कम मिलेगा गरीबो किसानों व जनता को मुआवजा, अब तक नही हुई लापरवाह अधिकारियों पर करवाई

 आशीष यादव, धार 

इतना बड़ा मामला होने के बाद भी सरकार आरोपियों को बचाने में लगी--कमलनाथ

भारूडपुरा- कोठीदा के बांध में लीकेज के बाद लगातार पांच दिन दिन तक प्रशासन ने काफ़ी जद्दोजहद बांध के पानी की निकासी का रास्ता तो सुलझा लिया और हजारों परिवारों के घरों को डूबने से भी बचा लिया । चपेट में आए तो सिर्फ कुछ लोग । एक तरफ सफल ऑपरेशन के बाद प्रशासन वाहवाही में लगा तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है । मंगलवार सुबह 9:45 को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ दुधी मिर्ची मंडी के हेलीपैड पर पहुंचे और वहा से वाहनों से बांध का मौका मुआयना किया । उनके साथ कांग्रेस पार्टी के विधायक कार्यकर्ता और ग्रामीण भी साथ थे । वह मौका स्थल पर पहुंच कर नुकसान और बांध की कमियों का जायजा लिया । जमकर भाजपा शासन की नाकामीयो के बारें भी कहा । वहा पर कमलनाथ के साथ स्थानीय विधायक पांचीलाल मेड़ा पूर्व मंत्री , हनी बघेल, उमंग सिंघार, और जीतू पटवारी सहित जिलाध्यक्ष बालमुकुंद गौतम महेश्वर विधायक विजयलक्ष्मी साधो कांग्रेस नेता भीम सिंह ठाकुर कमल यादव मौजूद थे ।


भ्रष्टाचार की सीमा पार की भाजपा ने 

प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि भाजपा शासन ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी और जनता की खरी कमाई का 304 करोड़ रूपया पानी में बहा दिया । लेकिन किसी अधिकारी के कान में जूं तक नहीं रेंगी । ऑपरेशन "कारम डेम" जो कि उनकी नैतिक जिम्मेदारी है जनता को बचाने के लिए वाहवाही लूटने के प्रयास में लगे हैं । जबकि पुरी नाकामिया भी उन्हीं की थी । यही कारण है कि 5 दिन बाद एक भी दोषी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं होना इतने बड़े मामले में लचीलापन और ढीला बर्ताव मध्यप्रदेश शासन और शिवराज सरकार की जिम्मेदारी की पोल खोल रहा है । कमलनाथ ने बताया कि जो बांध को मैंने देखा वह सिर्फ मिट्टी का बना दिया 304 करोड़ रुपए का अब यह हुआ है । उसके बाद भी कोई जिम्मेदार कार्रवाई करने को तैयार नहीं । एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आह्वान करते हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ो लेकिन यहां की सरकार खुद भ्रष्ट हो चुकी है । बताया कि जिस जगह पर यह बांध बना वहां 100% आदिवासी लोग रहते हैं उनके मुआवजे से लेकर अन्य परेशानियों के बारे में शासन प्रशासन ने समय रहते क्यों नहीं कार्य किया । गुणवत्ता हीन बांध बनाकर सैकड़ों ग्रामीणों की जान मुसीबत में डाल दी । आज मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार का सुपर मार्केट खोल दिया है जहां बिना दलाली के कोई काम नहीं होता । जमकर पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधा ।


मंत्री के करीबी पांडे पर लगाए आरोप

पूर्व मंत्री एवं विधायक जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि कारम डैम के अलावा अन्य मध्यप्रदेश में जहां पर भी बड़े निर्माण कार्य हो रहे वहां पर जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है भाजपा के शासन में बिना भ्रष्टाचार और बिना कमीशन के कोई काम नहीं होता मंत्रियों के करीबी वीरेंद्र पांडे पर आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासनकाल में ऐसे भ्रष्ट को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था । लेकिन जैसे ही धोखाधड़ी से सरकार बदली भ्रष्टाचार का काम फिर शुरू हो गया । चारों तरफ भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार है जो भारूडपुरा का डैम बना है उसे ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को काम दिया गया । यह सब प्रशासन और शिवराज सरकार की सांठगांठ से हुआ । जब बात जनता पर आ गई तो तीन-तीन मंत्री बचाने के लिए मौके पर आए । यही मंत्री यदि समय रहते गुणवत्ता की जांच कर लेते तो यह मुसीबत नहीं आती ।


विधानसभा में मामला उठेगा

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि मध्य प्रदेश के भविष्य के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जमकर खिलवाड़ कर रहे हैं । अभी इनके पास 14 महीने और है जितना खरीद-फरोख्त करना है कर ले उसके बाद जनता इन्हें किसी कीमत पर माफ नहीं करेगी । जितने भी पुल और डैम बने हैं सब पर भ्रष्टाचार हुआ है । आज आदिवासियों की जमीन व फसल तबाह हो गई है । पीड़ित परिवार को चार गुना मुआवजा दिया जाए । क्योंकि जिस फसल से पानी गुजर गया उस फसल पर आगामी कई वर्षों तक अच्छी फसल का उपार्जन नहीं हो सकता ।


काफिला रोक कर फसलें देखी

जहां नुकसान हुआ है वहां पर वाहन काफिले को रोककर खुद पुर्व मुख्यमंत्री ने मौका मुआयना किया । बाद डैम पर भी पहुंचे । वहां देखा की क्या स्थिति है । कमलनाथ ने बताया कि मैं सिर्फ यहां इसलिए नहीं आया कि यहां राजनीति हो यहां इसलिए आया हूं कि जनता को पता चले कि 304 करोड रुपए की अहमियत क्या होती है । यदि यही करोडों की राशि सदुपयोग में लगती तो आमजन का भला होता । अब इस बांध में जो पैसे जनता के व्यय उसकी भरपाई करना मुश्किल है   


100 करोड़ के प्रोजेक्ट को 304 करोड़ में पहुंचाने वाली भाजपा सरकार

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मीडिया कर्मी ने पूछा कि यह सब निर्माण कांग्रेसी कार्यकाल में शुरू हुआ था तो पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि कांग्रेस के समय निमित्त मात्र 100 करोड़ की योजना थी । जिसे बढ़ाकर 300 करोड़ के ऊपर ले जाने वाली भाजपा सरकार है । अब जब पोल खुली तो मंत्रियों को भेजकर दिखावा कर रहे हैं जबकि पूरा काम शासन प्रशासन ने किया । यदि यही मंत्री समय रहते जनता के हित के लिए आगे आते तो आज यह बांध नहीं बहता । 




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