सरकार व जनप्रतिनिधि ओमकारेश्वर तीर्थ नगरी के साथ कर रहे हैं सौतेला व्यवहार - ललित दुबे

 मध्यप्रदेश शासन एवं जनप्रतिनिधि तीर्थ नगरी ओकारेश्वर नगर परिषद के साथ कर रहे सौतेला व्यवहार जबकि महत्वपूर्ण तीर्थ होने के साथ आए दिन महत्वपूर्ण वीआइपीओ एवं बड़े-बड़े बड़े पर्वों के दौरान ओकारेश्वर में स्थाई सीएमओ एवं नियमित कर्मचारियों के अभाव में व्यवस्थाएं आए दिन चरमरा रही है इतना ही नहीं तीर्थ विकास कर नाका बंद होने से चुंगी छतिपूर्ति के लिए भी मशक्कत करना पड़ती है अन्य मदों में राशि नहीं होने से भगवान ओकार भरोसे चल रही है ओकारेश्वर की नगर परिषद_ ? स्थाई सीएमओ के अभाव में नगर व्यवस्थाएं चरमरा रही है नागरिकों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर शिव की नगरी ओकारेश्वर में आने वाले शिव भक्तों की सुविधा के लिए स्थाई सीएमओ भेजे जाने की मांग फिर उठने लगी। विधायक सांसद ओकारेश्वर को नहीं ले रहे गंभीरता से _ _ नगर परिषद ओकारेश्वर के 15 वार्डों में मूलभूत सुविधा एवं विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग होने से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन प्रतिदिन होता है महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग की नगर परिषद ओकारेश्वर में मास्टर एवं दैनिक कर्मचारियों के भरोसे नगर परिषद ओकारेश्वर का संचालन नगरी प्रशासन विभाग की लापरवाही के चलते किया जा रहा है जनप्रतिनिधियों द्वारा स्थाई सीएमओ भेजे जाने की मांग कई बार की गई जिसे मध्यप्रदेश शासन एवं नगरी प्रशासन विभाग गंभीरता से नहीं ले रहा जिससे तीर्थ नगरी ओकारेश्वर की अव्यवस्था के साथ सही तरीके से नगरी क्षेत्र में विकास नहीं हो रहा है जिससे। तीर्थ नगरी की छवि भी शर्मसार हो रही है। खंडवा कलेक्टर द्वारा खंडवा नगर पालिका सहायक आयुक्त श्रीमती मोनिका पारधी को वर्तमान स्थाई रूप से नगर परिषद ओकारेश्वर के साथ खंडवा का दायित्व भी सौंपा गया है ऐसी स्थिति में एक महिला द्वारा दोनों क्षेत्रों में समय देना संभव नही है नागरिकों ने मोनिका पारधी को नगर परिषद ओकारेश्वर सीएमओ का दायित्व मूल रूप स्थाई से किए जाने की मांग की है साथ ही ओमकारेश्वर में अन्य विभागों में स्थाई कर्मचारी भेजने का सुझाव भी दिया है उल्लेखनीय है कि आगामी दिनों में नगर पालिका नगर परिषद के चुनाव होने हैं ऐसे में अति शीघ्र नगर परिषद में स्थाई सीएमओ एवं कर्मचारी भेजा जाना आवश्यक है हाल ही में अति महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व नर्मदा जयंती प्रारंभ होगी आए दिन इस प्रकार के पर्वों में कर्मचारियों के अभाव में काफी असुविधा हो रही है



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