इंदौर जिले के महू की बेटी ने देश भर में किया अपने शहर का नाम रोशन

 वायुसेना अधिकारी प्राची जैन को पासिंग आउट सेरेमनी में मिले तीनों महत्वपूर्ण खिताब

 व्यक्ति अगर अपने सामने कोई लक्ष्य रखें और यह ठान ले कि उस लक्ष्य को किसी भी हालत में हासिल करना है तो दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है जो किया ना जा सके. यह बात हम सब जानते हैं पर दुनिया में कामयाब सिर्फ वही लोग होते हैं जो इस बात को सूत्र की तरह अपने जीवन में उतार लेते हैं. 

आज हम आपको बता रहे हैं उस व्यक्ति के बारे में जिसने इस सूत्र को ठीक से समझा भी और अपने जीवन में आत्मसात भी किया और उसकी सफलता देखकर इस सूत्र में आपका भरोसा और भी गहरा हो जाएगा, ऐसा इस अखबार का विश्वास है. दरअसल 4 दिसंबर को बेंगलुरू के जलहल्ली स्थित एयर फोर्स टेक्निकल कॉलेज की पासिंग आउट परेड का आयोजन हुआ और इसी परेड में महू की प्राची जैन जिन्हें फ्लाइंग ऑफिसर की रैंक मिली है, ने 4 में से 3 अवार्ड अपने नाम कर लिए. कमाल की बात यह है कि ट्रेनिंग के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिए जाने वाले अवॉर्ड्स में से तीनों महत्वपूर्ण तीन महत्वपूर्ण अवार्ड प्राची को ही प्रदान किए गए.



प्राची का जन्म महू में ही हुआ और पहले उनके नाना वेटरनरी कॉलेज में प्रोफेसर थे फिर उनकी माताजी डॉ अर्चना जैन भी वेटरनरी कॉलेज में ही प्रोफेसर बनी. साथ में डॉक्टर जैन एनसीसी की अधिकारी भी रही हैं, इस कारण से प्राची का अब तक का जीवन महू में ही गुजरा.

महू के केंद्रीय विद्यालय से स्कूली शिक्षा ली और भोपाल के एनआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इस दौरान लगातार एयरफोर्स में जाने के लिए परीक्षाएं देती रही और तीन बार उनका सिलेक्शन भी हुआ इंटरव्यू के लिए पर हर बार इंटरव्यू का आखिरी राउंड यानी कॉन्फ्रेंस वाले भाग में वह असफल रही. 

पर प्राची ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी कोशिश जारी रखें चौथी बार फिर से इंटरव्यू में पहुंची और इस बार अपना मुकाम हासिल कर लिया. 



लगभग डेढ़ वर्ष पहले उनका चयन एयर फोर्स में अधिकारी के लिए हुआ और उसके बाद शुरू हुआ कठिन ट्रेनिंग का दौर. ट्रेनिंग में भी प्राची ने अपना हुनर और अपनी बुद्धिमत्ता का परिचय दिया यही कारण रहा कि उन्हें राष्ट्रपति की शील्ड, उपराष्ट्रपति की स्वोर्ड ऑफ ऑनर और वायु सेना अध्यक्ष का गोल्ड मेडल ट्रेनिंग के दौरान उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिए गए. 

जियान न्यूज अखबार से हुई बात में प्राची ने बताया कि ऐसा कोई लक्ष्य नहीं है जो व्यक्ति हासिल ना कर सके अगर वह मन में ठान ले. जो बच्चे वायुसेना या अन्य रक्षा सेनाओं में बतौर अधिकारी जाना चाहते हैं, उनके लिए प्राची ने कहा कि अपना लक्ष्य सामने रखें और उसके लिए पूरा मन पूरे मन से लग जाएं.





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