मंगल का वृषभ राशि मे प्रवेश अगले 5 महीने में होंगी कई अप्रिय घटनाएं , महंगाई हो जाएगी बेलगाम , अशुभ घटनाओं में इजाफा ,

 आशीष यादव, धार 

राजनीतिक उथल-पुथल, सुरक्षा पर बड़ा खतरा , बड़ी वाहन दुर्घटनाओं , सत्ताधारी दल के नेताओं के साथ अप्रिय घटनाओं के साथ राजनीति में होगा कुछ अनोखा खेल-डाॅ. अशोक शास्त्री 



मंगल ग्रह 10 जुलाई को वृष राशि में संचार करेंगे। यहां मंगल वक्री मार्गी होते हुए करीब 5 महीने रहेंगे जिससे बिहार , महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उथल - पुथल मच सकता है । इन दोनों राज्यों के अलावा देश की राजनीति एवं दुनिया के दूसरे देशों में भी विचित्र घटनाएं हो सकती हैं । महंगाई भी अभी खूब बढेगी ।

इस संदर्भ मे मालवा प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डाॅ. अशोक शास्त्री ने विशेष मुलाकात मे बताया कि मंगल 10 अगस्त को अपनी राशि मेष से निकलकर वृष राशि में आ रहे हैं । यहां मंगल के आगमन से अंगारक योग समाप्त हो जाएगा । लेकिन एक दुर्लभ संयोग बन जाएगा जिससे देश दुनिया में नई तरह की परेशानियों का आरंभ होगा और दुनिया को कई अप्रिय घटनाओं से भी होकर गुजरना होगा । मंगल के वृष राशि में आने से अगले 5 महीने में भारत सहित दुनिया पर कैसा असर रहेगा । 

डाॅ. अशोक शास्त्री ने बताया कि मंगल ग्रह एक राशि में लगभग 45 दिनों तक रहते हैं लेकिन हर ढाई वर्ष के बाद इनके सूर्य से पंचम या नवम स्थान में आने के बाद गोचर में वक्री होकर उलटी चाल चलते हुए किसी राशि विशेष में 5 से 6 माह तक भी रहते हैं । इस साल भी ऐसा ही संयोग बनने जा रहा है ।

डाॅ. शास्त्री के मुताबिक इस वर्ष मंगल 10 अगस्त को वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे और 16 अक्टूबर को मिथुन राशि में आएंगे । बाद में 30 अक्टूबर को मंगल मिथुन राशि में वक्री होंगे फिर उलटी चाल चलते हुए 13 नवंबर को वापस वृषभ राशि में आ जाएंगे और जहां यह अगले वर्ष 12 मार्च तक रहेंगे । इस कारण से वृषभ राशि के लोग इस वर्ष 10 अगस्त से लेकर अगले वर्ष 2023 के 12 मार्च तक मंगल के प्रभाव में पीड़ित रहेंगे । 

डाॅ. अशोक शास्त्री के अनुसार संयोग से आज़ाद भारत की स्थापना कुंडली (15 अगस्त 1947, मध्य रात्रि दिल्ली ) भी वृषभ लग्न की है जहां लग्न में राहु विराजमान हैं तथा मंगल मिथुन राशि में दूसरे स्थान जिसे धन स्थान कहते हैं उसमें बैठे हुए हैं। मंगल का वृषभ और मिथुन राशि को गोचर में पीड़ित करना भारत में महंगाई बढ़ाने वाला , राजनीतिक उथल - पुथल , बड़ी वाहन दुर्घटनाओं और अचनाक होने वाली अशुभ घटनाओं का कारण बन सकता है । केंद्र में सत्ताधारी दल के नेताओं के साथ कुछ अप्रिय घटनाओं के घटित होने की आशंका भी अगले 6 माह में दिखती है डाॅ. शास्त्री ने बताया कि वृषभ राशि को चौपायों यानी चार पैर वाले दुधारू पशुओं से संबंधित ग्रह माना जाता है । अत: दूध और उसके उत्पादों की कीमतों में अगले कुछ महीनों में तेजी आएगी तथा डेयरी क्षेत्र में कोई बड़ा आंदोलन भी हो सकता है। वृषभ राशि में मंगल का गोचर होने पर सब अनाज महंगे होते हैं और चंदन , केसर , वस्त्र , कपास आदि भी महंगे होते हैं । 

डाॅ. अशोक शास्त्री के मुताबिक राशियों के अनुसार वृषभ राशि का प्रभाव बिहार राज्य पर अधिक है। 10 अगस्त को मंगल के वृषभ राशि में गोचर के बाद बिहार की राजनीति में बड़ी उथल - पुथल हो सकती है । अगले कुछ महीनों में बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार जिनकी राशि वृश्चिक है , वह ऐसे निर्णय ले सकते हैं जिसे देखकर जनता हैरान हो सकती है । महाराष्ट्र की प्रभाव राशि सिंह है और यहां मंगल राजसत्ता स्थान यानी दशम भाव को पीड़ित करेगा और यहां भी राजनीति में कुछ अनोखा खेल हो सकता है 

डाॅ. अशोक शास्त्री के मुताबिक मंगल के वृषभ राशि में लंबे समय तक गोचर के दौरान शनि मकर में आगामी 17 जनवरी 2023 तक रहेंगे । यूक्रेन की स्थापना कुंडली मकर लग्न तथा मकर राशि की है जहां धनिष्ठा नक्षत्र में इस वर्ष शनि के 24 फरवरी से प्रवेश के बाद से यूक्रेन - रूस का युद्ध आरंभ हुआ जिसमें दोनों देशों की बड़ी सैन्य क्षति हुई ।

शनि अभी भी मंगल के नक्षत्र धनिष्ठा में मकर राशि में गोचर कर रहे हैं और अब जब मंगल गोचर में वृषभ राशि में शनि से त्रिकोण में होंगे तब यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की , जिनका जन्म लग्न वृषभ है , की सुरक्षा पर बड़ा खतरा हो सकता है । आज़ाद भारत की स्थापना कुंडली वृषभ लग्न की है जिसमें स्थित राहु को अब गोचर के मंगल पीड़ित करेंगे तथा वह मकर में चल रहे शनि से त्रिकोण में होकर विचित्र घटनाओं से देश को हैरत में डालेंगे। डॉ. अशोक शास्त्री

टिप्पणियाँ