बैंक कर्मियों का प्रदर्शन: अनिश्चितकालीन बैंक हड़ताल की ओर बढ़ते कदम

भोपाल, यूनाईटेड फोरम आफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर देशभर के 10 लाख बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी ”27 माह से लम्बित वेतन पुनरीक्षण समझौता एवं इससे सम्बन्धित मुद्दों का निराकरण शीघ्र किये जाने“ की माँग को लेकर आन्दोलित एवं आक्रोशित है। इस बावत् पूर्व में दो दिवसीय बैंक हड़ताल की जा चुकी है। देशभर में प्रदर्शनों के दौर जारी है, इसके बावजूद भी बैंक प्रबन्धन की ओर से अभी तक कोई सम्मानजनक प्रस्ताव नहीं आया है। माँगों के शीघ्र निराकरण न होने की स्थिति में 11, 12 एवं 13 मार्च 2020 को तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैंक हड़ताल एवं 01 अप्रैल 2020 से बैंकिंग उद्योग में अनिश्चितकालीन बैंक हड़ताल की जावेगी।
आन्दोलित बैंक कर्मी निम्न माँगों - ”पे-स्लिप कम्पोनेन्ट पर 20ः वृद्धि एवं उचित लोडिंग के साथ वेतन पुनरीक्षण समझौता, 5 दिवसीय बैंकिंग, मूल वेतन के साथ विशेष भत्तों का विलय, नई पेंशन योजना (एनपीएस) को समाप्त करो, पेंशन को अद्यतन (नचकंजपवद) करो, परिवार पेंशन में सुधार करो, आॅपरेटिंग लाभ के आधार पर कर्मचारी कल्याण निधि के लिए रकम जारी की जाए, सेवानिवृत्ति लाभों पर बिना किसी सीमा के आयकर से छूट दी जाए, बैंक की शाखाओं में व्यवसाय का समय, भोजनावकाश का समय आदि की परिभाषा में एकरूपता हो, अवकाश बैंक प्रारंभ हो, अधिकारियों के लिए कार्य का समय निश्चित किया जाए, काॅन्ट्रेक्ट कर्मचारियों/व्यापार प्रतिनिधियों को समान काम के लिए समान वेतन लागू हो“, के लिए हड़ताल कर रहे हैं।
इसी तारतम्य में राजधानी भोपाल की विभिन्न बैंकों के सैकड़ों बैंक कर्मचारी एवं अधिकारी आज शाम 6ः00 बजे बैंक आॅफ महाराष्ट्र, रीजनल आॅफिस अरेरा हिल्स, भोपाल के सामने एकत्रित हुए, उन्होंने अपनी माँगों के समर्थन में जोरदार नारेबाजी कर प्रभावी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के पश्चात एक सभा हुई, जिसे फोरम के पदाधिकारियों साथी वी.के. शर्मा, आशीष् ा तिवारी, अरूण भगोलीवाल, मो. नज़ीर कुरैशी, एम.एस. जयशंकर, जी.पी. चांदवानी, सुनील सिंह, दीपक रत्न शर्मा, प्रदीप बिलाला, जे.पी. झंवर, एम.जी. शिन्दे, मिलिन्द डेकाटे, किशन खैराजानी, श्याम कस्तूरे, अभय वर्मा, अशोक पंचोली, विवेक शर्मा, देवेन्द्र खरे, आदि ने सम्बोधित किया।
वक्ताओं ने बताया कि आन्दोलन एवं हड़तालों के परिपे्रक्ष्य में मुख्य श्रमायुक्त (केन्द्रीय) नई दिल्ली के समक्ष 17 फरवरी 2020 को यूनाईटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियन्स एवं बैंक प्रबन्धन (भारतीय बैंक संघ) के बीच समाधानवार्ता सम्पन्न हुई, जिसमें बैंक प्रबन्धन ने कहा कि वे बैंक यूनियनों के साथ आगे वार्ता करने के लिए तैयार हैं, उन्होंने बैंक यूनियनों से प्रस्तावित आन्दोलन वापिस लेने का भी अनुरोध किया, इसके जबाव में बैंक यूनियनों ने कहा कि वह भी वार्ता के माध्यम से समाधान निकालने के पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि आन्दोलन एवं हड़तालों के सम्बन्ध में निर्णय वार्ता में होने वाली प्रगति को देखकर लिया जावेगा। मुख्य श्रमायुक्त (केन्द्रीय) नई दिल्ली ने भारतीय बैंक संघ (बैंक प्रबंधन) को इस सम्बन्ध में सलाह दी कि अगली समाधानवार्ता जो कि 5 मार्च 2020 को नई दिल्ली में होगी, से पूर्व बैंक यूनियनों के साथ द्विपक्षीय वार्ता का आयोजन करे तथा शीघ्र वेतन समझौता सम्पन्न करने के लिए नियमित वार्ता आयोजित की जाए। भारतीय बैंक संघ (बैंक प्रबन्धक) ने इस पर अपनी सहमति प्रकट की।


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