दो प्रभावित ग्रामीणों के साथ धार पहुंचे विधायक पांचीलाल मेड़ा, कलेक्टर से मिलने में देरी हुई तो दिया धरना

 आशीष यादव, धार 

ग्रमीणों ने कहा जब डेम टूट रहा था जब कोई नही हुई सुनवाई तो अब क्या हौगी कही आवेदन दे दिए कुछ नही हुआ

जिले की धरमपुरी विधानसभा से कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा डूब प्रभावित 1500 ग्रामीणों की समस्या लेकर सोमवार को धार पहुंचे। यहां कलेक्ट्रेट में डूब प्रभावित किसानों को मुआवजा की मांग के लिए ज्ञापन दिया जाना था। लेकिन कलेक्टर के पहुंचने में देरी हो गई। इससे नाराज विधायक मेड़ा धरने पर बैठ गए। उनके साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालमुकुंद गौतम शहर अध्यक्ष टोनी छाबड़ा सहित अन्य कांग्रेसी व बड़ी संख्या में ग्रामीण धरने पर बैठे रहे। इस दौरान प्रशासन के विरोध में नारेबाजी भी की गई लेकिन कुछ ही देर में कलेक्टर पंकज जैन मौके पर पहुंचे और सुनवाई की।दरअसल 14 अगस्त को डैम टूटने के बाद डाउनस्ट्रीम के 12 गांव में खेती किसानी की जमीन फसल सहित मकान व ईट भट्टे संचालित करने वालों का नुकसान हुआ था। सरकार ने सर्वे करवाकर मुआवजे का ऐलान किया। डाउनस्ट्रीम वाले एरिया में सर्वे पूरा भी हो गया लेकिन इसमें किसानों ने कहा कि सर्वे के दौरान के नाम छूट गए हैं। जिन्हें मुआवजा नहीं मिलेगा। सोमवार को विधायक मेड़ा के साथ जो किसान पहुंचे थे। उनमें वे लोग शामिल हैं, जिन्हें मुझे से बाहर कर दिया गया है।

इसके बाद विधायक मेड़ा ने ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर तैयार एक ज्ञापन सौंपा। इसमें 8 सूत्री मांगों के निराकरण की मांग की गई। इनमें वह शिकायत भी है, जिनमें किसानों का नाम रह गया है। उन्हें दोबारा सूची में शामिल किया जाए। साथ ही डैम निर्माण के वक्त पुनर्वास हुए गांव के किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है, उन्हें भी सरकार मुआवजा दें इसके सहित अन्य मांगें की गई है। ज्ञापन के बाद एक एक कर पीड़ितों की समस्या सुन तुरंत कार्यवाही के लिए कलेक्टर ने वहा मौजूद तहसीलदार, एस डी एम को सूची तैयार कर आगे की कार्यवाही करने के लिए कहा। 


पीडब्ल्यूडी विभाग को कहा जल्द काम करने को

डैम फूटने के बाद मुआवजे के लिए होने वाले सर्वे में कुछ गांव छुटने की शिकायत भी पीड़ितों ने सुनाई।इस पर नाराज होते हुए कलेक्टर ने मौके पर पी डब्लूडी अधिकारी भास्कर मालवीय को जल्द से जल्द काम करवाने को कहा है वही मार्ग नही होने से आने जाने वाले ग्रमीणों को परेशान होना पड़ रहा है।


पुनः होगी सर्वे प्रक्रिया

सर्वे में हुई गड़बड़ी कई पीड़ितों के नाम दर्ज न होना व मुआवजे नही मिलने आई शिकायत ले कर आए ग्रामीणों को कलेक्टर ने पुनः सर्वे कार्य करवाने का आश्वासन दे कर मौके पर मौजूद सिंचाई विभाग,तहसीलदार, एस डी एम को नाम दर्ज कर आगे की जानकारी जुटाने को कहा गया।


यह है मामला

गौरतलब है कि 10 अगस्त को कारण डैम में रिसाव शुरू हुआ था। इसके 4 दिन बाद डैम टूट गया था। इस डैम के फूटने के बाद 18 गांव के 15 हजार लोग प्रभावित हुए थे। हालांकि आर्थिक नुकसान सिर्फ उन्हें नुकसान झेलना पड़ा था पड़ा था जो नदी के आसपास बसे हुए थे। खास तौर पर किसानों को ज्यादा नुकसान हुआ था। इनका सरकार ने सर्वे करवाकर मुआवजा सूची तैयार करवाई है।


8 सूत्री मांगों को लेकर दिया ज्ञापन

इसके बाद विधायक मेड़ा ने ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर तैयार एक ज्ञापन सौंपा। इसमें 8 सूत्री मांगों के निराकरण की मांग की गई। इनमें वह शिकायत भी है, जिनमें किसानों का नाम रह गया है। उन्हें दोबारा सूची में शामिल किया जाए। साथ ही डैम निर्माण के वक्त पुनर्वास हुए गांव के किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है, उन्हें भी सरकार मुआवजा दें इसके सहित अन्य मांगें की गई है।


फिर से करवाएगे सर्वे

ज्ञापन के आधार पर पुनः सर्वे कराया जाएगा। कृषि भूमि के सुधार जैसे कार्य जल्द शुरू होंगे।~~ डॉ. पंकज जैन कलेक्टर धार 





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