पहली बार भोपाल का बेटा डीजीपी बना

*पहली बार भोपाल का बेटा डीजीपी बना -*
*विवेक जौहरी ने पुलिस महानिदेशक का कार्यभार संभाला*
भोपाल। भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 1984 बैच के वरिष्ठ अधिकारी विवेक जौहरी ने गुरूवार को पूर्वान्ह मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) का कार्यभार ग्रहण किया। कार्यभार संभालने के लिए पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर श्री जौहरी को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। विशेष पुलिस महानिदेशक सायबर सेल राजेंद्र कुमार ने उन्हें कार्यभार सौंपा। 
श्री जौहरी इससे पहले सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक के पद पर पदस्थ थे। ऐसा मध्यप्रदेश के इतिहास में संभवत: पहली बार हुआ है कि भोपाल में ही पला-बढ़ा कोई अफसर डीजीपी के पद तक पहुंचा है। श्री जोहरी मूल रूप से भोपाल के मालवीय नगर के निवासी हैं। स्कूल की पढ़ाई उन्होंने शासकीय मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल टीटी नगर से की है। इसके बाद तत्कालीन मौलाना आजाद कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, जो अब मैनिट हो चुका है, से उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। भारतीय पुलिस सेवा में चयन के बाद वह कई जिलों में एसपी रहे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में उन्होंने देश की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी ‘रॉ’ में भी महत्वपूर्ण पदों पर काम किया।
भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री जौहरी अभियांत्रिकी में स्नातक (बीई) हैं। उल्लेखनीय पुलिस कार्यों के लिए उन्हें वर्ष 2000 में राष्ट्रपति के सराहनीय सेवा पदक और वर्ष 2008 में विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था। श्री जौहरी पन्ना, भिंड, रतलाम व जबलपुर जिले के एसपी रह चुके हैं। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता व पीटीआरआई के दायित्व का निर्वहन भी किया है। इसके अलावा पुलिस उप महानिरीक्षक विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय व विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी मुख्यमंत्री सचिवालय के रूप में भी पदस्थ रहे हैं। श्री जौहरी को केन्द्र में एसपी सीबीआई व अतिरिक्त सचिव केबिनेट सेकेट्रिएट के पद पर कार्य करने का अनुभव है। मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक बनने से पूर्व वे महानिदेशक सीमा सुरक्षा बल के दायित्व का निर्वहन कर रहे थे।


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