पशुचिकित्सा महाविद्यालय में स्नातक उपाधि पूर्ण कर इंटर्नशिप प्रशिक्षण में प्रविष्ट होने के अवसर पर नवागन्तुक पशुचिकित्सकों हेतु दिशाबोध कार्यक्रम(ओरिएंटेशन प्रोग्राम)आयोजित किया गया। इस अवसर पर इंटर्नशिप प्रभारी डॉ हेमन्त मेहता ने प्रशिक्षु डॉक्टर्स को वर्ष भर चलने वाले प्रशिक्षण के बारे में समझाइश दी। डॉ. नानावटी ने छात्रों को पशुचिकित्सा के पेशे में आमद पर बधाई देते हुए कहा कि सभी प्रशिक्षु डॉक्टर्स खुशकिस्मत है कि उन्हें मूक पशुओं की चिकित्सा सेवा का अनुपम अवसर मिला है। इस दौरान खूब सीखे,और अपने जीवन का पथ प्रशस्त करें। डॉ बी पी शुक्ला ने इंटर्न छात्रों को कहा कि आपको सीखने का जुनून पैदा करना होगा। कुछ नया कर दिखाने का पागलपन ही आपके प्रगति पथ को आलोकित करेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अधिष्ठाता डॉ मुकेश मेहता ने कहा कि अच्छे डॉक्टर बनने के लिए अच्छा शहरी बनना बेहद ज़रूरी है। अपने कार्य के प्रति ईमानदार और संवेदनशील होने से शोहरत,दौलत और इज़्ज़त तीनों मिलती है।
डॉ आरके बघेरवाल ने प्रशिक्षु पशु चिकित्सको को कहा कि अस्पताल में काम करते वक्त हर रुग्ण पशु की हिस्ट्री केस का अध्ययन , मालिक से पूछताछ और शोध आधारित चिकित्सा आपके इलाज को और परिष्कृत करेगी।चूंकि रुग्ण पशु स्वयं बोल कर अपनी पीड़ा नही बता सकता ऐसे में रोग पहचानने हेतु आपकी तकनीकी दक्षता बहुत अहम होती है। अंत मे छात्रों को बधाई देते हुए आभार माना डॉ नरेंद्र नायक ने।
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