कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है पारिश्रमिक

मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के महू इंदौर देवास देपालपुर व पीथमपुर (O&M) ग्रामीण क्षेत्रों में बीवीजी कॉन्टैक्टर के माध्यम से कार्यरत बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों को लगातार समय से पारिश्रमिक नहीं दिया जा रहा है जनवरी माह का वेतन आज दिनांक 19.02.2020 तक नहीं मिला है बीवीजी कॉन्टेक्टर के मैनेजर  अविनाश जी से बात करने पर यह कहा जाता है कि मेरे द्वारा बिल 30 तारीख से पहले ही लगा दिए गए हैं लेकिन कंपनी पैसा नहीं डाल रही है और  कंपनी  के आला अधिकारी से बात करने पर उनके द्वारा कहा जाता है कि  बीवीजी वाले अपना बिल लेट लगाते हैं  इस वजह से  आपका वेतन लेट होता है दोनों ही अपनी अपनी जिम्मेदारी एक दूसरे पर ढोल देते हैं यह अनियमितताएं पिछले 1 वर्ष से लगातार हो रही है जिसकी शिकायत पूर्व में भी मध्य प्रदेश विद्युत आउटसोर्स कर्मचारी संगठन द्वारा कंपनी के आला अधिकारियों व लेबर कमिश्नर को कई बार की गई है  फिर भी ऐसी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है जिसके बाद आज आउटसोर्स कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है जिससे उनके परिवार के पालन-पोषण वह बच्चों की फीस के लाले पड़ गए हैं यह ऐसे कर्मचारी हैं जो विभाग में महज 6000से 9000हजार मे 12 से 16 घंटे ड्यूटी बिना किसी सप्ताहिक अवकाश के पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ कार्य करते हैं और अब वेतन के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ रहे है फिर भी कहीं से सुनवाई नहीं हो रही है एक तरफ तो कांग्रेस सरकार ने विधानसभा चुनाव के वचन पत्र में बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों को नियमित करने की बात की थी किंतु 1 वर्ष पूरा हो जाने के बाद भी मांग पूरी नहीं की जा सकी और आज स्थिति यह है कि इन कर्मचारियों को नियमित करना तो दूर समय पर वेतन भी नहीं मिल पा रहा है बिजली विभाग का काम जोखिम से भरा होता है जहां जा जरासी चूक होने से दुर्घटना हो जाती है यदि ऐसे मे कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं मिलता तो कर्मचारियों पर आर्थिक वह मानसिक तनाव होता है इससे विद्युत दुर्घटनाओं होने की संभावना बढ़ जाती है जिसकी जिम्मेदारी किसकी होगी वह वेतन कब तक मिलेगा यह कर्मचारियों के सामने प्रश्न बना हुआ है


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