अम्बेडकर विश्वविद्यालय, महू में महाराणा प्रताप जयंती एवं महाराजा छत्रसाल जयंती के उपलक्ष में कार्यक्रम का किया गया आयोजन

महू।  दिनांक 02.06.2022 को डाॅ. बी. आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, महू में स्वराज संस्थान संचालनालय, संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित महाराणा प्रताप शोध पीठ के अंतर्गत आजादी का अमृत महोत्सव में विश्वविद्यालय के सेमिनार हाल में महाराणा प्रताप जयंती एवं महाराजा छत्रसाल जयंती के उपलक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो. डी. के. शर्मा द्वारा की गयी। महान क्रांतिकारी महापुरूष महाराणा प्रताप एवं महाराजा छत्रसाल के चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया

कार्यक्रम में नैक के सलाहकार श्री एम.एम. श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में बताया कि एक अच्छा विद्यार्थी, एक अच्छा शिक्षक, एक अच्छा प्रशासक बनने के लिए महाराणा प्रताप के जीवन से सीखने की आवश्यकता है। एक अच्छे विद्यार्थी को दृढ प्रतिज्ञा स्पष्ट उद्देश्य, कटिबद्धता, समर्पण तथा सहनशीलता एवं कौशलपूर्ण होना चाहिए। अनुशासन के लिए लोकप्रियता, गौरव, मानमर्यादा, आत्मसम्मान अपने लक्ष्य को याद करके आगे बढ़ने पर ही सफलता के रास्ते खुलते हैं।
संकाय अध्यक्ष डाॅ. डी. के. वर्मा ने अपने शोधपरक उद्बोधन में बताया कि इतिहास में महापुरूषों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। राणाओं के राणा महाराणा प्रताप एवं महाराजा छत्रसाल के जीवन दर्शन के बारे में हमें महापुरूषों के सही इतिहास को जानने के लिए महापुरूषों पर शोध करने की आवश्यकता है। महापुरूषों की जीवनी पर शोध छात्रों को और अधिक तथ्यात्मक जानकारी एकत्रित कर इतिहास को पुनः सही परिपे्रक्ष्य में समझने की आवयश्यकता है।
कार्यक्रम के अंत में माननीय कुलपति महोदय द्वारा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी विद्यार्थियों को आवह्मन करते हुये कहा कि आप सभी को महाराणा प्रताप एवं महाराजा छत्रसाल के जीवन दर्शन पर ऐतिहासिक दृष्टि से और अधिक गहराई से अध्ययन करने की आवश्यकता है तथा उनके दर्शन को समझकर अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में डाॅ. विशाल पुरोहित, डाॅ. सरिता चैधरी, पीठ प्रभारी पुंजालाल निनामा एवं डाॅ. विनोद मिश्रा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, समस्त संकाय सदस्य, स्टाफ, विश्वविद्यालय के समस्त स्टाफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. अजय वर्मा ने कार्यक्रम में सभी का आभार व्यक्त करते हुये धन्यवाद ज्ञापित किया।



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