कोरोना से लड़ाई के लिए ओंकारेश्वर हुआ एकजुट

,ओंकारेश्वर ( नि प्र ) कोविड-19 वैश्विक महामारी को समझ चुके तीर्थ नगरी ओकारेश्वर के जागरूक नागरिक युवाओं द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से शासन प्रशासन एवं आम जनमानस से की जा रही अपील जो खूब वायरल हो रही है भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष अजय भाटिया ने इस पोस्ट को किया वायरल जिसे को मिल रहा सभी का समर्थन जो इस प्रकार है हमने जनमानस को जागरूक करने के लिए इनके साथ कदम से कदम बढ़ाने का प्रयास किया है पढ़े और समझे_ ? जहांन है,,,,,,ओंकारेश्वर के सभी जागरूक युवाओ जनप्रतिनिधि पत्रकार गण गणमान्य नागरिक गण,,,,अगर हमे ओकारेश्वर नगर को कोरोना महामारी से बचाकर रखना है,,,,,तो उसके लिए हमे आर्थिक परेशानिया झेलने के लिए मानसिक रूप से तैयार होना पड़ेगा,,, जबसे मंदिर खुलने का निश्चय हुआ है ।नगर में यात्रियों का आना एकदम से बढ़ गया है विगत 8 जून से प्रतिदिन 500 से अधिक बाहरी यात्री इंदौर खंडवा महाराष्ट्र आदि विभिन्न कोरोना संक्रमित स्थानों से बे रोकटोक बिना सुरक्षा साधनों के नगर में स्वछंद विचरण नर्मदा स्नान करते दिखाई देते है,, इनमे से कुछ कोरोना बम भी हो सकते है,,प्रशासन भी बेफिक्र हो चुका है ना इनकी कोई जांच हो रही है ,, कोरोना का तांडव पूरे देश में विकराल रूप धारण करने की ओर अग्रसर है पिछले दिनों माननीय जिला जिलाधीश महोदय के नेतृत्व मे एक बैठक कंट्रोल रूम ओकारेश्वर में की गई थी उसमें कुछ गणमान्य नागरिक पत्रकार इकट्ठे हुए थे ,,जिसमे निर्णय लिया गया कि ,,ओकारेश्वर मंदिर 16 जून से तीर्थयात्रियों के लिए खोला जाएगा,,,, कई जटिल नियम और शर्तो के साथ,,,,, जैसे 1दिन में ओकारेश्वर में ऑनलाइन दर्शन की अनुमति लेने वाले 1000 यात्रियों को ही दर्शन कराए जाएंगे।,, भगवान भोलेनाथ को फूल बेलपत्र प्रसाद आदि चढ़ाने पर प्रतिबंध रहेगा ,,,पंडा पुजारी कामंदिर में प्रवेश निषेध रहेगा ,,,अभिषेक पूजन करने पर पाबंदी रहेगी,, नाविक अपनी नाव नहीं चला पाएंगे ,,नर्मदा घाटो पर स्नान प्रतिबंधित रहेगा,,,, जब यह सब चीजें बंद रहेगी तो ,,,,ओकारेश्वर के दुकानदारों का व्यवसाय तो यूं ही ठप पड़ा रहेगा ,,,, मंदिर खुलने के बाद भी व्यवसाय तो होगा नहीं ,,बल्कि कोरोना महामारी से संक्रमित लोगों के यहां आने से ओम्कारेश्वर नगर जो अभी तक इस महामारीकी पीड़ा से बचा हुआ है,, वह भी इस खतरनाक लाइलाज बीमारी की चपेट में आ सकता है,,,,5 जुलाई से सावन माह प्रारंभ हो रहा है ।प्रशासन द्वारा प्रतिदिन 12 सौ यात्रियों को दर्शन कराए जाएंगे,,, और इतने ही लोगो की जांच आदि मंदिर के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्किनिंग मशीन से की जाएगी,,यानी प्रशाशन मंदिर परिषद से बाहर,, आप अपनी जानो,, किंतु 12 सौ से अधिक तीर्थयात्री नगर में आएंगे तो उनकी जांच नही होंगी ,जो 5000, से बढ़कर 10000 भी हो सकते है,,, क्या हम भारी तादाद में संक्रमित जगह से आ रहे बाहरी यात्रियों से अपने को अपने परिवार को अपने नगर वासियों को बचा पाएंगे?, एक मरीज भी ओकारेश्वर में निकल गया तो पूरा ओंकारेश्वर 28 दिनों के लिए कंटेनमेंट जोन बनकर रह जाएगा ,,हमारा घर से बाहर निकलना भी एक सपना ही रहेगा,,ताजा मामला मध्य प्रदेश के दतिया में आदि शक्ति पीठ मंदिर को 2 दिन बाद ही वापस से सरकार को बंद करना पड़ा ,,,,खंडवा में दादा धूनीवालो का गुरुपूर्णिमा पर लगने वाला मेला भी प्रतिबंधित कर दिया गया है 10 जुलाई तक,,,, सभी नगर वासियों से निवेदन है अभी मंदिर नही खुले तो नगर हित मे होगा,,, जान है तो जहांन है,,,भगवान ओकार नर्मदाजी से प्राथना है कि,,ओम्कारेश्वर नगर कोरोना महामारी की चपेट मे आने से बचा रहे यहाँ पर ,,,बोनी बट्टा न हो,,,? इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर पक्ष में भारी मात्रा में समर्थन मिल रहा है पुलिस विभाग द्वारा नगर परिषद के चेक पोस्ट से पुलिस जवान भी हटा दिया है



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