प्रशासन, बांध अधिकारी और मीडिया सब के सहयोग से ही संभव हो पाया बाढ़ के बावजूद विद्युत उत्पादन शुरू-प्रशांत दीक्षित

ओकारेश्वर ( ललित दुबे) ओकारेश्वर बांध परियोजना में वर्षा की प्रथम बाढ़ से कुशल प्रशासनिक एवं एनएसडीसी एवं स्थानीय मीडिया कर्मी सभी के सहयोग से बाढ़ को नियंत्रण कर पाए हैं बिजली का उत्पादन 1 सितंबर से पुनः प्रारंभ हो गया है फिर भी वर्षा काल में सभी को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है यह बात ओकारेश्वर बांध परियोजना प्रमुख प्रशांत दीक्षित ने हमारे संवाददाता से विशेष मुलाकात मे पुछे प्रश्न 2020 की होने वाली प्रथम बाढ़ को किस प्रकार नियंत्रित किया कम से कम नुकसान हुआ है इस पर श्री दिक्षित ने कहा कि बाड नियंत्रण वर्ष 2020 में हमारा ही नहीं इंदिरा सागर परियोजना जिले के प्रशासनिक अधिकारी स्थानीय प्रशासन एवं मीडिया साथियों सभी का सहयोग रहा हमारा बेसिक यह रहा कि सभी से लगातार संपर्क होने के कारण इस वर्ष बाढ़ काफी ज्यादा थी इंदिरा सागर परियोजना ने पानी नीचे नहीं आने दिया अपना लेवर बढ़ाकर समय समय पर जलाशय स्तर धीरे-धीरे ओकारेश्वर परियोजना मे छोड़ते गए ओकारेश्वर परियोजना को नियंत्रण करते हुए 10000 क्यूं मैक्स से लगाकर छोड़ते हुए 35000 तक जबकि छोड़ते रहे हम लगातार संपर्क में रहे हंडिया पता किया 50,000 Q Max से ऊपर की गई थी ज्यादा समय डिस्चार्ज कर एकदम पानी भरने से रोका जिससे नीचे के स्तर पर ज्यादा पानी नहीं जा पाए नही तो 7 मीटर और अधिक बढ़ जाता। विद्युत उत्पादन के संबंध में आपने कहा कि यहां पर हमारा विद्युत उपाय नर्मदा में आई बाढ़ के कारण लगभग ठप हो गया था किंतु 1 सितंबर की रात्रि से धीरे धीरे आठों मशीनों के माध्यम से 520 मेगा वाट उत्पादन वरिष्ठ कार्यालय के निर्देश अनुसार बनना प्रारंभ हो गया है श्री दीक्षित ने कहा कि 23 गेटों में अब लगभग 9 गेटों के माध्यम से वर्तमान में 10000 क्यूमेक्स पानी निकल रहा है इंदिरा सागर बांध एवं तमाम जिम्मेदारों से आपसी तालमेल के कारण जो मध्य प्रदेश के निचली क्षेत्र में लोगों को नुकसान होता था उसमें कमी आई है अभी बाढ़ के ही मौसम से निकल रहे हैं सभी को सतर्क रहने की जरूरत है अनुमान यह है कि इस प्रकार की बाढ़ आने की आशंका कम है सितंबर माह तक सतर्क रहना है सारी स्थिति हमारे कंट्रोल में है एनएसडीसी के दोनों परियोजना इंदिरा सागर एवं ओकारेश्वर को मुख्यालय से मैनेजिंग डायरेक्टर दिशा निर्देश प्राप्त होते रहे अच्छे से संचालन कर पाए मध्य प्रदेश की जनता के साथ गुजरात भी इसमें शामिल है पर एकदम समझ में नहीं आता है जो पानी यहां से निकलता सीधे गुजरात पहुंचता है अगर ज्यादा पानी जाता तो गुजरात को भी नुकसान होता मध्य प्रदेश सरकार की प्रशासनिक अधिकारी जिला मुख्यालय के मैनेजर डायरेक्टर आप सभी लोगों के सहयोग से मां मां नर्मदा एवं ओकारेश्वर के सहयोग से आगे भी हम इसी प्रकार नियंत्रण रख पाएंगे एनएसडीसी कार्यालय में हुई मुलाकात के अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार इकबाल सिह खेड़ा. ललित दुबे. नवरत्न मल जी जैन राधेश्याम राठोर .एनएचडीसी के अधिकारी मौजूद थे



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