एसडीएम बीएस कनेस, तहसीलदार सुनील कुमार डावर सहित प्रसासनिक अधिकारी, कर्माचारी  निभा रहे हैं अपना प्रशासनिक धर्म

*एक कोरोना पाजिटिव की मोत से  प्रशासन की बढने लगी चिंता*


कुक्षी-कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लाक डाउन के दौरान जो   लोग घरों में हैं, वे संक्रमण से सुरक्षित हैं। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी महामारी के दौर में सभी के बचाने के लिए फील्ड में तैनात हैं। एक ओर उनके साथ शहर को बचाने की चुनौती है तो दूसरी ओर खुद को भी सुरक्षित रखने की। दिन और रात की परवाह किए बिना कोरोना के यह योद्धा हर मोर्चे पर डटे हुए है एसडीएम बीएस कलेस के  मार्गदर्शन में प्रशासनिक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं


कुक्षी एसडीएम बीएस कलेस जहां  अस्वस्थता के चलते 1 माह के अवकाश के बाद स्वस्थ होकर लोटे ही थे कुछ ही दिन बिते ही थे कि लाक डाउन का पालन कराना महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सामने आई


 तहसीलदार सुनील कुमार डावर बताते हैं सुबह 6:00 बजे उठकर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर जो भी कार्य निर्देशित किया जाता है उनका पालन मेरे द्वारा किया जाता है साथ ही मेरे अधीनस्थ कर्मचारियों को उन निर्देशों का पालन कराया जाता है सुबह 6:00 बजे उठकर शहर के चौक चौराहों पर पहुंच कर  व्यवस्थाओं का निरीक्षण करता हूं लाक डाउन के पालन करवाने के लिए पुरे  प्रयास किए जाते हैं इसके साथ ही कुक्षी,बाग,डेहरी, निसरपुर के  ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करना  प्रशासनिक बैठके आदि महत्वपूर्ण कार्य किए जाते हैं रात्रि के दौरान चेक पोस्ट,   current Time Centre निरीक्षण वही तहसीलदार सुनील कुमार डावर  इन व्यवस्थाओं के प्रभारी भी हैं देर रात को घर पहुंचते हैं इसके बीच अगर घर से फोन भी आता है तो वे कॉल नहीं रिसीव कर पाते हैं प्रशासनिक कर्तव्य धर्म का पालन करते हुए अपना कार्य कर रहे हैं
 इसी के अनुसार थाना प्रभारी कमल सिंह पवार ने बताया लाक डाउन के पालन करवाने के साथ शहर की  सुरक्षा व्यवस्था  पर  विशेष ध्यान दिया जाता है  लगातार पुलिस के जवान सड़क पर तैनात होकर अपना फर्ज निभा रहे हैं रात हो चाहे दिन हो पुलिस शहरवासियों की सुरक्षा को लेकर चौकन्ना है
 मुख्य नगरपालिका अधिकारी रविंद्र बोरदे ने बताया सबसे पहले अपनी टीम को कार्यों के लिए निर्देशित करता हूं शहर की सफाई व्यवस्था, चौक चौराहों एवं सार्वजनिक स्थानों पर सैनिटाइजर की करवाना इसके साथ ही अपने कर्मचारियों की चिंता करना सीएमओ रविंद्र बोरदे बताते हैं  आज से 4 दिन पूर्व जब कुक्षी शहर में कोरोना पॉजिटिव को लेकर एक भी संक्रमित नहीं था तब अचानक मन हुआ थोड़ी देर के लिए कुछ ही दूरी पर अपने घर परिवार से मिलने चला जाऊं लेकिन थोड़ी ही देर बाद अचानक कोरोना पाजिटिव की  पुष्टि होने के बाद सोच लिया कोरोना की जंग खत्म होने के बाद घर परिवार से मिलने पहुंचूंगा  समय मिलने पर घर परिवार के हाल-चाल जान लेता हूं।


कुक्षी शहर के लाक डाउन के  इतने दिन तो बिना चिंता के बीत गए  अचानक चंद दिनों पूर्व कुक्षी शहर में दो कोरोना पाजिटिव मिलने से उसमे एक युवक की मोत हो गई  जिससे अब प्रशासन की चिंता बढ़ने लगी है लाक डाउन का  शक्ति से पालन कराना  एवं  संक्रमित के  संपर्क में आए व्यक्तियों की जांच करवाना इसके साथ ही डॉक्टरों की व्यवस्थाओं को देखना प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है 


 *चिकित्सा को लेकर कुक्षी में बढी चिंता*
 स्वास्थ्य को लेकर कुक्षी शहर में लंबे समय से डॉक्टरों की कमी एवं संसाधनों की कमी के सवाल उठते रहे हैं वहीं इन दिनों कोरोना महामारी के चलते अब शहर की चिंताएं बढ़ती जा रही है स्वास्थ्य केंद्र पर जहां एक और डॉक्टरों की कमी देखी जा रही है वहीं  कहा जा रहा है  स्वास्थ्य विभाग में संसाधनों की कमी के चलते स्वास्थ्य विभाग के हाल भी बेहाल नजर आ रहे हैं।



 


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