आशीष यादव, धार
सरदारपुर। राजेंद्र कालोनी निवासी गोलू झुंजे की जघन्य हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया हैं, हत्या के चौथे दिन पुलिस ने इस मामले में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने घटना में उपयोग की गई बुलेट, मोबाइल भी जप्त कर लिए है। दरअसल 11 मार्च को राजगढ़ की राजेंद्र कॉलोनी में कुछ हमलावरों ने भूपेंद्र उर्फ गोलू पिता किशोर झुंजे उम्र 33 वर्ष से मारपीट कर पिस्टल से फायर कर दिया था। गोलु को परिजन धार लेकर पहुंचे थे, जहां पर डॉक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया था। अगले दिन 12 मार्च को पीएम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया था, इधर गोलू की अंतिम यात्रा में परिजनों व समाज के लोगों ने हत्या में शामिल आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा था। राजगढ़ का हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते पुलिस के लिए उक्त जघन्य हत्याकांड चुनौती बन चुका था। ऐसे में एसपी आदित्य प्रताप सिंह के निर्देशन व एसडीओपी रामसिंह मेडा के निर्देशन में राजगढ टीआई बृजेश कुमार मालवीय ने हत्या की धारा में प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरु की। जिसमें यह बात सामने आई कि 5 मार्च को मृतक गोलु ने आरोपी विकास कामले को बाइक टकराने की बात पर विवाद के दौरान थप्पड़ मार दिया था। इसी बात से नाराज होकर आरोपियों ने हत्या करने की प्लानिंग की व गोलु के घर जाते समय उसपर हमला कर दिया था।
चार आरोपी गिरफ्तार - मामले की जानकारी देते हुए एसडीओपी रामसिंह मेडा ने बताया की पुलिस ने सोमवार दोपहर के समय आरोपी अंकित पिता प्रेम सिंह उम्र 21 साल निवासी राजेंद्र कॉलोनी राजगढ़, राहुल पिता मुन्नालाल उम्र 24 साल निवासी अमोदिया, रवि पिता प्रेम सिंह उम्र 18 साल निवासी दलपुरा, तुषार पिता मोहनलाल निवासी मोहनखेड़ा को गिरफ्तार किया है। टीआई मालवीय के अनुसार इस हत्या में अब तक कुल 9 आरोपी शुरुआती जांच में चिन्हित हुए हैं, जिसमें से 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। शेष 5 आरोपियों के लिए एक विशेष टीम बनाई गई हैं, फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। हत्याकांड का मास्टरमाइंड विकास कामले अभी फरार हैं। हत्या के पूर्व आरोपी तुषार मृतक गोलु का देर शाम से ही पीछा करते हुए अन्य आरोपी साथियों को लगातार उसकी लोकेशन देने का काम कर रहा था, जिसके बाद ही आरोपियों ने हत्याकांड को अंजाम दिया था। आरोपियों को गिरफ्तार करने की संपूर्ण कार्रवाई में उप निरीक्षक भूपेंद्र परिहार, उप निरीक्षक रमेश डामोर, सहायक उप निरीक्षक रामसिंह हटिला, राजेश चौहान, अशरफ खान, प्रधान आरक्षक रविन्द्र चौधरी, विपिन कटारा, प्रेमपाल, आरक्षक सत्यपाल जाट, लाखन, दिनेश, प्रकाश, गोपाल, क्रांत सिंह तोमर तथा सायबर सेल आरक्षक प्रशांत व आदर्श का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
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