10 साल की बच्चीं से रेप, चचेरे भाई ने दिया घटना को अंजाम, पिता ने परिवार के साथ मिलकर घटना को छुपाया

आशीष यादव, धार

अस्पताल में बताया कि खेलते समय बच्चीं को सरिया लगा, बड़वानी अस्पताल पहुंची बच्चीं, मां ने हिम्मत जुटाकर पुलिस को बताया घटनाक्रम, पुलिस ने परिजनों की गतिविधियों पर रखी नजर, 3 लोगों पर प्रकरण दर्ज, पिता को भी बनाया आरोपी 



ग्राम बंजारी निवासी 10 साल की मासूम बच्चीं के साथ दुष्कर्म की घटना हुई हैं, पीड़िता के साथ उसके ही चचेरे भाई ने घटना को अंजाम दिया। बच्चीं के घर पहुंचने पर खून के निशान देखकर परिजनों ने पूछताछ किया तो दुष्कर्म की बात सामने आई। इधर दुष्कर्म करने वाला युवक भाई ही होने के चलते परिजनों ने घटनाक्रम को छुपाने की कोशिश की, किंतु पीड़िता की मां इंसाफ के कारण परिजनों के कहने के बावजूद थाने पर पहुंची व आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इधर मामले की जांच में जुटी पुलिस ने परिवार के अन्य सदस्यों सहित गांव के लोगों से जानकारी जुटाई तो भाई के द्वारा ही दुष्कर्म करने की बात सामने आई, ऐसे में पुलिस ने मामले में 8 से अधिक धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। 

टीवी देखने गई थी पीड़िता 

जानकारी के अनुसार बच्चीं की मां ने बताया कि एक दिन पूर्व गांव में स्थित किराना दुकान पर सामान लेने बच्चीं के साथ गई थी, तभी रास्ते में बच्चीं बडे पापा रुखडिया पिता छगन के घर टीवी देखने के लिए चली गई। दोपहर करीब 2 बजे बच्चीं घर पर आई, तब बच्चीं के कपड़ों पर खून के निशान थे। मां ने पूछताछ की तो बच्चीं ने भाई राहुल पिता रुखडिया के द्वारा दुष्कर्म करने की बात बताई। इसके बाद मां ने पति शोभाराम को घटना की जानकारी दी। हालांकि प्रकरण दर्ज करवाने के बजाय परिवार के लोगों में आपसी सहमति बनी व मामले को छुपाया गया। 

सरिया लगने की बनाई झूठी कहानी 

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार बच्चीं को खून निकलने पर परिजन गांव के अस्पताल लेकर पहुंचे, इसी बीच पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई। मनावर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया व तुरंत बच्चीं के बारे में जानकारी जुटाई। हालांकि परिजनों ने झूठी बात कहते हुए बताया कि बच्चीं को खेलते समय सरिया लगा हैं, जिसके कारण उसे खून निकल रहा है। किंतु पुलिस को परिजनों की बात पर विश्वास नहीं हुआ है, ऐसे में उमरबन पुलिस चौकी टीम ने परिजनों की गतिविधियों पर नजर रखी। 

बच्चीं को किया बड़वानी रेफर 

बच्चीं की मां ने बताया कि मामले में प्रकरण दर्ज करवाने के लिए जा रही थी तो पति व जेठ ने थाने जाने से रोका व बच्चीं को गंभीर अवस्था में ही बड़वानी लेकर गए। इसी बीच बच्चीं को ले जाने पर घर पर कोई नहीं था तो महिला थाने पर पहुंची व पुलिस से मदद मांगी। इधर पुलिस को बच्चीं को लेकर शुरु से ही आशंका थी, जिसके चलते तुरंत मनावर पुलिस हरकत में आई व महिला से पूरा घटनाक्रम समझा। 

पिता को बनाया आरोपी 

थाने पर दर्ज प्रकरण के अनुसार आरोपी राहुल पिता रुखडिया ने बच्चीं के साथ दुष्कर्म किया। तथा पीड़िता के पिता शोभाराम पिता छगन व रुखडिया पिता छगन को मामले में आरोपी बनाया है। दुष्कर्म की बात छुपाने पर पुलिस ने पीडिता के पिता व उसके बडे पापा के खिलाफ कार्रवाई की है। इधर मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम ने सबसे पहले राहुल को गिरफ्तार किया। इसके बाद गांव छोड़कर फरार होने के पहले ही शोभाराम व रुखडिया को हिरासत में ले लिया है। 

इनका कहना है--------            बच्चीं के अस्पताल आने की जानकारी गांव से ही मिल गई थी, सूचना पर पुलिस टीम पहुंची। किंतु पहले बच्चीं के सरिये से घायल होने के बारे में बताया गया। किंतु पुलिस को आशंका थी, जिसके चलते गतिविधियों पर ध्यान रखा गया। इसी बीच बच्चीं की मां ने पूरा घटनाक्रम बताया। जिसके बाद पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया हैं, बच्चीं पूर्णत स्वस्थ है। पुलिस की जांच जारी है। दुष्कर्म की बात छुपाने पर पुलिस ने पिता व उसके भाई को भी आरोपी बनाया है।----ब्रजेश कुमार मालवीया, टीआई, मनावर 


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