सावधानी और भय के बीच के अंतर को समझना होगा तब ही हम संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं

सावधानी और भय के बीच के अंतर को समझना होगा तब ही हम संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं


हम बीमारी के संक्रमण के डर से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर रहे हैं। भयभीत होने के बदले हम सावधानियां बरते। जरूरी नहीं कि विशेष मास्क या विशेष सेनिटाइजर भी आपको सुरक्षित रख सकता है। घरेलू उपाय भी इसमें पूरी तरह सुरक्षित हैं। होम्योपैथी दवा भय हटा के आपको मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम है इसलिए उसे प्रीवेंटिव माना गया उन्ही सब सावधानियों की तरह हम ये दवा भी ले सकते हैं लेकिन बचाव तब भी जरूरी है। शरीर के साथ आपके मुख एवं दाँतो की भी सुरक्षा करें। ज्यादा से ज्यादा विटामिन सी लें। जंक फूड से बचें। योगा, कसरत या पैदल चलने को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अनीमिया, इम्युनिटी एवं कुपोषण के लिए उचित खानपान अपने आहार में शामिल करें। 


महिलाएं अपने अधिकार के साथ अपनी जिम्मेदारियों को भी समझें और स्वस्थ समाज का निर्माण करें। कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप एवं अन्य कुप्रथाओ को महिलाएं ही रोक सकती हैं। 



 ये बातें संयुक्त रूप से 8 मार्च महिला दिवस के उपलक्ष्य में सामाजिक विचार मंच, सिंग फ़ॉर अ कॉज वेलफेयर फॉउंडेशन, रोटरी क्लब, रोट्रेक्ट क्लब महू एवं सहयोगी संस्थाओं में बाबा अमरनाथ ग्रुप, लायनेस क्लब चांदनी के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय चोपड़ा वाटिका, महू में आयोजित स्त्री रोग एवं विश्व मे फैल रही संक्रमित बीमारी कोरोना वायरस पर जागरूकता संगोष्ठी में कही गईं। जिसमें शहर के होम्योपैथी चिकित्सक डॉ अनुपम श्रीवास्तव, आयुष मेडिकल ऑफिसर डॉ स्वाति श्रीवास्तव, तुषार शुक्ला एवं दन्त रोग विशेषज्ञ डॉ शेरोन पॉल द्वारा जागरूकता वक्तव्य दिए गए। इसी के साथ महिलाओं को निःशुल्क होम्योपैथी चिकित्सा परामर्श डॉ नाजनीन सिद्दिकी द्वारा तथा पैथोलॉजी जांचें प्रतिभा पैथोलॉजी के द्वारा न्यूनतम शुल्क पर की गई।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंट बोर्ड उपाध्यक्ष श्रीमती रचना विजयवर्गीय, विशेष अतिथि एडवोकेट गीता लखवानी, अध्यक्ष रोटरी सचिव ऋषिराज शर्मा थे। आभार रोट्रेक्ट अध्यक्ष मानसी शुक्ला ने माना। संचालन मनीष श्रीवास्तव ने किया। 


 


 


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