांव थाना क्षेत्र के माता बाखल में विक्षिप्त युवती अपनी मां के साथ रहती थी। वास्तविक पिता उसे उसकी मां को 10 साल पहले ही छोड़ चुके हैं। इधर मां के संपर्क में नारायण पिता गेंदालाल आया। नारायण ने युवती और उसकी मां का पालन-पोषण करना शुरु कर दिया और पिता की भूमिका में रहने लगा। सन् 2020 में नशे की हालत में नारायण ने पहली मर्तबा युवती के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसने कई मर्तबा उसके साथ इस तरह की गलत हरकत की। दुष्कर्म के परिणाम में युवती गर्भवति हो गई। युवती के पेट दर्द के बाद उसके गर्भवति होने और दुष्कर्म होने की जानकारी के बाद मां ने इसकी सूचना वन स्टॉप सेंटर में दी। वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरु की। इधर पीड़िता ने दिसंबर 2020 में एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद युवती को सेवा धाम आश्रम उज्जैन भेज दिया गया, पीडिता आज भी उसी आश्रम में निवास कर रही है।

गंभीरता से ली जांच

महिला अपराधों को लेकर पुलिस यूं भी प्राथमिकता के साथ कार्रवाई करती है। इस तरह का मामला सामने आने के बाद एसपी आदित्य प्रतापसिंह के निर्देश पर पुलिस ने इस प्रकरण में विशेष रूप से गंभीरता दिखाई। युवती के बस स्टैंड क्षेत्र में घूमने की जानकारी के बाद कई लोगों से पूछताछ की। इसी दौरान पुलिस को कथित पिता के संबंध में जानकारी मिली। इसके बाद पिता से पूछताछ की गई। उसने घटना से इंकार किया। पुलिस ने पिता को संदिग्ध मानकर उनका डीएनए सैम्पल लेकर भोपाल लैब भिजवाया था। सन् 2021 में सैम्पल लिया गया था। जिसकी जांच रिपोर्ट सन् 2022 में आई है।  

मां की भी हो चुकी है मौत

इस प्रकरण में पीड़िता के परिवार में अब कोई नहीं बचा है। आश्रम ही अब उसका घर हो गया है। दरअसल पीड़िता की मां की भी गत वर्ष कानवन के नजदीक वाहन दुर्घटना में मौत हो गई है। कथित पिता दुष्कर्मी निकला और जन्मदाता पिता ने वर्षों पहले ही उससे नाता तोड़ लिया है। अच्छी बात यह है कि डीएनए रिपोर्ट ने एक पीड़िता को न्याय दिलाया है और दुष्कर्मी को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। 



टिप्पणियाँ