जन सुनवाई का डर बताकर कर रहे ब्लैक मैलिंग, नर्सिंग कॉलेज एवं सेकड़ो छात्रो ने की कथित छात्रनेता की पुलिस मे शिकायत

आशीष यादव, धार 

धार जिला मुख्यालय पर जनसुनवाई में शिकायत का डर बताकर निजी कॉलेजो से ब्लैक मैलिंग करने का मामला सामने आ रहा है। बताया जाता है कि गत दिवस तथाकथित छात्र नेता एवं अन्य ने एक नर्सिंग कॉलेज के 4 छात्रों को बरगला कर संस्था के खिलाफ झूठी शिकायत करवाई। इस शिकायत के विरूद्ध ए.एस.स्कूल ऑफ नर्सिंग की और से धार कोतवाली में कृष्णा अजनारे के खिलाफ सोशल मीडिया पर संस्था की मान्यता के मामले में भ्रामक खबर प्रसारित करने के विरूद्ध आवेदन दिया गया है साथ ही बताया जाता है कि इसी कड़ी में कृष्णा अजनारे के विरूद्ध संस्था संचालक विनीत चौहान ने भी धार कोतवाली में एक आवेदन दिया है। जिसमें बताया गया है कि कृष्णा अजनारे एक ब्लैकमेलर है एवं वह उनसे 1 लाख रूपये की मांग कर रहा था। इन लोगों के विरूद्ध 2 अगस्त को पुलिस में आवेदन दिया गया था। इसके बाद 3 अगस्त को कुछ अज्ञात लोगों ने जो कृष्णा अजनारे से संबंधित महेश मोड एवं अन्य है इन्होने संस्था में आकर गाली-गलौच की, मारपीट का प्रयास किया एवं जमकर हंगामा किया। संस्था संचालक ने बमुश्किल अपनी जान बचाई एवं पुलिस से इन असामाजिक तत्वों से सुरक्षा की मांग भी गई है।


उल्लेखनीय है कि इस मामले में शिकायतकर्ता 4 छात्रों में से 2 ने कृष्णा अजनारे के विरूद्ध ब्लैकमेलिंग के प्रयास के मामले में अपनी गवाई भी दी है एवं जॉच अधिकारी ने जब संस्था की क्लास मे जाकर सभी विद्यार्थीयो से बात की तो पता लगा कि सभी विद्यार्थी संस्था की कार्यप्रणाली एवं मान्यता के मामले मे संतुष्ठ है साथ ही बताया कि शिकायतकर्ता विद्यार्थीयो अपना प्रवेश निरस्त करवाना चाहते है एवं वे लगातार बहुत समय से संस्था मे अनुपस्थिति है शायद इसलिये वे लोग अन्य लोगो के झासे मे आ गये होंगे वही संस्था मे इनकी उपस्थिति भी सामान्य से कम बताई गई है।


2 छात्रों का विरोध तो सैकड़ो छात्रो का समर्थन

झूठी शिकायत की पोल खुलती जा जा रही है। शिकायतकर्ता 2 छात्रों के विरूद्ध संस्थान के सैकड़ो छात्र सामने आ गए है। उन्होंने यहां पुलिस थाने में आवेदन देकर कृष्णा अजनारे के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है एवं संस्थान की कार्यप्रणाली से संतुष्टि की बात भी कही है।


नर्सिंग मे परीक्षा सत्र 1 वर्ष देरी से चल रहा है।

म.प्र.मेडिकल साइंस विश्वविद्यालय जबलपुर के द्वारा शैक्षणिक सत्र 2020-21 के बी.एस.सी. प्रथमवर्ष की परीक्षा आज दिनांक तक नही ली गई है। इस कारण विद्यार्थीयो मे संस्थाओ की मान्यता है या नही इस तरह की भ्रांतीया फेल रही है। जबकि निजी नर्सिंग संस्था को संस्था स्तर पर परीक्षा लेने के अधिकार नही है एवं संचालक ने बताया ककेई हमारी संस्था की मान्यता है जिसका पंजीयन क्रमांक A210509 है।

 

संस्था संचालक की प्रशासन से मांग

संस्था संचालक ने मांग की है कि तथाकथित अनाधिकृत लोग अपने व्यक्तिगत लाभ के लिये शासन मे शिकायत करने के आसान तरीको का गलत फायदा उठाते है। इसलिये किसी भी संस्थान शिकायकर्ताओं की पहचान की पुष्टि हो। शिकायतकर्ताओं की इस बात की भी जांच की जाए की वे किस संस्थान के छात्र है और शिकायत किस संस्थान की लेकर आये है।


स्वघोषित छात्र नेताओ को विद्यार्थी परिषद ने बाहर किया

बताया जा रहा है कि कृष्णा अजनारे एवं महेश मोड का पूर्व में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से संबंध था। परंतु विद्यार्थीयो के नाम पर इसी प्रकार की अवैधानिक गतिविधियों के कारण अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से इसको बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।


मदद के नाम पर एजेंटी

मूल रूप से विद्यार्थियों को बरगलाकर ये लोग इधर उधर एडमिशन ककरने की एजेंटी और कॉलेज को ब्लैकमेल करने का काम करते है । महेश मोड़ चलता है MPONLINE जहा विधार्थियो से संपर्क होता है यही से उन्हें बहलाने फुसलाने के कार्य होते है झूठी शिकायत करवाई जिन छात्रों ने शिकायत की है उसके मामले में खुलासा हुआ है कि 75 प्रतिशत उपस्थित से कम होने के कारण संस्था उनका प्रवेश निरस्त कर सकती थी। इस स्थिति में उनकी जमा की गई प्रवेश फीस वापस लेने के लिए दबाव बनाने के लिए कथित छात्र नेता के झांसे में आकर झूठी शिकायत कर बैठे।

 

छात्रों के लिये सहानुभूति

बताया जा रहा है कि इस घटनाक्रम में मुख्य रूप से ब्लैकमेलर कृष्णा अजनारे की ही भूमिका रही है। इस वजह से संस्था संचालक संबंधित छात्रों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नही करना चाहते है। किंतु छात्रों को बरबला कर झूठी रिपोर्ट के माध्यम से संस्था संचालक को ब्लैक मैलिंग करने के मामले में कृष्णा अजनारे, महेश मोड़ एवं इनके साथियो के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है।

झूठी शिकायत के खिलाफ कोर्ट जाएंगे सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि संस्था संचालक संबंधितों के खिलाफ कोर्ट जा सकते है ब्लैकमेलिंग, मानहानि सहित झूठी शिकायत के विरुद्ध वाद प्रस्तुत करने की तैयारी है 



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