सरकारें बदलती रहती हैं, पर आचरण से विमुख न हों प्रशासनिक अधिकारीः गोपाल भार्गव

नेता प्रतिपक्ष ने कहा-पूर्व मुख्यमंत्री पर चीफ सेक्रेटरी की टिप्पणी घोर आपत्तिजनक, निंदनीय


 

भोपाल। प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी एसआर मोहंती ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की कार्यपद्धति, फैसलों और विचारों के बारे में जो टिप्पणी की है वह घोर आपत्तिजनक तो है ही, सर्विस रूल्स और मान्यताओं के भी खिलाफ है। प्रदेश में कभी ऐसी अनुशासनहीनता की स्थिति नहीं रही कि कोई ब्यूरोक्रेट, अधिकारी या कर्मचारी पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री के विरूद्ध बयानबाजी करे। मुख्यमंत्री कमलनाथ के इशारे पर चीफ सेक्रेटरी द्वारा की गई यह हरकत घोर निंदनीय है। मैं प्रदेश के ऐसे अधिकारियों को आगाह करता हूं कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, परंतु वे कर्त्तव्यपथ, कार्यप्रणाली और आचरण से विमुख न हों। प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी, कुछ सेक्रेटरी, कलेक्टर, एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को अपना आचरण सुधार लेना चाहिए। यह बात नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कही।

 

वल्लभ भवन को ही कांग्रेस कार्यालय बना देना चाहती है सरकार

 

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस की यह सरकार जिस तरह से काम कर रही है, प्रशासन में जिस तरह का हस्तक्षेप किया जा रहा है, उसका राजनीतिकरण किया जा रहा है, चीफ सेक्रेटरी जिस तरह सरकार की चरण वंदना कर रहे हैं, उससे लगता है कि यह सरकार कलेक्टोरेट से लेकर चीफ सेक्रेटरी ऑफिस और वल्लभ भवन को भी कांग्रेस के कार्यालय बना देना चाहती है। भार्गव ने कहा कि मुझे इस पर आपत्ति नहीं है, कांग्रेस वल्लभ भवन में अपना ऑफिस खोल ले और चलाए, लेकिन चोरी-छिपे, पर्दे के पीछे से या बयानबाजी के जरिए ये काम न करे। बाकायदा बोर्ड लगाए और कांग्रेस कार्यालय चलाए।

 

बंधक बन जाएगी प्रशासनिक व्यवस्था

 

भार्गव ने कहा कि थप्पड़ कांड में दो अधिकारियों ने कलेक्टर को क्लीनचिट दे दी। इस मामले में कलेक्टर के थप्पड़ मारते हुए वीडियो और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान होने के बावजूद उसे क्लीनचिट दे दी गयी। एएसआई, पटवारी और पार्टी नेताओं को पीटने वाली अधिकारी को क्लीनचिट दिये जाने से अधिकारियों की मनमानी को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी। पूरी प्रशासनिक व्यवस्था और तंत्र एक पार्टी का बंधक बन जाएगा जिसके दुष्प्रभाव प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेंगे।

 

प्रदेश की कांग्रेस सरकार डूबता हुआ सूरज

 

कांग्रेस में सब ठीक नहीं चल रहा है। इनके मंत्रियों के एक-दूसरे के विपरीत बयान आते रहते हैं,  जिससे पूरे प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था अस्तव्यस्त हो गयी है और इसका दुष्प्रभाव प्रदेश के आम आदमी के ऊपर हो रहा है।  कांग्रेस महिला विंग की सेक्रेटरी की बात पर अमल करते हुए मध्यप्रदेश में स्व. माधवराव सिंधिया का अनुसरण करते हुए उगता हुआ सूरज विकास पार्टी बना दी जानी चाहिए, क्योंकि वर्तमान कांग्रेस सरकार अब डूबता हुआ सूरज है। ऐसे में ऊगते हुए सूरज से ही कुछ उम्मीद की जा सकती है।

 

जनहित के काम बंद, अवैध उत्खनन और तबादले जारी

 

नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा लागू की गई मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ हजारों कन्याओं को नहीं मिल पा रहा है। सरकार ने घोषणा तो कर दी, लेकिन हजारों कन्याओं को 51 हजार रुपये की राशि नहीं मिल पाई है। इस सरकार ने तीर्थदर्शन योजना बंद कर दी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मेरे मंत्री रहते सात स्थानों पर पोषण आहार के लिए प्लांट लगाने का आदेश दिया था और प्लांट लग भी गए। परंतु नई सरकार आने के बाद वह सब काम ठप हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बस रेत का अवैध खनन और तबादला उद्योग ही है, जो लगातार चल रहा है। उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर बाबा जगह-जगह जाकर अवैध खनन पकड़ रहे हैं,  जिसका अर्थ है अभी भी रेत खनन चालू है।

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