आखिर मिल ही गया खतरनाक कोरोना वायरस का इलाज, अगले महीने से अस्पतालों में मिलेगा इंजेक्शन...

कोरोना वायरस का खौफ पूरी दुनिया में फैल चुका है। 91 देशों में अपने पैर पसारने वाले इस वायरस ने दुनिया की नींद उड़ाई हुई है। इससे मात्र बचाव का तरीका है खुद को संक्रमित व्यक्ति से दूर रखना। अभी इस वायरस के कारण दुनियाभर में एक लाख आठ हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। जबकि लगभग चार हजार लोगों की मौत इस वायरस के कारण हो चुकी है। इस बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। दावा किया जा रहा है कि अमेरिका और यूके के वैज्ञानिकों ने इस वायरस का इलाज ढूंढ निकाला है। इस वैक्सीन को अप्रैल में इंसानों पर ट्राई किया जाएगा। इसके बाद अस्पतालों में ये उपलब्ध करवा दिया जाएगा।


चीन के वुहान से शुरू हुए इस वायरस के कहर ने दुनिया को हिला कर रख दिया।


एक शहर से होते हुए आज के समय में इस वायरस ने दुनिया के 91 देशों को अपनी चपेट में ले लिया है।


हालात काफी बिगड़ चुके हैं। चीन के बाद सबसे ज्यादा कोरोना वायरस ने आतंक इटली में मचाया है।


सभी देश के वैज्ञानिक इसका इलाज ढूंढने में लगे थे। इस बीच अब खबर आई है कि यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन और अमेरिकन मेडिसिन फर्म मॉडर्ना और इंवाइओ ने इसका वैक्सीन तैयार कर लिया है।


इस वैक्सीन को अगले महीने इंसानों पर टेस्ट किया जाएगा। इसके बाद अगर ये सफल होता है तो इसे हॉस्पिटल्स में उपलब्ध करवा दिया जाएगा।


यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के एफिलिएटेड इंपीरियल कॉलेज के साइंटिस्ट्स और अमेरिकन मेडिसिन फर्म्स ने इस वैक्सीन में 2003 में फैले सार्स की दवा भी मिलाई है। ताकि पता चले कि इसका कोरोना वायरस पर क्या असर पड़ेगा।


आमतौर पर किसी बीमारी की वैक्सीन तैयार करने में पांच साल का समय लगता है। लेकिन इस बार वैज्ञानिकों ने इस वायरस को परास्त करने के लिए चार महीने में इस वायरस का वैक्सीन तैयार कर लिया है।


ये वैक्सीन वायरस को इंसान की बॉडी में ही कमजोर कर देगा। जिससे वो अंदर ही मर जाएगा और आगे फ़ैल नहीं पाएगा। 


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