कोठीदा का मिट्टी वाला बांध हुआ लिकेज, एक दर्जन से अधीक ग्राम के लोग घबराए

 आशीष यादव, धार 


महिलाएं व बच्चे सहमे, गंभीरता देख कलेक्टर, एस.पी. पहुंचे 

11 गांव में दिए सुरक्षा के निर्देश

300 करोड़ से ज्यादा की लागत से बना भारूडपुरा- कोठीदा बांध में गुरुवार सुबह लीकेज होने की सूचना के बाद कई गावों के ग्रामीण डर के मारे सहम गये । हालांकि कुछ अधिकारी शुरुआत में इसे छोटी सी बात बता रहे थे लेकिन जैसे-जैसे सोशल मीडिया पर यह बात फैली तो हड़बड़ी मच गई । जानकारी लगते ही धार कलेक्टर पंकज जैन,एसपी आदित्य प्रतापसिंह व जल संसाधन के कई अधिकारी डैम पर पहुंचे । गौरतलब है कि 10 बडे बडे गांवो को जोड़ने वाला डेम यदि अधिक क्षति ग्रस्त हो जाता है तो निश्चित रूप से जान व माल का जोखिम हो सकती है ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया । क्योंकि इस डेम के साए मे हजारों परीवार भी रहते है। 

मिट्टी के डेम के लीकेज होने से आस पास दरारें भी हो गई है जिसको बंद करने के लिए वहा पर पोकलेन मशीन, जेसीबी,जैसी कई मशीनों का उपयोग किया जा रहा है ।

इसमें एक मजबूत सीमेंट के बांध के अलावा जल संग्रहण के लिए मिट्टी का बांध भी बनाया गया है। इसमें वर्तमान में करीब 295 मीटर के जल स्तर तक पानी भरा हुआ है।


घटिया निर्माण के लगे थे आरोप लेकिन सुनवाई नहीं

जब कार्य चल रहा था तब ग्रामीणों ने घटिया निर्माण सामग्री का आरोप भी लगाया था । लेकिन उस समय सुनवाई नहीं हुई थी । यही कारण है कि इतने बड़े बाध में लीकेज हो गया और अब डेम व कारम नदी मे आने वाले तकरीबन 11 बड़े गावों मे अलर्ट जारी किया है । ग्रामीणों अब काफ़ी हद तक डरे व सहमे हुए है ख़ासकर महिलाएं और बच्चों मे होने वाली अनहोनी का डर आसानी से देखा जा सकता है ।


ग्रामीणों ने वीडियो जारी किया L4 तक शिकायत पहुंची लेकिन कोई जिम्मेदार ने पहल नहीं की

गुजरी निवसी लोकेश सोलंकी ने बताया कि यहां जमकर भ्रष्टाचार हुआ जिसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर L4 तक की लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी ने वर्जन तक नहीं लीया है नहीं बात की धार कलेक्टर पर भी आरोप लगाते हुए बताया कि कलेक्टर साहब से मिलने के लिए कई बार समय मांगा लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया आरोप लगाते हुए उन्होंने बताया कि यहां पर जमकर प्रशासनिक पैसे का दुरुपयोग हुआ लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने बात नहीं की नतीजा आज सामने आ गया आज सैकड़ों गांव वालों की जान जोखिम में डल गई।

इधर धरमपुरी विधायक पाची लाल मेडा ने आरोप लगाया कि जब निर्माण कार्य चल रहा था तो संबंधित विभाग के जवाबदार सिद्दीकी से कई बार निर्माण कार्य में हो रहे घटिया सामग्री के उपयोग के बारे में बताया लेकिन उन्होंने भी नहीं सुनी चेतावनी दी कि यदि ग्रामीणों की के साथ कोई घटना होती है तो जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी रहेंगे।


जिन गांव में अलर्ट जारी किया---

कोठीदा, भारुंडपूरा , इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी , डेहरिया , सिमराली, सिरसोदिया, दहीवर गांव, हनुमंत्या शामिल हैं ।


तब क्या हुआ था---

गौरतलब है कोठीदा में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना का 304 करोड़ की लागत से निर्माण किया गया है। इसमें लोगों का तब आरोप भी था कि अधिकारियों द्वारा गलत सर्वे किया गया था। लेकिन बांध से किसानो को पर्याप्त पानी की समस्या से निजात का आश्वासन देकर निर्माण कार्य शुरू हुआ था ।


जिले के धरमपुरी, मनावर एवं महेश्वर तहसील के 42 ग्रामो में होगी सिंचाई //

कोठीदा बांध बनने से गुजरी- धामनोद सहित जिले के धरमपुरी, मनावर एवं खरगोन जिले की महेश्वर तहसील में लाभान्वित 42 ग्रामो में 10500 हेक्टेयर क्षेत्र में दाबयुक्त सुक्षम प्रणाली से सिंचाई होगी । 


एक नजर मे -

- बांध की लागत 304 करोड़

- बांध की जीवित जल ग्रहण क्षमता 40.53 एमसीएम

- बांध का कैचमेंट एरिया 342.50 वर्ग किमी

- बांध की ऊंचाई 52 मी लंबाई 584 मी

- बांध में 5 रेडियल गेट बनें


मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन मौके पर पहुंच चुका है सुरक्षा की दृष्टि से ग्राम के पटवारियों को निर्देशित किया गया है ~~भूपेंद्र रावत, एस.डी.एम. (मनावर)


अभी मिट्टी कू बांध का रिसाव पुरी तरीके से नियंत्रित कर लिया गया है । अब किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है~~जल संसाधन विभाग एस.डि.यो. अहमद सिद्दिकी 







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