यशवंत जैन, चंद्रशेखर आजाद नगर
रात्रि में नशबंदी के ऑपरेशन के बाद महिलाओं को परिजन दो पहिया वाहन से ठंड में ठिठुरते घर पहुचे
सीबीएमो चोपड़ा के अनुसार सर्जन अन्य जगह के ऑपरेशन कर शाम को डॉक्टर पहुचे
चन्द्रशेखर आज़ाद नगर में नसबन्दी शिविर में 50 महिलाएं भूखी प्यासी दिनभर डॉक्टर के इन्तजार में बैठी रही। ज्ञात हो कि अलीराजपुर जिले में सर्जन डॉक्टर नही होने से झाबुआ जिले से सर्जन को बुला कर शिविर में ऑपरेशन किये जाते है।इसी लापरवाही में सर्जन ऑपरेशन के लिए चन्द्रशेखर आज़ाद नगर में शाम 6 बजे पहुचे । 50 महिलाओं के ऑपरेशन में बाद रात्रि में ठंड से ठिठुरते महिलाओं को परिजन दो पहिया वाहन से लेकर घर पहुचे शिविर में जिले में सर्जन ओर डॉक्टर की लेटलतीफी के कारण महिलाएं परेशान होती नजर आई परिजनों ने आरोप लगाया हमे सुबह से अस्पताल में भूखा प्यासा रखा गया था क्योंकी आपरेशन के लिए वैसे ही रहना पड़ता है।
मामले को लेकर सीबीएमो एम एल चोपड़ा का कहना है कि नसबन्दी के लिए शिविर में प्रातः 11 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था कुल 50 महिलाओं का रजिस्ट्रेशन हुआ है । सर्जन रामेश्वर वर्मा झाबुआ जिले के कल्याणपूरा में नसबन्दी शिविर से आपरेशन कर शाम को पहुचे है उनके आते ही 50 महिलाओं का ऑपरेशन देर शाम तक हुआ है।
फ़ोटो :- चन्द्रशेखर आज़ाद नगर में सर्जन के इंतज़ार में ऑपरेशन के लिए परेशान होती रही।
फ़ोटो:- रात्रि में ऑपरेशन के बाद परिजन महिलाओं को दो पहिया वाहन से घर ले जाते।
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