ओंकारेश्वर के घाट पर देवास के दो युवकों की डूबने से हुई मौत

ओंकारेश्ववर ( ललित दुबे ) अधिक मास के चलते तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर में उमड़ रहा है आस्था का जनसैलाब घाटों पर कम पानी एवं काय के कारण गिरने की घटनाएं बढ़ रही है इसी के चलते बुधवार देवास के ब्रह्मपुरीघाट पर दो युवाओं की डूबने से मौत हो गई है. 


दोस्तों के साथ नर्मदा स्नान भगवान ओंकारेश्वर ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन करने पहुंचे थे दर्शन करने से पहले  


ओंकारेश्वर बांध के सामने स्थित ब्रम्हपुरीघाट पर नर्मदा नदी स्नान के दौरान डुबने से मोत हो गई डुबने वाले गौतम पिता प्रताप लोवंशी जाति राजपूत उम्र 18 वर्ष निवासी बामनखेड़ा थाना बीएनपी देवास, हेमंतराज पिता रधुनाथ देवडा उम्र 17 वर्ष निवासी बामनखेड़ा थाना बीएनपी देवास की डूबने से मौत हो गई दोनों के शव नगर परिषद के गोताखोर लक्ष्मण केवट तुकाराम केवट मनोज दागोरे ने बड़ी मशक्कत के बाद निकाले पुलिस ने दोनों का पोस्टमार्टम करवाने के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाया 


देवास जिले के बामनखेड़ा गांव के अनेक दोस्त कार के द्वारा ओंकारेश्वर भगवान ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने नर्मदा स्नान के लिए पहुंचे थे__


(1)निलेश पिता प्रेमसिंह जाति भिलाला उम्र 28 वर्ष निवासी बामनखेडा थाना बीएनपी देवास 


(2)नीरज पिता द्वारका प्रसाद जाति ढीमर उम्र 17 वर्ष निवासी आवास नगर वार्ड क्रमांक 2 थाना बीएनपी देवास


(3) उत्सव सिंह पिता जितेंद्र सिंह तोमर जाति राजपूत उम्र 17 वर्ष निवासी ब्रजविहार थाना बीएनपी देवास


(4) दुष्यंत पिता पंकज खत्री उम्र 17 वर्ष निवासी मोती बंगला थाना कोतवाली देवास अन्य दोस्तों के साथ बुधवार को दोपहर 2:00 बजे के आसपास ओंकारेश्वर पहुंचे थे   


ड्राइवर अशोक ने जानकारी देते हुए बताया सभी दोस्त भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से पहले दोपहर 2:30 बजे के आसपास नर्मदा स्नान करने पहुंचे थे गौतम एवं हेमराज नर्मदा नदी के बीच चट्टान पर स्नान कर रहे थे वहीं पर उत्सव भी स्नान कर रहा था स्नान के दौरान दोनों गहरे पानी में चले गए उत्सव को तैरना आता था इसलिए वह तैरकर नर्मदा किनारे पहुंच गया दोस्तों के सामने देखते ही देखते दोनों नर्मदा नदी की गहराइयों डूब गए दोस्तों ने बचाने के लिए दोस्तों ने बचाने के लिए वार भी लगाई लेकिन समय पर मदद नहीं मिलने के कारण दोनो गहरे पानी में डूब गए डूबने की सूचना मिलते ही ओंकारेश्वर थाने से पुलिस बल भी पहुंचा नगर परिषद के गोताखोर लक्ष्मण केवट तुकाराम केवट मनोज दान गोरे ने गहरे पानी में डुबकी लगाकर दोनों के शव निकाले पुलिस ने दोनों शव न शासकीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए एवं परिवार को सूचना देकर ओंकारेश्वर बुलाया गया देवास से परिवार के लोग भी ओमकारेश्वर के लिए निकल गए थे 


उल्लेखनीय है कि ओंकारेश्वर में डूबने की घटनाएं अनेकों बार हो चुकी है जिन्हें रोकने के लिए किसी भी प्रकार के कोई इंतजाम नर्मदा नदी के घाटों पर नहीं है जो लोग स्नान करने पहुंचते हैं वह बिना जानकारी के गहरे पानी में जाकर मौत के मुंह में समा जाते हैं 


 


ओंकारेश्वर मे मां नर्मदा की अविरल धारा लौटाने एवं डूबने की बढ़ती हुई घटना को रोकने के लिए नगर के लोगों ने 58 दिन तक आंदोलन किया था जिसमें नगर बंद धरना प्रदर्शन चक्का जाम करने के बाद 58 दिन तक लगातार धरना चला था तब सांसद नंदकुमार सिंह चौहान ने लोगों को आश्वासन दिलाया था कि नर्मदा नदी में डूबने की घटनाएं मां नर्मदा की अविरल धारा वापस लौटेगी लेकिन उनके सिर्फ आश्वासन नहीं रहे वहीं दूसरी ओर कभी किसी का बेटा डूबता है किसी की मां की कोख उजड़ ती है नर्मदा नदी में विगत 12 वर्षों में 400 से अधिक लोग डूब कर अपनी जान दे चुके हैं लेकिन इन घटनाओं को रोकने के लिए ठोस इंतजाम अभी तक नहीं किए गए ब्रम्हपुरी घाट पर बड़ी मात्रा में चिकनाई होने के कारण आए दिन गिरने की घटनाएं घटित होती रहती है इसको लेकर स्थानीय लोगों सहित श्रद्धालुओं में आक्रोश है



 


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