भारत विकसित यात्रा ग्राम देवली के दौरान जनपद अध्यक्ष ने पत्रकार को कवरेज़ के दौरान कहा था काला चिट्ठा लिखो
यशवंत जैन, चंद्रशेखर आज़ाद नगर।
जनपद पंचायत चंद्रशेखर आजाद नगर में की गई एक शिकायत के मामले में शिकायतकर्ता ने अब चन्द्रशेखर आज़ाद नगर पुलिस थाने में आवेदन दिया है। क्योंकि सीएम हेल्प लाइन की शिकायत का निराकरण करने की बजाए अधिकारी अपनी खामियां छिपाने के लिए नए-नए हथकंडे आजमा रहे हैं।
पहले तो जांच अधिकारी द्वारा शिकायत के बाद तथ्यों को छिपाते हुए गलत प्रतिवेदन बनाकर सीएम हेल्पलाइन पर जवाब अपलोड कर दिया। फिर 10 जनवरी को निकले सूचना पत्र में भी भी हेरफर किया। सूचना-पत्र में शिकायतकर्ता को 12 जनवरी को पेश होना था। लेकिन इसकी प्राप्ति चपरासी को भेजकर 17 जनवरी को शिकायकर्ता के घर जाकर ली। वह भी तब जब शिकायकर्ता घर नहीं था तो परिवार के सदस्य से साइन करवाकर ओसी ले गए। मामले में अब शिकायतर्का ने पुलिस थाने में आवेदन देकर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी पर कार्रवाई की मांग की है। इसमें कहा गया है कि शासन और शिकायकर्ता को गुमराह कर तथ्यों को छिपाने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह अधिकारी सीएम हेल्पलाइन की खिल्ली उड़ा रहे हैं।
सीएम हेल्प लाइन पर ये की थी शिकायत
शिकायतकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन (25213813) में जनपद पंचायत चन्द्रशेखर आज़ाद नगर से आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी के बाद प्रमाणित प्रतिलिपि मय प्रमाण के जनपद पंचायत सीईओ रविन्द्र गुप्ता, बाबू महेश सस्तिया व जनपद में पदस्थ अन्य बाबुओ द्वारा लाखो रुपए के बिना जीएसटी के बिलो का भुगतान करने की शिकायत की थी। इसमें कहा था कि इस फर्म द्वारा नगर में संचालन ही नही किया जा रहा है। जनपद पंचायत के अधिकारियों ने बिना जांच किए ही उक्त फर्म के बिलो का भुगतान किया गया जो फर्जी है। जिससे शासन का लाखो का नुकसान हो रहा है। ऐसे अधिकारियों और बाबुओ पर जांच कर करवाई की जाने की मांग गई थी । उक्त शिकायत में जांच अधिकारी ने शिकायतकर्ता को ना ही सूचना दी गई और ना ही सूचना पत्र जारी कर बुलवाया गया। जांच अधिकारी द्वारा गलत प्रतिवेदन बनाकर सीएम हेल्पलाइन पर जवाब अपलोड कर दिया गया। जिसका शिकायतकर्ता द्वारा असन्तुष्ट होने का जवाब दिया गया।
मामले को लेकर चन्द्रशेखर आज़ाद नगर जनपद पंचायत सीईओ रविन्द्र गुप्ता से मोबाईल पर पूछी गई जानकारी में बताया कि गत वर्ष में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में टेंडर प्रक्रिया में मुझे जानकारी नही है ये तो तत्कालीन सीईओ ही बता सकते है।
जनपद पंचायत चन्द्रशेखर आजाद नगर के लिपिक किशोर राठौर ने इस मामले में कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत टेंडर प्रक्रिया में जीएसटी की थी
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