गढ़चिरौली नक्सल क्षेत्र के पुलिस कमांडो बाइक रैली में पहुंचे महू, बाबासाहब को दी श्रद्धांजलि

 


महू। नक्सल विरोधी अभियान में लगे महाराष्ट्र पुलिस के सी 60 फोर्स के जवान आज महू की अंबेडकर जन्म भूमि पहुंचे और बाबासाहब को श्रद्धांजलि दी। यह कमांडो नक्सल हिंसा में मारे गए पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए बाइक यात्रा पर निकले हैं और इसी बाइक यात्रा के माध्यम से लोगों को नक्सल हिंसा के बारे में जागृत भी कर रहे हैं।

इस बाइक यात्रा का स्वागत डॉक्टर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रोफेसर डीके वर्मा और डॉ पीसी बंसल ने किया।

पांचों कमांडो ने डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनको श्रद्धांजलि दी जिसके उपरांत उन्होंने प्रोफेसर वर्मा को अपनी इस बाइक रैली के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अब तक उनके क्षेत्र में लगभग 300 पुलिस जवान नक्सल हिंसा की वजह से शहीद हो चुके हैं। उन्हीं के देश के प्रति दिए सर्वोच्च बलिदान को याद करने और देशवासियों को उनके बारे में बताने के लिए यह रैली देश के चारों ओर स्थित सीमांत इलाकों तक जा रही है। रैली गढ़चिरौली महाराष्ट्र से निकलकर महू आई है और राजस्थान के क्षेत्रों से होते हुए गुजरात के सीमा क्षेत्रों में से होकर गुजरेगी। इसके पश्चात यह रैली स्टेचू ऑफ़ यूनिटी से होते हुए मुंबई पहुंचेगी और वहां से वापस गढ़चिरौली के लिए रवाना होगी।

यात्रा के बारे में बताते हुए कमांडर किशोर खोबरागडे ने बताया

 कि जब एक जवान नक्सल हिंसा का शिकार होता है तो उसके पूरे परिवार पर उसका असर पड़ता है और हम देश के सभी क्षेत्रों से होते हुए सीमा क्षेत्रों तक जा रहे हैं और लोगों को नक्सल समस्या के बारे में जागृत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका डॉ अंबेडकर साहब की जन्म भूमि पर आने का उद्देश्य है कि जिस संविधान को उन्होंने बनाया था, उसी संविधान की रक्षा के लिए उनकी फोर्स के जवान अपना बलिदान दे रहे हैं और यह नक्सली उसी संविधान के राज को खत्म करके हिंसा का राज स्थापित करना चाहते हैं।

भीम जन्मभूमि पर इस अवसर पर बोलते हुए प्रोफेसर वर्मा ने कहा नक्सल समस्या बेहद गंभीर समस्या है और उन्होंने पुलिस के जवानों को शाबाशी और शुभकामनाएं दी जो इस बाइक रैली में निकले हैं।

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