बाघ , सियार के हमले से तीन घायल , इलाके में दहशत


सईद नादां, रायसेन

            जिले में जंगली जानवरों की लगातार बढ़ती संख्या के चलते लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है , क्योंकि मंगलवार को फिर से दो अलग -अलग स्थानों पर बाघ एवं सियार के हमले से तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।

औबेदुल्लागंज डीएफओ हेमंत रैकवार ने बताया कि मंगलवार की शाम करीब 6 बजे जिले के सुल्तानपुर थानांतर्गत ग्राम सेमरी सिलारी निवासी महिला आशो बाई पति गौरीशंकर आदिवासी 55 वर्ष घर के पीछे जंगल में जलाऊ लकड़ी बीन रही थी , तभी अचानक झाड़ियों से बाहर निकलकर बाघ ने उन पर हमला कर दिया । महिला की चीखपुकार सुनकर परिजन एवं पड़ोसी जोर -जोर से हका लगाते हुए उसको बचाने के लिए पहुंचे तो बाघ छोड़कर भाग गया । महिला के सिर , गर्दन एवं कंधे में गहरे पंजे लगे होने से गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल महिला को फिलहाल 5 हजार की आर्थिक सहायता दी गई है। वन विभाग की टीम को सर्चिंग के लिए भेजा गया है।

एसडीओ फॉरेस्ट सुधीर पटले ने बताया कि इसके पूर्व 15 मई 2025 को भोपाल रोड़ पर नीमखेड़ा गांव के पास जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ रहे एक 55 वर्षीय मनीराम जाटव नामक बुजुर्ग मजदूर पर बाघ ने हमलाकर मार डाला था। तब वनविभाग ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट से बाघ पकड़ने वाले विशेषज्ञों की टीम को बुलाकर एक माह की मशक्कत के बाद बाघ को रेस्क्यू कर पकड़ा था और गौहरगंज क्षेत्र के सुप्रसिद्ध भोजपुर मंदिर के पास जंगल से भी दो बाघों के रेस्कयू करना पड़ा था। 

इसके अतिरिक्त कायमपुर , सग्रामपुर , अंबाड़ी गांवों के आसपास आज भी तेंदुएं के विचरण से जहां के बाशिंदों में डर बना हुआ है। वहीं बाड़ी के पास नागिन मोड़ पर दो बाघ तफरी कर रहे हैं। जुलाई 20 25 में ग्राम सती में एक बैल का शिकार किया था। अगस्त 2025 में बाड़ी के पास जंगल में ग्रामीणों को एक मादा तेंदुए के साथ उसके 4 शावक दिखे थे। इसके बाद वनविभाग ने एडवाजरी जारी कर लोगों को जंगल तरफ नहीं जाने और सतर्क रहने की सलाह दी थी।

सुल्तानपुर बारना डेम के पास भी इन दिनों बाघ की दहाड़ रोजाना सुनाई दे रही है। साथ ही भालुओं को भी गांव के आसपास विचरण करते देखा जा रहा है।

 वहीं दूसरी घटना रायसेन के पास मंगलवार की शाम को रायसेन से बाजार करके लौट रही बड़ाखेड़ा गांव निवासी एक 60 वर्षीय महिला शांति बाई एवं उसके 8 वर्षीय पोते अजय पर गांव के पास रास्ते में आते समय एक जंगली सियार ने हमलाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। पीछे आ रहे लोगों ने पत्थरों से मारकर सियार को भगाया। दोनों घायलों को भी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेडिकल विशेषज्ञ डॉ. एमएल अहिरवार ने बताया कि तीनों घायल खतरे से बाहर है , उनका इलाज चल रहा है। 



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