आशीष यादव, धार
शासन ने जारी की सडक़ों के नवनिर्माण की मंजूरी, करोड़ों रुपए में होगा निर्माण
पर्यटन नगरी मांडू सहित जिले के अन्य पुरातत्विक धरोहरों व ऐतिहासिक इमारतों को निहारने के लिए पहुंचने वाले पर्यटकों को खराब सडक़ से जद्दोजहद करना पड़ती है। सडक़ों की स्थिति खराब होने के कारण पर्यटक परेशान होते है। इस कारण लोगों की आवाजाही का ग्राफ भी कम होता है। खासतौर पर मांडू में सबसे ज्यादा पर्यटकों की आवाजाही रहती है। ऐसे में सडक़ों की स्थिति सुधारने की जरूरत है। हालात यह है कि जो सडक़ एक वर्ष पहले बनी थी, वह भी छलनी हो चुकी है।
इस कारण अब नए सिरे से लोक निर्माण विभाग के जरीए प्रमुख ऐतिहासिक इमारतों तक पहुंचने वाली सडक़ों को बनाने के लिए कवायद की जा रही है। जिला प्रशासन की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव को सरकार ने स्वीकृत कर विभाग की तरफ से १ अगस्त को सडक़ों के लिए प्रशासकीय स्वीकृति जारी की है। इससे इन खराब सडक़ों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।
पांच प्रमुख सडक़ों को मंजूरी
पीडब्ल्यूडी भोपाल द्वारा पर्यटक केंद्रों व इमारतों तक पहुंचने वाली प्रमुख सडक़ों को सुधारने के लिए पांच सडक़ों को मंजूरी दी गई है।
इनमें चार मांडू की सडक़े है। इनमें मांडू में रानी रूपमति से मीरा की जीरात वाले १.१० किमी के हिस्से के लिए १५२.३७ लाख रुपए की मंजूरी दी गई है। इसी तरह रानी रूपमति महल मांडू के पीछे वाले ०.१७ किमी मार्ग के लिए ३०.०३ लाख रुपए, लुन्हेरा मांडू से मालीपुरा तक १.५८ किमी मार्ग के लिए २१०.२५ लाख रुपए मंजूर किए गए है। वहीं मांडू की जामा मस्जिद से जहाज महल तक ०.९५ किमी मार्ग के लिए ८१.३१ लाख रुपए की मंजूरी दी गई है।
बाग गुफा पाथ-वे को मंजूरी
इसी तरह बाग गुफा पहुंचाने वाले मार्ग को भी प्रशासकीय मंजूरी जारी की गई है। बाग गुफा जाने वाले ३.२० किमी लंबे मार्ग को बनाने के लिए २४९.९५ लाख रुपए मंजूर किए है। बाग गुफा पांडव कालीन ऐतिहासिक इमारत है। राज्य पुरातत्व विभाग के अधीन इस इमारतों को देखने के लिए भी लोग बाग पहुंचते है। जहां खराब सडक़ के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। सडक़ निर्माण के लिए लंबे अरसे से प्रयास किए जा रहे थे। इसके लिए विभाग ने आदेश जारी कर दिए है।
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