28 मार्च से होगी गेह ख़रीदी प्रशाशन ने की व्यवस्था पूरी, किसानों को नहीं आने दी जायेगी परेशानी सभी किसानों का गेहू तुलाई होगी

आशीष यादव धार


जिले में समर्थन मूल्य पर उपज की खरीद की शुरुआत 28 मार्च सोमवार से होने जा रही है। इसे लेकर जिलेभर के केंद्रों पर खास तैयारी की गई है। दरअसल शुरुआती दौर में किसानों से चना, मसूर और सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीद चले रही है वही उसके बाद 28 मार्च से गेहूं की खरीद का दौर शुरू होने जा रहा है। फिलहाल गेहूं के दाम उच्चतम स्तर पर होने से समर्थन मूल्य पर कम ही किसानों ही गेंहू समर्थन मूल्य पर बेचेंगे बता देकि अभी रबी फसलों की कटाई की शुरुआत के साथ ही राज्य सरकारों ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन की तैयारियाँ भी शुरू कर दी है गेहूं खरीदी को लेकर तारीखों का ऐलान कर दिया गया है अभी किसानों से चना, मसूर और सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी 21 मार्च से प्रारंभ की जाएगी। 

वही 28 मार्च से जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी का श्रीगणेश जल्द होने वाला है। 21 मार्च से चना खरीदी हो रही है गेहूं के खरीदी अन्यो कारणो से आगे बढ़ा दी गई वही गेंहू की खरीदी 28 मार्च से 2015 रुपये प्रति क्विंटल में होगी समर्थन मूल्य पर होगी। जिलेभर में कुल 109 

खरीदी केंद्र बनाए गए उल्लेखनीय है कि इस बार पंजीयन को लेकर प्रशासन द्वारा एक बार तारीख बढ़ाई गई हैं। इसके बाद किसानों के पंजीयन का कुल आंकड़ा 41 हजार 712 से अधिक पहुंचा है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष जिले में गेहूं के लिए 59 हजार और चना विक्रय के लिए 9 हजार से अधिक किसानों ने पंजीयन करवाया था, जबकि गत वर्ष जिले में बनाए केंद्रों पर गेहूं की 3 लाख मैट्रिक टन खरीदी की गई थी। 


गेंहू के रकबे मे बढ़ोतरी हुई:

इस वर्ष जिले में रबी सीजन की फसलों की बोवनी 5 लाख हेक्टेयर में हुई है। इसमें सर्वाधिक गेहूं की 2 लाख 96 हेक्टेयर में शामिल है। पिछले वर्ष गेहूं की बोवनी 2 लाख 90 हजार हेक्टेयर में हुई थी और समर्थन मूल्य पर जिले से 3 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई थी। वहीं इस बार गेहूं बोवनी का आंकड़ा 6 हजार हेक्टेयर में बढ़ने से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का लक्ष्य 2 लाख मेट्रिक टन का निर्धारित किया गया है। जिला विपणन अधिकारी स्वाति रॉय ने बताया कि चना की खरीदी 21 मार्च 31 मई तक और गेहूं की खरीदी 28 मार्च से खरीदी होना है वही जिले में गेहुॅ के 109 एवं चना ,मसूर के 11 उपार्जन केन्द्र खोले गये है । प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर प्रतिदिन समर्थन मूल्य पर चना व मसूर एक केंद्र पर एक दिन में 15 किसानों से खरीदी होगी। तय तिथि के 3 दिन में किसानों को केंद्र में चना तुलवाना होगा।


सायलो व वेयर हाउसिंग में होगा भंडारण:

वही विपणन अधिकारी स्वाती रॉय ने बताया कि जिले में संस्थाओं से खरीदे गए गेहूं के भंडारण में परेशानी न आए, इसके लिए प्रशासन ने इस लिए वेयर हाऊसिंग और सायलो केंद्रों पर ज्यादा फोकस किया है। जिले में वही नागदा के सनोली व धार के पीपलखेड़ा में बनाया जा रहा है, जबकि में 41 केंद्रों गोदाम लेवर पर बनाए। इसके साथ ही 30 मेट्रिक टन के सायलो केंद्र पर गेहूं रखने की क्षमता रहेगी। शेष गेहूं वेयरहाउस व अन्य गोदामों में रखा जाएगा। वेयर हाऊस , फेल्टफार्म मंडी व अन्य जगह गेंहू रखने की जगह है इन सभी को मिलाकर जिले में 3 लाख मैट्रिक टन से अधिक गेहूं रखने की जगह जिले में है समर्थन मूल्य पर चना खरीदी के लिए इस बार 11 केंद्र बनाए हैं। 


41 हजार ने कराया पंजीयन जो पिछले साल से 18 हज़ार कम :

इस साल जिले में 41 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेचने के लिए पंजीयन कराए थे। जबकि पिछले साल मात्र 59 हजार किसानों ने पंजीयन कराया था। यानी इस साल 18 हजार कम किसानों ने पंजीयन करवाए हैं। पिछले साल जिले में 3 लाख 80 मैट्रिक टन गेंहू खरीदी था, जबकि 2 लाख मैट्रिक टन खरीदी का लक्ष्य रखा है। गेहू खरीदी के लिए केंद्र तय हो गए है।


उपज बेचने के 5 दिन में आएगी किसानों के खाते में राशि:

वही आपूर्ति अधिकारी मिश्रा ने बताया कि उपज बेचने के 5 दिनों में किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर की जाएगी। इसके अलावा गेहूं की खरीदी सोमवार से शुरू होगी। ई-उपार्जन की व्यवस्थाओं को लेकर को द्वारा टोर टू टोर बैठके ले रहे है वह अधिकारियों द्वारा सभी केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्थाओं के इंतजाम के निर्देश दिए गए। खरीदी केंद्रों पर मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था रहेगी केन्द्रों पर किसानों और कर्मचारियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए मास्क, सैनिटाइजर और हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था रहे वही किसानों व अन्य लोगो के लिए पीने के पानी, शौचालय , टेंट की व्यवस्था रहेगी वही विशेषकर सभी सेंटरों पर कोरोना वायरस का पालन कराया जाएगा।


साइलो बैग से हो रही खरीदी:

वही बता दे यह जिले में दो जगह सॉयलो बेग से खरीदी हो रही जिससे किसानों को काफी हद तक राहत मिल रही है वही सायलोबेग से किसानों को ज्यादा समय तक केंद्रों पर खड़ा नहीं होना पड़ रहा है वह आसानी से ट्राली खाली करने पर गेहूं तुलवाई कर रहे है वही सॉयलोबेग के साथ प्लेटफार्म भी तैयार हो गए है वही इस बार सायलो के केंद्रों पर 30-30 हजार मैट्रिक टन गेंहू रखने की सुविधा है वही इसे आवश्यकता अनुसार बढ़ाया भी जा सकता है। उपार्जन केन्द्रों पर प्रत्येक सेंटर पर रोजाना कितना उपार्जन हुआ उसकी नियमित जानकारी ली जाएगी। उन्होंने उपार्जन केन्द्रों पर गेहूं भण्डारण, बारदानों और परिवहन की सम्पूर्ण व्यवस्था करने के निर्देश दिए। 


स्लॉट बुक करवाना जरूरी

किसान पंजीयन करवाने के साथ स्लॉट भी बुक करवाना जरुरी उसके बना गेहूं नही बेंच सकते है।वही किसानों को www.mpeuparjan.nic.in पर की जा कर स्लॉट बुक करवा सकते है। वही इस लिंक की जानकारी SMS के माध्यम से कृषक के मोबाईल पर प्राप्त होगा वही किसानों को 23.मार्च से स्लॉट बुकिंग करवाना हौगी स्लॉट बुकिंग प्रातः 9 से 1 बजे एवं अपरान्ह 2 से 6 बजे की जा सकेगी , जिसमे किसान एक पारी का चयन किया जा सकेगा । उपार्जन का कार्य सोमवार से शुक्रवार तक रहेगा शनिवार और रविवार को खरीदी बन्द रहेगी उपज विक्रय हेतु इसी अवधि की स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी किसान द्वारा उपज विक्रय हेतु आगामी 7 दिवस में फसल विक्रय हेतु स्लॉट बुकिंग की जा सकेगी एवं स्लॉट की वैधता अवधि 3 का समय रहेगा दिवस जिसमे किसान गेहूं तुलवाई कर सकता है किसान विक्रय हेतु तहसील अंतर्गत जहां कृषक की भूमि है किसी भी उपार्जन केन्द्र का चयन किया जा सकेगा कृषक की भूमि एक से अधिक तहसील में स्थित होने पर उनके द्वारा किसी एक तहसील के उपार्जन केन्द्र का चयन किया जा सकेगा जहा पर पंजीकृत भूमि की उपर्ज का विक्रय किया जा सकेगा उपार्जन केन्द्र की तौल क्षमता अनुसार लघु सीमात एवं बडे कृषकों को मिलाकर स्लॉट बुकिंग की सुविधा रहेगी जिसमें प्रतिदिन 100 क्विंटल से अधिक विक्रय क्षमता के 4 कृषक तक हो सकेंगे कृषक द्वारा स्लॉट बुकिंग करने के उपरांत उपार्जन केन्द्र का नाम , विक्रय योग्य मात्रा एवं विक्रय की दिनांक SMS के माध्यम से सूचित की जाएगी तथा इसका प्रिन्ट भी निकाला जा सकेगा कृषक द्वारा विक्रय की जाने वाली संपूर्ण उपर्ज की स्लॉट बुकिंग एक समय में ही करनी होगी आंशिक स्लॉट बुकिंग का विक्रय नहीं किया जा सकेगा निर्धारित उपार्जन केन्द्र पर स्लॉट बुकिंग करने के बाद अन्य केन्द्र पर किसान अपना पंजीयन परिवर्तन स्थानंतरण की सुविध नहीं होगी।। स्लॉट बुकिंग में किसान को यह बताया जाएगा कि उसे खरीदी के लिए किस तारीख को केंद्र पर आना है । जिस नाम से पंजीयन हुआ है और उपज लेकर दूसरा व्यक्ति खरीदी केंद्र गया है तो ट्रॉली की इंट्री नहीं हो पाएगी । पंजीयन के वक्त ही किसान को बताना होगा कि खरीदी के वक्त कौन उपज लेकर आएगा । खरीदी केंद्र के पहुंचने पर संबंधित नामिनी व्यक्ति को भी बायोमेट्रिक थंब लगाना पड़ेगा । इसके बाद ही खरीदी केंद्र में प्रवेश मिल सकेगा ।वही जिस दिन किसान ने स्लॉट बुक कराया उसके 3 दिन के अंदर किसान को खरीदी केंद्र गेहूं समर्थन मूल्य पर भेजना अनिवार्य है।

इस बार खास - खास 

2.लाख 96 हजार हेक्टेयर में हुई है गेहं की बोवनी  

2 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी का लक्ष्य ।

59 हजार लोगो ने गेहूं का पंजीयन करवाया था

41 हजार किसानों ने पंजीयन करवाया।

3.30 लाख मीट्रिक भंडारण क्षमता है जिले में । 

91 संस्थाओं द्वारा संचालित 109 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से खरीदी होगी।वही 46 गोदाम लेवर 41 समितियां व 22 केंद्रों में 2 सायलो के माध्यम से 1 महिलाओं स्व सहायता समूह एक किसान समिति के माध्यम से कार्य होगी

किसानों को परेशानी नही होंगी~~ जिले में 2 लाख मैट्रिक उपार्जन की सभावना है जिसके अनुरूप भण्डार की व्यवस्था कर ली गई है किसानों को गेंहू बेचने में किसी तरह की परेशानी नही आने दी जायेगी । वही किसान पहले स्लॉट बुक करवाकर खरीदी केंद्रों पर पहुँच जाएं।

~~एस एन मिश्रा जिला आपूर्ति अधिकारी धार 



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